पीडीपी ने खत्म की नेकां की तानाशाही: महबूबा

  • बोलीं- जम्मू-कश्मीर की जनता सब समझ गई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अनंतनाग। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर उनकी पार्टी नहीं होती तो नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) जम्मू-कश्मीर में तानाशाही तरीके से काम कर रही होती। मुफ्ती ने रविवार को अनंतनाग में प्रेसवार्ता में कहा कि जम्मू-कश्मीर की जनता समझ गई है कि पीडीपी ने राज्य में सुशासन स्थापित किया है। विश्वविद्यालय, कॉलेज और एम्स पीडीपी सरकार की ही देन है। उन्होंने नेकां के खिलाफ यह टिप्पणी ऐसे समय में की है, जब राजनीतिक दलों ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश में चुनावी अभियान तेज कर दिया है।
नेकां और पीडीपी ने अपने घोषणापत्र में अनुच्छेद 370 की बहाली का वादा किया है। भाजपा ने कहा है कि अनुच्छेद 370 अब अतीत की बात हो गई है। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद प्रदेश में विधानसभा के ये पहले चुनाव हैं। नेकां-कांग्रेस ने गठबंधन किया है। शुक्रवार को जम्मू में भाजपा का संकल्प पत्र जारी करने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस व नेकां के घोषणापत्र पर तीखा हमला किया। शाह ने कहा कि वे आतंकवाद फैलाना चाहते हैं, गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलितों का आरक्षण छीनना चाहते हैं, अपराधियों को रिहा करना चाहते हैं और जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के साथ व्यापार शुरू करना चाहते हैं। उधर, नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने एक साक्षात्कार में कहा कि अनुच्छेद 370 लंबा संघर्ष है। अनुच्छेद 370 और जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा नेकां की विचारधारा का हिस्सा है। यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे हम छोड़ देंगे। इस मुद्दे को संबोधित करने से पहले केंद्र में कुछ सरकारी बदलावों की आवश्यकता होगी।

आतंकवाद की भेंट चढऩे वालों में 85 प्रतिशत मुसलमान : राजनाथ

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को रामबन जिले के बनिहाल सीट से भाजपा उम्मीदवार मोहम्मद सलीम भट के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। सिंह ने कहा, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की भेंट चढऩे वालों में 85 प्रतिशत मुसलमान थे। कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं आम बात थी। क्या आतंकवादी घटनाओं में हिंदू मारे जा रहे थे? मैं गृह मंत्री रह चुका हूं और मुझे पता है कि आतंकवादी घटनाओं में सबसे ज्यादा मुसलमानों की जान गई है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में 40,000 से ज्यादा लोगों की जान गई है।

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