क्रोएशिया के राष्ट्रपति को PM मोदी ने भेंट की ओडिशा की पारंपरिक पट्टचित्र पेंटिंग, भारतीय कला को मिला वैश्विक सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ऐतिहासिक क्रोएशिया यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक ओडिशा की पारंपरिक पट्टचित्र पेंटिंग भेंट की।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ऐतिहासिक क्रोएशिया यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक ओडिशा की पारंपरिक पट्टचित्र पेंटिंग भेंट की। यह उपहार भारतीय कला की वैश्विक पहचान को दर्शाता है।

पट्टचित्र ओडिशा की एक प्रसिद्ध पारंपरिक चित्रकला है, जिसका नाम “पट्टा” (कपड़ा) और “चित्र” (चित्रकला) से मिलकर बना है। यह कला मुख्यतः कपड़े पर हाथ से बनाई गई विस्तृत और रंगीन चित्रकृतियों के लिए जानी जाती है। इन चित्रों में प्रायः भगवान कृष्ण, भगवान जगन्नाथ और अन्य भारतीय पौराणिक कथाओं से जुड़ी कहानियों का चित्रण होता है। खास बात यह है कि इन कलाकृतियों को बनाने में प्राकृतिक रंगों और हस्तनिर्मित ब्रश का उपयोग किया जाता है, जिससे इनका पारंपरिक स्वरूप बरकरार रहता है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस कलाकृति को भेंट कर भारत की पारंपरिक कला और शिल्पकला को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक विशेष पहचान दिलाने की पहल की है।

राष्ट्रपति को भेंट की ‘पट्टचित्र पेंटिंग’
प्रधानमंत्री मोदी ने क्रोएशिया के राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच को ओडिशा की एक पारंपरिक पट्टचित्र पेंटिंग उपहार में दी. पट्टचित्र ओडिशा का एक सुंदर पारंपरिक कला रूप है, जो कपड़े पर अपनी विस्तृत और रंगीन पेंटिंग के लिए जाना जाता है. इसका नाम पट्टा यानी कपड़ा और चित्र से आया है. इस पर बनी हुई कलाकृतियां आमतौर पर भारतीय पौराणिक कथाओं पर आधारित हैं. ये आकृतियां विशेष रूप से भगवान कृष्ण और जगन्नाथ परंपरा से जुड़ी कहानियां दिखाती हैं. कपड़ों पर इन आकृतियों को बनाने के लिए कलाकार प्राकृतिक रंगों और हस्तनिर्मित ब्रश का उपयोग करते हैं.

प्रधानमंत्री को भेंट किया ‘सिल्वर कैंडल स्टैंड’
पीएम मोदी ने क्रोएशिया के प्रधानमंत्री प्लेंकोविच को राजस्थान की पारंपरिक कारगारी का एक सुंदर उपहार भेंट में दिया. राजस्थान का यह सिल्वर कैंडल स्टैंड इस क्षेत्र की पारंपरिक धातु कला का एक सुंदर उदाहरण है. इसे कुशल कारीगरों के हाथों से बनाया गया है. इसमें सदियों पुरानी डिजाइन और तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है. इसमें बारीक फूल पत्तियां और ज्यामितीय डिजाइन है. इसका सुंदर आकार और बढ़िया पैटर्न इसे एक शाही और एक अलग रूप देते हैं. इसमें बनाए गए डिजाइन अक्सर महलों या मंदिरों से ली गई डिजाइन पर बनाए जाते हैं. राजस्थान में विशेषकर उदयपुर और जयपुर जैसे शहर अपनी चांदी की शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध हैं.

साइप्रस के प्रधानमंत्री को दी थी कश्मीरी सिल्क कारपेट
प्रधानमंत्री मोदी जब साइप्रस देश के दौरे पर गए थे, तो उन्होंने साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स को कश्मीरी सिल्क कारपेट उपहार में दी थी और उनकी पत्नी यानी साइप्रस की फर्स्ट लेडी को एक खूबसूरत क्लच उपहार में दिया था. वहीं प्रधानमंत्री मोदी को साइप्रस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया था.

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