राहुल की अपील पर भी सियासत
- मानहानि मामले में फैसले के खिलाफ सूरत पहुंचे कांग्रेस नेता
- भाजपा ने बताया न्याय व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मानहानि मामले में दो साल की सजा व अपनी सदस्यता रद करने के फैसले के खिलाफ राहुल गंाधी सूरत के कोर्ट में पहुंच गए हैं। वह 11 दिन बाद अपील करने जा रहे हैं। सूरत के लिए कांग्रेस नेता ने दिल्ली एयरपोर्ट से इंडिगो की फ्लाइट पकड़ी। राहुल के साथ कांग्रेस के कई अन्य नेता भी वहां पहुंचे हैं। उधर उनके अपील करने पर सियासत भी जोरों पर जारी है। भाजपा ने कहा वह अपील करने जा रहें या न्याय व्यवस्था को प्रभावित करने। वहीं कांग्रेस ने कहा है कि वह अपने नेता के साथ पूरे जोश के साथ खड़ी है।
वह आज बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और तीन कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों- अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ सूरत गए। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दोषसिद्धि पर अंतरिम रोक लगाने की भी मांग करेंगे, जिससे उनकी लोकसभा सदस्यता बहाल हो जाएगी।
मैं अपने नेता के साथ जा रहा हूं : बघेल
कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मैं अपने नेता (राहुल गांधी) के साथ जा रहा हूं, यह न्यायपालिका पर दबाव कैसे हो सकता है? वे (भाजपा) पश्चिम बंगाल और बिहार में हुड़दंग कर रहे हैं। अभी तक पीएम मोदी और अमित शाह की ओर से कोई अपील नहीं आई है। इनकी ट्रेनिंग ही यही है। ये लोग सिर्फ दंगा करवाते हैं।
न्यायपालिका पर कोई दबाव नहीं बना सकता : सुक्खूू
कानून मंत्री किरण रिजिजू के बयान पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, कि न्यायपालिका पर कोई दबाव नहीं बना सकता। हम सूरत जा रहे हैं। कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है और राहुल गांधी हमारी पार्टी के बड़े नेता हैं। यह कोई राजनीतिक नाटक नहीं है। हम उनके साथ खड़े हैं…।
हम सरकार के खिलाफ लड़ सकते हैं : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम अदालत के फैसले पर बहस नहीं कर सकते लेकिन हम केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ सकते हैं। वे (केंद्र) अदाणी विवाद में जेपीसी नहीं बनाना चाहते। उनकी योजना है कि सदन न चले।
पुलिस बल तैनात
सूरत डीसीपी जोन-4 सागर बागमार ने कहा, जिला अदालत में राहुल गांधी की उपस्थिति को देखते हुए सूरत शहर की पुलिस ने जहां भी आवाजाही की संभावना है, वहां पुलिस बल तैनात कर दिया है। हम भी तलाशी और जांच शुरू करेंगे।
न्यायालय के बाहर जुटे कांग्रेस कार्यकर्ता
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन में सूरत में जिला एवं सत्र न्यायालय के बाहर इक_ा हुए हैं।
मुख्यमंत्रियों को लेकर क्यों जा रहे : रविशंकर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 के मानहानि मामले में मिली 2 साल की सजा के खिलाफ गुजरात की एक अदालत में अपील करने जा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने इस मुद्दे पर कहा कि अपील करने जाएं उनका अधिकार है। लेकिन पूरे मुख्यमंत्रियों को लेकर क्या न्याय व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। ये बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना रवैया है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उनके इस व्यवहार से मैं काफी दुखित हूं, यह क्या किया जा रहा है।
संसद में हंगामा: लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही ठप
- राहुल ने कई बार पिछड़ों का अपमान किया है-अनुराग ठाकुर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद में बजट सत्र के दूसरे चरण के चौथे हफ्ते कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। कई दिनों के अवकाश के बाद लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई पर विपक्ष व सत्ता पक्ष के हंगामें की वजह से इसे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। बता दें कि इस दौरान कांग्रेस सांसद लोकसभा में काले कपड़े पहनकर पहुंचे थे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम अदालत के फैसले पर बहस नहीं कर सकते, लेकिन हम केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं। केंद्र अदाणी विवाद में जेपीसी नहीं बनाना चाहता है। उनकी योजना है कि सदन न चलें।इससे पहले कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने नियम 267 के तहत राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस का नोटिस दिया है। उन्होंने अदाणी समूह पर धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और वित्तीय कुप्रबंधन के आरोपों की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन में सरकार की विफलता पर चर्चा करने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल ने एक बार नहीं बल्कि कई बार पिछड़ों का अपमान करने का काम किया है। दुख इस बात का है कि कांग्रेस ने माफी मांगना तो दूर, दबाव बनाने और डराने का काम कर रही है। राहुल गांधी ने एक बार नहीं बल्कि कई बार पिछड़ो का अपमान करने का काम किया है। दुख इस बात का है कि कांग्रेस ने माफी मांगना तो दूर, दबाव बनाने और डराने का काम कर रही है। जब 3 वर्ष थे तब तो इनके साथ कोई नहीं गया।
बिहार विस में कोहराम,ङ्क्षहसा को लेकर सरकार व बीजेपी में नोक-झोंक
पटना। बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी के दिन भडक़ी सांप्रदायिक हिंसा और उसके बाद हुई घटनाओं की धमक सोमवार को बिहार विधानसभा में महसूस हुई। बीजेपी इस मुद्दे पर पूरी तरह से हमलावर दिखी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विफल कानून व्यवस्था का आरोप लगातर इस्तीफा देने की मांग की। बता दें कि बीजेपी ने विधानसभा में प्रश्नकाल के शुरू होते ही रामनवमी पर हुए हंगामे का मुद्दा का उठाया। पार्टी विधायकों ने हिंसा को लेकर सरकार पर कई आरोप लगाए और खूब हंगामा किया। पार्टी ने प्रदेश में जंगलराज रिटर्न्स का आरोप लगाया। सवाल उठाते है सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गया. बीजेपी नेता वेल में उतरकर हंगामा करने लगे। इधर, हंगामा बढ़ते देख विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगीत कर दी।