वैशाख पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी को करें प्रसन्न, आर्थिक तंगी से मिलेगा छुटकारा
हिन्दू धर्म के अनुसार पूर्णिमा की तिथि बेहद शुभ मानी जाती है, वैशाख पूर्णिमा का महत्व भी काफी खास होता है। विशाखा नक्षत्र में वैशाख पूर्णिमा का व्रत रखने से जातक के जीवन में सभी प्रकार के कष्ट समाप्त हो जाते हैं....
4PM न्यूज़ नेटवर्क: हिन्दू धर्म के अनुसार पूर्णिमा की तिथि बेहद शुभ मानी जाती है, वैशाख पूर्णिमा का महत्व भी काफी खास होता है। विशाखा नक्षत्र में वैशाख पूर्णिमा का व्रत रखने से जातक के जीवन में सभी प्रकार के कष्ट समाप्त हो जाते हैं और आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिल जाता है। ऐसे में वैशाख पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान और दान के लिए पूर्णिमा का दिन सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। मान्यता है कि पूर्णिमा पर देवतागण जल में वास करते हैं। इस दिन गंगा, नर्मदा या घर में ही गंगाजल से स्नान करने वालों को बैकुंठ की प्राप्ति होती है।
वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा आराधना की जाती है। वहीं साथ में कई ऐसे उपाय किए जाते हैं। जिससे आर्थिक समस्या से जुड़ी कई परेशानियों को दूर किया जाता है। और मां लक्ष्मी की कृपा से पैसों की बरसात होती है।
आइए जानते हैं कि यह उपाय कौन से हैं…
- वैशाख पूर्णिमा के दिन अगर 11 पीली कौड़ी में हल्दी लगाकर माता लक्ष्मी के चरणों में रख दें।
- अगले दिन उसे लाल कपड़े में बांधकर घर की तिजोरी में रखें इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी।
- पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं में निपुण रहता है।
- इस दिन कच्चे दूध में चीनी मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए।
- इससे सभी प्रकार के दोष और कष्ट समाप्त हो जाएंगे।
- घर में होने वाले गृह कलेश भी समाप्त हो जाएंगे।
- घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
वैशाख पूर्णिमा कब है 2024 में ?
- वैशाख पूर्णिमा 23 मई 2024, गुरुवार को है।
- इस दिन धर्म-कर्म के कार्य करने वालों कभी धन की कमी नहीं होती।
- सालभर में ये पूर्णिमा बहुत खास है क्योंकि इसी दिन बुद्ध जयंती और कूर्म जयंती भी मनाई जाती है।
वैशाख पूर्णिमा 2024 शुभ मुहूर्त
- पंचांग के अनुसार वैशाख पूर्णिमा 22 मई 2024 को शाम 06 बजकर 47 मिनट पर शुरू होगी।
- 23 मई 2024 को रात 06 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी ।
- स्नान-दान (ब्रह्म मुहूर्त) – सुबह 04.04 – सुबह 05.26
- सत्यनारायण पूजा का समय – सुबह 10.35 – दोपहर 12.18
- चंद्रोदय समय – रात 07.12
- मां लक्ष्मी की पूजा – रात 11.57 – रात 12.38, 24 मई (लक्ष्मी जी का पूजन निशिता काल में शुभ होता है)
वैशाख पूर्णिमा के दिन क्या करें उपाय
- विशाखा नक्षत्र में पितृ के नाम से अगर कुछ आप दान पुण्य करते हैं तो पितृ दोष से तो मुक्ति मिलेगी।
- इसके साथ ही पितृ की कृपा से घर में हमेशा सुख समृद्धि बनी रहेगी।
- 23 मई सुबह 9 बजकर 10 मिनट तक विशाखा नक्षत्र रहने वाला है।
- इस मुहूर्त में पितृ के नाम से छाता, घड़ा, वस्त्र चप्पल इत्यादि का दान अवश्य करें।