डॉग बाबू के निवास प्रमाण पर बिहार में चढ़ा सियासी पारा

बिहार में बिना घूस कुछ काम नहीं होता: तेजस्वी

  • नेता विपक्ष बोले- अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य में कैसे हो रहा काम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में एक कुत्ते के निवास प्रमाण पत्र बन जाने से वहां का सियासी पारा चढ़ गया है। एसआईआर पर जारी घमासान के बाद इस घटना ने आग में घी का काम किया है और विपक्ष को सरकार को घेरना का एक मौका मुहैया करा दिया है। नेता विपक्ष तेजस्व यादव ने पटना जिले के मसौढ़ी अंचल द्वारा डॉग बाबू के नाम से निवास प्रमाण पत्र जारी होने को लेकर सरकार को घेरा है। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि समझा जा सकता है कि प्रदेश में सरकार कैसे चल रही है।
तेजस्वी यादव ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर कहा है कि इस प्रकरण से लोग अंदाजा लगा सकते हैं कि विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य कितना गहन हुआ है। उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर कहा कि यहां बिना पैसे के कोई कागज ही नहीं बनता है। डॉग बाबू ने भी कुछ दिया होगा। उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार में अपराधी विजय और सम्राट हो चुके हैं। लॉ एंड ऑर्डर का क्रिमिनल डिसऑर्डर हो चुका है। बिहार की स्थिति अच्छी नहीं है। मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में हैं। एम्बुलेंस में सामूहिक दुष्कर्म हो रहे हैं, अस्पताल में, दुकान में घुसकर गोलियां मारी जा रही हैं। यहां डबल इंजन की सरकार में एक भ्रष्टाचार में और एक अपराध में लगा हुआ है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचेत अवस्था में हैं!

सीएजी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में 71 हजार करोड़ रुपये का घोटाला इस सरकार ने किया है। यह कोई मामूली बात नहीं है, यह बड़ी रकम है। इस राशि का कोई हिसाब नहीं दिया गया है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्री मौन हैं।

डिप्टी सीएम पर लगाया जन्म प्रमाणपत्र में धांधली का आरोप

विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर जन्म प्रमाण पत्र में धांधली करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2005 में ये 26 साल के थे और 2010 में ये 28 साल के हो गए। यही नहीं, वर्ष 2020 में ये 51 साल के हो गए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिंदगी में ऐसा इंसान नहीं देखा था जो अपनी उम्र बढ़ाता भी हो और घटाता भी हो। उप मुख्यमंत्री पर उन्होंने शैक्षणिक प्रमाणपत्र को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि ऐसा फर्जीवाड़ा करने वाले लोग हम ही लोगों को गाली देने का काम करते हैं। उप मुख्यमंत्री को बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

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