नहीं थम रहे पेपर लीक के मामले, यूपीपीसीएस-जे व सीयूईटी-यूजी में भी गड़बड़ी

सीयूईटी-यूजी का नतीजा फिलहाल टला 30 जून को जारी होना था परीक्षा परिणाम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद से लेकर सडक़ तक बवाल मचा है पर पेपर लीक के मामले रूक नहीं रह हैं। फिर देश के दो प्रतिष्ठिïत परीक्षाओं में अनियमिता की खबर आने पर उन्हें टाला पड़ा है। स्नातक दाखिले की सीयूईटी-यूजी, 2024 का नतीजा फिलहाल टल गया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने पहली बार यह परीक्षा हाईब्रिड मोड में कराई थी और नीट-यूजी विवाद के मद्देनजर नतीजे में किसी तरह की चूक नहीं होने देना चाहता। इसलिए परीक्षा परिणाम और मेरिट की कई स्तर पर जांच के बाद ही स्कोर लिस्ट जारी की जाएगी।
वहीं यूपी पीसीएस-जे में भी उत्तर पुस्तिका में गड़बड़ी के बाद परीक्षा के परिणाम पर राके लग गई है। सीयूईटी-यूजी का नतीजा 30 जून को जारी होना था। हालांकि, यह संभावित तिथि थी। वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, एनटीए के विषय विशेषज्ञ सभी विषयों की हर स्तर पर गहन जांच कर रहे हैं। ताकि चूक की कोई गुंजाइश न रहे। संभावना जताई जा रही है कि नतीजा जारी होने में अभी एक हफ्ते का समय लग सकता है। नीट-यूजी 2024 की तरह सीयूईटी-यूजी के 15 मुख्य विषयों की परीक्षा पहली बार पेन-पेपर आधार पर हुई थी, जबकि अन्य विषयों की कंप्यूटर आधारित थी। इससे पहले, सीयूईटी-यूजी पूरी तरह कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती थी। सूत्रों के मुताबिक, गहन विश्लेषण के बाद ही आंसर-की जारी की जाएगी। इसके छात्र अपनी आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। इसके बाद ही नतीजा जारी होगा।

नीट एग्जाम गरीब छात्रों के लिए नहीं बनाया : राहुल

लोकसभा में नीट का मामला उठाते हुए विपक्ष के नेता (एलओपी) राहुल गांधी ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा को पेशेवर परीक्षा के बजाय व्यावसायिक परीक्षा बताया। राहुल ने कहा, नीट परीक्षा एक व्यावसायिक परीक्षा है न कि व्यावसायिक परीक्षा। एनईईटी परीक्षा केवल अमीर बच्चों के लिए है। गांधी ने इन विसंगतियों को दूर करने में “संस्थागत विफलता” की भी आलोचना की। उन्होंने इस मामले पर बहस की भी मांग की। उन्होंने कहा कि हृश्वश्वञ्ज के छात्र अपनी परीक्षा की तैयारी में सालों-साल बिताते हैं। उनका परिवार आर्थिक और भावनात्मक रूप से उनका समर्थन करता है और सच्चाई यह है कि आज नीट के छात्र परीक्षा में विश्वास नहीं करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि परीक्षा अमीर लोगों के लिए बनाई गई है, न कि मेधावी लोगों के लिए। राहुल ने कहा कि मैं कई एनईईटी छात्रों से मिला हूं। उनमें से हर एक मुझसे कहता है कि परीक्षा अमीर लोगों के लिए कोटा बनाने और सिस्टम में उनके लिए जगह बनाने के लिए बनाई गई है और गरीब छात्रों की मदद करने के लिए नहीं बनाई गई है। इससे पहले जैसे ही लोकसभा शुरू हुई, राहुल गांधी ने नीट में विसंगतियों को उठाया। इसने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को यह तर्क देने के लिए प्रेरित किया कि जब तक सदन राष्ट्रपति के भाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव समाप्त नहीं कर लेता, तब तक एक अलग चर्चा नहीं हो सकती। मामले पर प्रशासन से ठोस वादे की मांग के बाद विपक्ष ने वाकआउट कर दिया।

282 विश्वविद्यालयों में दाखिला प्रक्रिया अटकी

सीयूईटी-यूजी नतीजों में देरी से 282 विश्वविद्यालयों में स्नातक दाखिला प्रक्रिया अटक गई है। लेकिन बताया जा रहा है कि छात्रों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। नतीजे जारी होने पर उन्हें दाखिला प्रक्रिया पूरी करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। नतीजों में देरी का सबसे ज्यादा असर डीयू, जेएनयू, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि, धर्मशाला, अंबेडकर यूनिवर्सिटी, लखनऊ, इलाहाबाद, बीएचयू, अलीगढ़, जामिया, विश्व भारती,राजस्थान समेत 46 विश्वविद्यालयों में होने वाले दाखिलों पर पड़ेगा। देशभर से लाखों छात्र इन दिग्गज विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला लेते हैं।

