हरियाणा में सियासी हलचल खट्टर ने सीएम पद छोड़ा  

पूरे मंत्रिमंडल के साथ राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा

जेजेपी और कांग्रेस ने अपने विधायकों को दिल्ली बुलाया, कांग्रेस बोली- चुनाव से पहले बीजेपी की चालबाजी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले सियासी भूचाल आ गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया। खबरों के मुताबिक, जननायक जनता पार्टी से रिश्ते टूटने की आशंका के बीच बीजेपी नेतृत्व हरियाणा सरकार में कुछ बड़े बदलाव कर सकता है। उधर विपक्ष ने इसके पीछे बीजेपी की चाल बताया है।
सूत्रों के अनुसार नायब सिंह सैनी, जो गैर-जाट हैं, उनकी जगह लेंगे। सूत्रों के मुताबिक मनोहर लाल खट्टर करनाल से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बने रहेंगे। साथ ही अलग अलग समुदायों से दो उपमुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। वहीं हरियाणा में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव कराने का विचार किया जा रहा है।

मैने तो पहले ही कहा था टूटेगा गठबंधन : हुड्डा

हरियाणा पर हुए घटनाक्रम पर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता दिपेंदर हुड्डा  ने कहा है कि उन्होंने तो पहले ही कहा था कि लोक सभा चुनाव से पहले जेजेपी व बीजेपी गठबंधन टूट जाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनावों में कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के लिए ये सब जुगत की जा रही है। हुड्डा ने कहा कि जेेजेपी व आईएनएलडी अलग-अलग चुनाव लड़़ेगे और बीजेपी के कहने पर ही चलेंगे।

मुंडा और बिप्लब बने पर्यवेक्षक

सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब सहित केंद्रीय भाजपा नेता बदलावों की निगरानी के लिए राज्य में हैं। बदलाव की प्रकृति स्पष्ट नहीं है, पार्टी के वरिष्ठ नेता चुप्पी साधे हुए हैं। लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में सीट-बंटवारे के समझौते पर पहुंचने में विफलता के बाद भाजपा और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जेजेपी के बीच संबंध खराब हो गए हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।

देशभर में 4PM यूट्यूब चैनल पहले नंबर पर बड़े-बड़े दिग्गजों को छोड़ा पीछे

साढ़े दस करोड़ व्यूज आये एक महीने में नामी चेहरे पीछे छूटे

4PM का डंका बजा पूरी दुनिया में
सत्ता के कारनामे आगे लाता है 4पीएम न्यूज नेटवर्क

33 लाख सब्सक्राइबर जुड़े, लोगों की पसंद बना चैनल

 

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मनमानी कर रही सत्ता को खबरों की सच्चाई से अंकुश लगाने की कोशिश में जुटे जन-जन के पसंदीदा यूट्यब चैनल 4 पीएम ने एक बार फिर सबको पीछे धकेलते हुए अपनी धाक जमाई है। सच को आम जनतक पहुंचाने की मुहिम में जुटे 4 पीएम ने फरवरी के महीने में 33 लाख सब्सक्राइबर के साथ सभी दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है।
4 पीएम ने डीबी लाइव व अन्य बड़े यूट्यूब स्टारों को भी पीछे करके अपनी लोकप्रियता में चार चांद लगा लिए हैं। यहीं नहीं अपने बेबाक रिर्पोटिंग की वजह से चैनल के व्यूज में भी उत्तरोत्तर जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। पिछले कई महीनों के भीतर इसकी संख्या में लागातार बढ़ोत्तरी हो रही है। गौरतलब हों सत्ता से सवाल करने की आदत और सच को दिखाने की जिद का ही नतीजा है कि 4पीएम दिनो-दिन आगे बढ़ता जा रहा है। इससे पहले भी 4पीएम यूट्यूब चैनल देश का नंबर वन चैनल बना था। सच दिखाने की बदौलत ही 4पीएम को लगातार दर्शकों का प्यार मिल रहा है और 4पीएम आए दिन नई-नई बुलंदियों को छू रहा है।
डाटा बिंग्स के ताजा आंकड़ों में चैनल व्यूज के मामले में टॉप पॉलिटिकल कमेंटेटर्स की श्रेणी में देश का सबसे ज्यादा देखे जाने वाले यूट्यूब चैनल बना हुआ है। इसी क्रम में पिछले कुछ एक महीनों से नंबर 2 पर चल रहा 4पीएम अब नंबर वन का यूट्यूब चैनल बन गया है। चैनल की लोकप्रियता का ही असर है कि इसकी मांग अन्य कई राज्यों में होने लगी है। लोगों को चैनल के हर कंटेंट पंसद आ रहा है, और लोग ज्यादा से ज्यादा जुड़ रहे हैं।

