मणिपुर घटना पर राजनीति अनुचित: मायावती
- बोलीं-दोषियों को सख्त सजा मिले
- कांग्रेसियों ने मणिपुर सीएम का पुतला फूंका
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई घटना पर हो रही राजनीति को अनुचित एवं चिंतनीय बताया है। यूपी की पूर्व सीएम ने कहा संसद में इस पर सार्थक चर्चा होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट में भी घटना का संज्ञान लिया है जिसे अब दबाया नहीं जा सकता। मणिपुर पर गंभीर होना जरूरी है। उन्होंने इस घटना को शर्मनाक और दिल दहला देने वाली बताया है।
उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा कि भीड़ ने जो दरिंदगी की है वह शर्मनाक तथा दिल को दहलाने देने वाली है। राज्य व केंद्र की सरकार को भी ऐसे आपराधिक तत्वों को इतनी सख्त सजा देनी चाहिए कि इस प्रकार के जघन्य अपराध की पुनरावृत्ति ना हो। वहीं मणिपुर हिंसा, महिलाओं व बच्चियों के साथ किए गए अमानवीय कृत्य के विरोध में कांग्रेसियों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने व मणिपुर सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की। इस दौरान मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का पुतला दहन भी किया। कांग्रेस ने कहा कि मणिपुर के हालात को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाकर स्थितियों को काबू में लाए जाने की ठोस योजना बनाई जाए। प्रदर्शन में पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह, इंदल रावत, दिनेश कुमार सिंह, वेद प्रकाश त्रिपाठी, अशोक सिंह, कृष्णकांत पाण्डेय, अमरनाथ अग्रवाल आदि शामिल थे।
तत्काल बर्खास्त की जाए मणिपुर सरकार : मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
मुस्लिमल पर्सनल लॉ बोर्ड ने मणिपुर की सरकार की बर्खास्तगी मांग है। महिलाओं के साथ हुई घटना को फासीवादी मानसिकता का नमूना बताते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बोर्ड के प्रवक्ता डॉ. एसक्यूआर इलियास ने कहा कि यह घटना बताती है कि जब सरकार के संरक्षण में फांसीवादी मानसिकता, घृणा और पूर्वाग्रहों के साथ बहुसंख्यक आगे बढ़ते हैं तो कैसे-कैसे जुल्म होते हैं। ऐसा हम गुजरात में पहले देख चुके हैं। पिछले नौ साल में सरकार प्रायोजित अल्पसंख्यकों पर यह हिंसा लगातार देखी जा रही है। केंद्र सरकार ने वहां भरोसे की बहाली के लिए समुचित प्रयास नहीं किए।