पीयूष गोयल का फ्रांस और इटली दौरा सफल, भारत-यूरोपीय संघ व्यापारिक संबंध होंगे और मजबूत
गोयल ने कहा कि इटली के कारोबारी भारत में निवेश बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। इस दिशा में खास कदम उठाते हुए भारत में "इटली एनक्लेव" स्थापित करने की योजना है, जहां इटली के होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल, कॉलेज और अस्पताल खोले जाएंगे।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अपने फ्रांस और इटली दौरे को सफल बताते हुए कहा है कि इससे भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापारिक संबंधों को नई दिशा मिलेगी। इटली के ब्रेशिया में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि इटली के उप-प्रधानमंत्री तथा प्रमुख उद्योगपतियों से उनकी महत्वपूर्ण मुलाकातें हुई हैं।
गोयल ने कहा कि इटली के कारोबारी भारत में निवेश बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। इस दिशा में खास कदम उठाते हुए भारत में “इटली एनक्लेव” स्थापित करने की योजना है, जहां इटली के होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल, कॉलेज और अस्पताल खोले जाएंगे। इसका उद्देश्य भारत में बसे इटली के नागरिकों को घर जैसा वातावरण प्रदान करना है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत और इटली के बीच द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना है। साथ ही, उन्होंने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में सुधार की जरूरत और भारत के हितों की सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर भी चर्चा की। पीयूष गोयल ने विश्वास जताया कि भारत 2047 तक 30 से 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। इस आर्थिक विकास में अंतरराष्ट्रीय निवेश और साझेदारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने फ्रांस के उद्योगपतियों से भी मुलाकात की और उन्हें भारत में निवेश करने का न्योता दिया.
भारतीय उद्योगपतियों ने भी इस दौरान इंडिया फ्रांस बिजनेस फोरम में फ्रांस में कारोबार के विस्तार को लेकर चर्चा की. फ्रांस दौरे
के बाद पीयूष गोयल इटली पहुंचे, जहां उन्होंने मिलान शहर में इटली के कारोबारियों से भारत में निवेश करने और सरकार की
तरफ से दी जा रहीं सुविधाओं के बारे में चर्चा की.
आने वाले सालों में कई गुना बढ़ेगा व्यापार
इसके बाद उन्होंने इटली के ब्रेसिया शहर के ऐतिहासिक सांता जूलियो म्यूज़ियम में इटली इंडिया स्ट्रेटेजिक बिजनेस पार्टनरशिप में हिस्सा लिया. इस दौरान इटली की तरफ से उप प्रधानमंत्री एंटोनियो तयानी शामिल हुए. दोनों नेताओं ने भारत-इटली संयुक्त आर्थिक सहयोग आयोग के 22वें सत्र की सह-अध्यक्षता की, जो 5 जून, 2025 को संपन्न हुई. इटली और भारत के बीच अभी करीब 20 बिलियन डॉलर का व्यापार है और आने वाले सालों में कई गुना बढ़ने की उम्मीद है.
भारत और इटली ने कृषि और खाद्य प्रसंस्करण में सहयोग को मजबूत करने और ऑटोमोबाइल और अंतरिक्ष क्षेत्रों में संयुक्त कार्य समूह स्थापित करने का संकल्प लिया. दोनों पक्षों ने टिकाऊ कृषि-मूल्य श्रृंखलाओं, कृषि-मशीनरी, खाद्य पैकेजिंग प्रौद्योगिकियों और नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग के अवसरों की पहचान की. उन्होंने हरित हाइड्रोजन और जैव ईंधन जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर भी सहमति जताई और दोनों देशों के बीच कुशल पेशेवरों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने की मंशा जताई.
पीयूष गोयल ने इटली के कॉरपोरेट नेताओं से बातचीत की
इस यात्रा के दौरान मंत्री के साथ लगभग 90 कंपनियों के शीर्ष नेतृत्व वाला एक मजबूत भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी था. प्रतिनिधिमंडल ने इटली के उद्योगों का दौरा किया और स्थानीय कंपनियों के साथ कई बैठकें कीं. गोयल ने इटली के कॉरपोरेट नेताओं के साथ व्यक्तिगत बातचीत भी की और भारत में परिचालन, विनिर्माण या उपस्थिति स्थापित करने की उनकी योजनाओं का स्वागत किया.
इस दौरान दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत अपनी माताओं के नाम पेड़ भी लगाए. केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है लेकिन लक्ष्य उससे भी बड़ा है. 2047 तक विकसित भारत और 35 ट्रिलियन डॉलर के आकर की अर्थव्यवस्था और अगर इस लक्ष्य को पाने के लिए ऐसे दौरे बहुत अहम हैं. ताकि भारत में निवेश बढ़े, दुनिया भर की कंपनियां भारत आएं और भारतीय कंपनियों को भी दुनिया में पैर पसारने के मौके मिलें.



