शर्मनाक! कश्मीर में लोग रो रहे और मोदी बिहार में रैली कर रहे
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश

- विपक्ष के साथ-साथ आम जन बोला- ये समय भाषण का नहीं एक्शन लेने का
- जनता बोली – श्रद्धांजलियों से नहीं, सख्त कार्रवाई से चाहिए इंसाफ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एकतरफ पूरे देश में पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर आक्रोश है तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार में रैली करने पहुंचे है। उनके इस दौरे को लेकर विपक्ष समेत आम जनता ने सवालिया निशान लगाया है। कांगे्रस ने जहां कहा है सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री को भी शामिल होना चाहिए वहंीं जदयू ने इस बैठक से किनारा किया है। बैठक से किनारे के लिए उसने मधुबनी रैली को ही कारण बताया है। वहीं कांग्रेस ने अपनी बैठक में पहलगाम हमले की निंदा की है। उधर देश में प्रदर्शन करते हुए आम नागरिकों ने कहा है भाषण से नहीं ठोस कार्रवाई से ही बात बनेगी।
इन सब घटनाक्रम के बीच पीएम मोदी ने कहा है कि देश पर हुए हमले का मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा। पहलगाम हमले के बाद देश की जनता में रोष है और सभी ने एक स्वर में मीटिंग नहीं कार्रवाई करने की मांग की है। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आतंकवादी आये, हमला किया और चले गये यह कैसे संभव है। एक हाईलेवल मीटिंग के बाद पीम मोदी ने सिंधु जल संधि (1960) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद किया जा रहा है। पाकिस्तानी सार्क वीजा धारकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोडऩे के निर्देश दिये गये हैं। पाकिस्तान में भारत के रूख से हलचल है और वहां के पीएम शहबाज शरीफ ने तत्काल इमरजेंसी मीटिंग बुलाई हैं। पूरी दुनिया ने भारत को इस विषय पर समर्थन देने का एलान किया है। रूस, अमेरिका और ईरान ने सहयोग की इच्छा व्यक्त की है।
व्यापारियों ने दुकानें बंद कर सीमा पर युद्ध में जाने की व्यक्त की इच्छा
4PM न्यूज नेटवर्क टीम ने जब लोगों से इस विषय पर बात की तो उनका गुस्सा सातंवे आसमान पर नजर आया। गृहणी हो या फिर कामकाजी महिला, व्यापारी हो या फिर वकील सभी ने पाकिस्तान पर ठोस कार्रवाई की मांग की। अब जनता सर्जिकाल इस्ट्राइक को भी मानने के लिए तैयार नहीं दिखी। जीपीओ प्रतिमा पर व्यापारिक संगठनों ने धरना दिया और एक स्वर में कहा कि वह अपनी दुकाने बंद कर सीमा पर युद्ध मे जाने के लिए तैयार है। सरकार को पाकिस्तान को स्ट्रांग मैसेज देने की जरूरत है। इस पूरे घटनाक्र म का सबसे गंभीर पहलू यह दिख रहा है कि जनता अब सीधे सरकार को जिम्मेदार मान रही है। लोगों का कहना है कि कड़े कदम उठाने का समय आ गया है। यूपी की जनता अब नारे नहीं, निर्णय चाहती है। लोगों का यह भी कहना है कि हमेशा देखने में आता है कि ऐसे हमलों के बाद कड़ी निंदा की बात कहकर इतीश्री कर ली जाती है। पर इसबार जनता ठोस कार्रवाई चाहती है। लोगों का कहना है कि बातों से काम नहीं चलेगा। अगर सरकार जल्द कोई निर्णायक कदम नहीं उठाती, तो यह जनाक्रोश देशभर में राजनीतिक और सामाजिक असंतोष में बदल सकता है।
डरा पाकिस्तान, बुलाई बैठक
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उच्च स्तरीय सीसीएस बैठक की अध्यक्षता करने के कुछ ही घंटों बाद, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आज बैठक बुलाई है। इस बैठक में पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की गई है, जिसमें उन्होंने पुष्टि की है कि राष्ट्रीय सुरक्षा चर्चा का मुख्य विषय होगी।
आतंकियों को कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे : मोदी
- बिहार से पीएम की भारत के दुश्मनों को चेतावनी
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में पहलगाम आतंकी हमले पर देश के दुश्मनों को चेतावनी देते हुए कहा, मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि इन आतंकियों को और इस हमले की साजिश करने वालों को उनकी कल्पना से बड़ी सजा मिलेगी, सजा मिलकर रहेगी। अब आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोडक़र रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि इन आतंकियों को और इस हमले की साजिश करने वालों को उनकी कल्पना से बड़ी सजा मिलेगी, सजा मिलकर रहेगी। अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।
पहलगाम आतंकी हमले पर कांग्रेस ने पास किया निंदा प्रस्ताव
- कार्यसमिति की आपात बैठक में मृतकों को दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली। कांग्रेस नेताओं ने गुरुवार को पहलगाम आतंकवादी हमले पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी कार्यसमिति की एक आपात बैठक की और इस हमले की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किए किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी, महासचिव के सी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, प्रियंका गांधी वाड्रा सहित अन्य नेताओं ने यहां पार्टी के 24, अकबर रोड कार्यालय में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में भाग लिया। बैठक की शुरुआत नेताओं द्वारा हमले के पीडि़तों की याद में एक मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। पार्टी ने एक्स पर लिखा कि कांग्रेस कार्यसमिति ने आज अपनी बैठक में हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इसमें मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि दी। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम एकजुट हैं। एक अन्य पोस्ट में लिखा गया कि कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने कायराना हमला किया है। इसकी जितनी निंदा की जाए, वो कम है। इसी अहम मुद्दे पर आज कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक से पहले पहलगाम हमले के मृतकों को मौन रख श्रद्धांजलि दी गई।