यूपी पीसीएस-जे में बदली थीं 50 कॉपी 25-25 कॉपियों के तैयार किए थे बंडल

पीसीएस-जे मुख्य परीक्षा-2022 में एक नहीं, बल्कि 50 अभ्यर्थियों की कॉपियां बदली थीं। एक अभ्यर्थी के हाईकोर्ट पहुंचने के बाद हुई जांच में खुलासा होने पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पांच अधिकारियों को दोषी करार देते हुए तीन को निलंबित कर दिया। पर्यवेक्षणीय अधिकारी उपसचिव सतीशचंद्र मिश्र के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई, जबकि एक रिटायर्ड महिला अधिकारी के खिलाफ शासन से अनुमति मांगी है। मुख्य परीक्षा में अनुत्तीर्ण अभ्यर्थी श्रवण पांडेय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा था कि कॉपी पर उनकी हैंडराइटिंग नहीं है। कॉपी बदले जाने के सनसनीखेज आरोपों पर हाईकोर्ट ने आयोग से जवाब-तलब किया था। इसके बाद कराई जांच में खुलासा हुआ कि एक नहीं, 25-25 कॉपियों के दो बंडल (कुल 50 कॉपियां) बदले गए हैं। इस पर आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत के निर्देश पर अनुभाग अधिकारी शिवशंकर, समीक्षा अधिकारी नीलम शुक्ला और सहायक समीक्षा अधिकारी भगवती देवी को निलंबित कर दिया गया। पर्यवेक्षणीय अधिकारी उपसचिव मिश्र के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई। उन्हें आरोप पत्र जारी किया जाएगा। सेवानिवृत्त हो चुकीं सहायक समीक्षा अधिकारी चंद्रकला को भी दोषी पाया गया है। सेवानिवृत्त कर्मचारी के खिलाफ आयोग सीधे कार्रवाई नहीं कर सकता। सो, नियम 351-ए के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन से अनुमति मांगी गई है। मंजूरी मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।आयोग इस गलती को मानवीय भूल भले ही बता रहा है, लेकिन यह घटना असामान्य है। इसका असर परिणाम पर भी पड़ सकता है। दरअसल, पीसीएस-जे की मुख्य परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन से पहले 25-25 कॉपियों का बंडल तैयार किया गया था। कॉपियों के ऊपर कोडिंग की गई, ताकि मूल्यांकन के दौरान अभ्यर्थियों की पहचान छिपी रहे। मूल्यांकन के बाद रोल नंबर अंकित किए जाते हैं। कोडिंग की इसी प्रक्रिया में गलती हुई और सभी 50 कॉपियां एक-दूसरे से बदल गईं।

बारिश के दौरान भीगते हुए स्कूल पहुंचे नन्हे बच्चे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद सभी माध्यमिक व बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालय पूर्ण रूप से खुल गए। सुबह से ही सडक़ों पर बच्चों के आवाजाही का नजारा देखने को मिला। विद्यालय छात्रों से गुलजार हो गए। कक्षाओं में पढ़ाई के दौरान पहले दिन विद्यार्थियों ने एक-दूसरे से छुट्टियों के अनुभव साझा किए। शिक्षकों ने ज्यादा होमवर्क न देकर बच्चों पर पढ़ाई का बोझ नहीं डाला। कई परिषदीय विद्यालयों में बच्चों का स्वागत भी किया गया। सुबह से हो रही बारिश चलते बच्चे भीगते हुए स्कूल गये।

बंगाल में महिला की पिटाई के वीडियो पर मचा घमासान

बीजेपी व टीएमसी में वार-पलटवार
दीदी का बंगाल महिलाओं के लिए असुरक्षित : नड्डा

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। उत्तरी दिनाजपुर जिले के चोपड़ा इलाके में कथित अवैध संबंधों को लेकर एक दंपति की बेरहमी से पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए आरोपी तजमुल उर्फ जेसीबी को गिरफ्तार कर लिया था। भाजपा ने आरोप लगाया कि आरोपी, चोपड़ा से विधायक हमीदुल इस्लाम का करीबी है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया ट्वीट करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल से एक भयावह वीडियो सामने आया है, जो उस क्रूरता की याद दिलाता है जो केवल धर्मतंत्रों में मौजूद है। वहीं टीएमसी नेता व मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि जेपी नड्डा दूसरे राज्यों पर नजर रखें तो अच्छा है। थोड़ी बहुत घटनाएं यहां-वहां हो रही हैं लेकिन सरकार या पार्टी की ओर से हम इन घटनाओं का समर्थन नहीं कर रहे हैं… वे. क्या मणिपुर गए थे? महिलाएं हमारे साथ हैं जिसका प्रमाण वो इस चुनाव में दे चुकी हैं।

संजय सिंह व प्रफुल्ल पटेल के बीच में तीखी नोक-झोंक

एनसीपी के सांसद बोले- हमें और कांग्रेस को बदनाम करके यहां बैठे हो

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। राज्यसभा में एनसीपी (अजित पवार गुट) सांसद प्रफुल्ल पटेल ने आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह पर जमकर निशाना साधा।
पटेल ने कहा कि संजय भैया, आप आज यहां बैठकर कांग्रेस और हमें बदनाम कर रहे हैं। इस पर स्पीकर जगदीप धनकड़ ने प्रफुल्ल पटेल को रोका और कहा कि ये बात रिकॉर्ड में नहीं जाएगी। स्पीकर के रोकने के बावजूद प्रफुल्ल पटेल बोलते रहे। प्रफल्ल पटेल ने कहा कि उन्होंने (संजय सिंह) नाम लेकर हमारी पार्टी और हमारे नेता की आलोचना की, इसलिए उन्हें जवाब देना होगा। उन्होंने यूपीए सरकार के दौरान भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें लगता है कि 70 हजार करोड़ का सिंचाई घोटाला हुआ है तो वे उनके साथ क्यों बैठे। तब कांग्रेस के मुख्यमंत्री थे।

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