नहीं रुकेगा तीखे सवाल पूछने का सिलसिला

4पीएम की बढ़ती लोकप्रियता ये दर्शाती है कि सत्ता से सवाल करना लोगों को आज भी पसंद है। हर कोई सच को ही देखना चाहता है। बस कोई सच दिखाने वाला हो। 4पीएम की लोकप्रियता निरंतर बढ़ती जा रही है और कीर्तिमानों की नई ऊंचाईयों पर चढ़ता जा रहा है। लोगों के मिल रहे प्यार का ही नतीजा है कि 4पीएम की श्रृंखलाओं में भी आए दिन बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्तमान समय में 4पीएम नेशलन के अलावा सात राज्यों के भी क्षेत्रीय यूट्यूब चैनल चल रहे है। इसके अलावा एंटरटेनमेंट के लिए 4पीएम बॉलीवुड का भी चैनल चल रहा है। यही वजह है कि देखते-देखते सब्सक्राइबर्स की संख्या ३.३ मिलियन के करीब पहुंच गई पता ही नहीं चला।

सच के साथ खड़े होते हैं लोग

लोगों के प्यार और अपने सच दिखाने की जिद की बदौलत 4पीएम लगातार सफलता की सीढिय़ों को चढ़ रहा है और देश में आए दिन अपना परचम फहरा रहा है। जिस समय देश की कथित मेन स्ट्रीम मीडिया सिर्फ सत्ता वंदन में लगी हुई है, ऐसे में 4पीएम और उसके संपादक संजय शर्मा ने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए सत्ता से तीखे सवाल करना जारी रखा और जनता के सामने लगातार सच को दिखाते रहे हैं। आज उसी सच और सत्ता से सवाल करने के हौसले का ही नतीजा है कि 4पीएम देश भर में अपनी अलग पहचान बना रहा है। निरंतर अपनी लोकप्रियता में दिन दोगुनी रात चौगुनी बढ़ोत्तरी कर रहा है।

 

हिमाचल: बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट की फटकार

शीर्ष अदालत बोली- हाईकोर्ट क्यों नहीं गए अगली सुनवाई 18 मार्च को

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। हिमाचल कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया के फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई टल गई। मामले में अब अगली सुनवाई 18 मार्च को होगी। जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस प्रशांत मिश्रा की बेंच ने पूछा कि इस मामले को लेकर हाईकोर्ट क्यों नहीं गए, इसमें क्या मौलिक अधिकार है, हालांकि आज अदालत ने सुनवाई टालते हुए अगली तारीख तय कर दी। कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने का मामला अदालत पहुंचा है, बागी विधायकों में राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर, इंद्र दत्त लखनपाल और देवेंद्र कुमार शामिल हैं।
गौरतलब हो कि राज्यसभा चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग के बाद से ही हिमाचल प्रदेश में सियासी गहमा गहमी तेज हो गई थी। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों और 3 निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी कैंडिडेट हर्ष महाजन के लिए क्रॉस वोटिंग की थी। इसके बाद हिमाचल सरकार खतरे में आ गई थी। राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर बीजेपी के लिए क्रॉस वोटिंग की थी। इसके बाद सरकार पर खतरा मंडराने लगा था। हालांकि जैसे-तैसे सुक्खू सरकार बच गई। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष ने क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के छह बागी विधायकों को अयोग्य करार दे दिया था।

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