सर्वदलीय बैठक में पीएम भी हिस्सा लें : पवन खेड़ा
पार्टी नेता पवन खेड़ा ने कहा कि 22 अप्रैल को कांग्रेस पार्टी ने पहलगाम हमले के विषय में सर्वदलीय बैठक की मांग की थी। उस मांग को स्वीकार करते हुए सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। हम उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री इस मामले की गंभीरता को समझते हुए इस सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेंगे। वहीं राहुल गांधी ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में भाग लेने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी यात्रा को बीच में ही रोक दिया था। कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री जो आज शाम को हमले पर एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे, सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेंगे और साथ ही एक सामूहिक संकल्प भी बनाएंगे।
पांचों आतंकियों की हुई पहचान
हमले में शामिल पांच आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है। इनमें तीन पाकिस्तानी नागरिक और दो जम्मू-कश्मीर के निवासी बताए जा रहे हैं। अधिकारियों ने आतंकी हमले में शामिल लोगों को पकडऩे के प्रयास तेज कर दिए हैं। जांच एजेंसियों ने तीन पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की, जिनके नाम आसिफ फौजी (उपनाम मूसा), सुलेमान शाह (उपनाम यूनुस) और अबू तल्हा (उपनाम आसिफ) हैं। इसके अलावा, घाटी के दो अन्य आतंकवादियों की भी पहचान की गई, जिनमें अदिल गुरी, अनंतनाग के बिजबेहरा का स्थानीय निवासी, जो 2018 में पाकिस्तान गया था और पुलवामा का अहसन शामिल हैं।
हम कश्मीरियों को दुश्मन न समझें : उमर अब्दुल्ला
- सीएम बोले- हमारी कोई गलती नहीं, ये सब पाकिस्तान ने किया
श्रीनगर। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमारी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं, चाहे वो 25 मेहमान हों या हमारे स्थानीय बहादुर युवा जिन्होंने दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान की परवाह न करते हुए खुद को दूसरों के लिए कुर्बान कर दिया। अन्य भारतीय राज्यों में कश्मीरी छात्रों को परेशान किए जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि वह अपने समकक्षों के संपर्क में हैं और उन्होंने उनसे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि राज्य प्रशासन उन राज्यों की सरकारों के संपर्क में है, जहां से ये खबरें आ रही हैं। उनका यह बयान नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता इमरान नबी डार की पोस्ट के जवाब में था, जिसमें उन्होंने सीएम से परेशान करने वाली खबरों के बीच कदम उठाने का आग्रह किया था। उमर अब्दुल्ला ने बाद में मीडिया से कहा कि हमारी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं, चाहे वो 25 मेहमान हों या हमारे स्थानीय बहादुर युवा जिन्होंने दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान की परवाह न करते हुए खुद को दूसरों के लिए कुर्बान कर दिया। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को इस घटना के खिलाफ सामने आने के लिए धन्यवाद देता हूं। उन्होंने आगे कहा कि मैं देश के लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे कश्मीरियों को दुश्मन न समझें। इसमें हमारी कोई गलती नहीं है। ये सब पाकिस्तान ने किया है। कश्मीरियों ने भी 35 साल तक इसे बर्दाश्त किया है। अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पहलगाम में हमले के बाद मैंने कल दोपहर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। मैंने सभी प्रमुख राजनीतिक दलों, जम्मू-कश्मीर के सभी माननीय सांसदों और जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता को निमंत्रण भेजा है।’’ यह बैठक बृहस्पतिवार को अपराह्न तीन बजे शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित की जाएगी। अब्दुल्ला ने विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुखों को भेजे पत्र में लिखा, पहलगाम में हुए घातक हमले के बाद मैं आपको भारी मन से यह पत्र लिख रहा हूं। मारे गए लोगों की जान और निर्दोष नागरिकों पर हुए अत्याचार ने हम सभी को झकझोरा।
आज शाम सर्वदलीय बैठक शामिल नहीं होगी नीतीश कुमार की पार्टी
केंद्र सरकार आज शाम 6 बजे होने वाली सर्वदलीय बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी देगी और उनके विचार सुनेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह नेताओं को जानकारी दे सकते हैं। सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को निशाना बनाते हुए कई उपायों की घोषणा की, जहां आतंकवादियों ने मंगलवार (22 अप्रैल) को कम से कम 26 लोगों की हत्या कर दी, जिनमें से ज़्यादातर पर्यटक थे। सरकार की सहयोगी जदयू इस बैठक में शामिल नहीं होगी। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा कि जेडीयू के सभी शीर्ष नेता आज मधुबनी जिले में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्त हैं, इसलिए हम सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। बैठक में जो भी निर्णय लिया जाएगा, जेडीयू सरकार के निर्णय के साथ खड़ी रहेगी और देशहित में सरकार का समर्थन करेगी। वहीं, शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे आज नई दिल्ली में होने वाली सर्वदलीय बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।