भ्रष्टाचार के लैला-मजनू Modi-Shah! Nitish-Naidu को निपटाने की तैयारी!
नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को सत्ता से बाहर करने की तैयारी तेज़! मोदी-शाह पर आरोप कि वोट चोरी के बाद अब सत्ता चोरी...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत की राजनीति में इन दिनों हलचल मची हुई है….. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं…… विपक्ष के नेताओं की चालाक रणनीति ने मोदी को मुश्किल में डाल दिया है….. वहीं अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार….. और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू अपना समर्थन वापस ले लेंगे…… वहीं अगर ऐसा हुआ तो मोदी सरकार गिर सकती है….. यह सब एक गलती की वजह से हो रहा है…… जिसे राजनीतिक पंडित मोदी की बड़ी भूल बता रहे हैं…..
दोस्तों भारतीय राजनीति में इन दिनों एक बड़ा विवाद छिड़ा हुआ है…… आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है….. और उन्होंने कहा कि BJP और भ्रष्टाचार का रिश्ता लैला-मजनू या रोमियो-जूलियट जैसा है….. मतलब, दोनों एक-दूसरे से अलग नहीं हो सकते…… यह बयान उन्होंने उन तीन विधेयकों के संदर्भ में दिया…… जो जेल में बंद प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्रियों को पद से हटाने का प्रावधान करते हैं…… आप ने इन विधेयकों की जांच करने वाली संयुक्त संसदीय समिति से बाहर रहने का फैसला किया है…… तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बाद आप तीसरी विपक्षी पार्टी है…… जो इस समिति का बहिष्कार कर रही है….. संजय सिंह ने इन विधेयकों को असंवैधानिक बताया….. और कहा कि इनका मकसद भ्रष्टाचार खत्म करना नहीं…… बल्कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाना और लोकतंत्र को कमजोर करना है…..
भारतीय संसद में हाल ही में तीन विधेयक पेश किए गए हैं…… जो राजनीतिक जगत में हलचल मचा रहे हैं…… इसमें प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों की हिरासत या जेल में रहने पर पद से हटाने का प्रावधान करने वाला बिल….. इससे जुड़े संवैधानिक संशोधन बिल….. और संबंधित नियमों को लागू करने वाला बिल शामिल है….. वहीं इनका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अगर कोई नेता 30 दिनों से ज्यादा हिरासत में रहता है या जेल में बंद है…… तो वह अपना पद नहीं संभाल सकता है….. और अगर वह इस्तीफा नहीं भी देता है तो उसकी सरकार खत्म हो जाएगी….. उसको कार्यमुक्त घोषित कर दिया जाएगा…… सरकार का कहना है कि ये बिल भ्रष्टाचार रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए हैं…… लेकिन विपक्ष इसे राजनीतिक हथियार मानता है…..
आपको बता दें कि ये बिल 2023-2024 में शुरू हुए विवादों से जुड़े हैं…… लेकिन 2025 में इन्हें JPC के पास भेजा गया……. JPC एक संसदीय समिति है, जिसमें सांसद मिलकर बिल की जांच करते हैं. और सुझाव देते हैं…… हाल ही में आए रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये बिल संविधान के 130वें संसोधन से जुड़े हैं…… जो जेल में बंद नेताओं को अयोग्य घोषित करने का प्रावधान करते हैं…… केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि विपक्षी नेता जेल में रहकर भी सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए ये बिल जरूरी हैं….
जिसको लेकर विपक्ष का कहना है कि ये बिल चुनिंदा तरीके से विपक्षी सरकारों को गिराने के लिए हैं…… दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के हेमंत सोरेन जैसे नेताओं को ED और CBI जैसी एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था…… और विपक्ष इसे राजनीतिक साजिश मानता है….. TMC ने JPC को नाटक बताया और कहा कि वे इसमें शामिल नहीं होंगे….. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बिलों का विरोध किया….. और कहा कि ये लोकतंत्र के खिलाफ हैं…… आप ने इन बिलों को असंवैधानिक करार दिया और कहा कि इनका असली मकसद विपक्ष को कुचलना है……
हाल ही में आप ने ऐलान किया कि वे JPC से बाहर रहेंगी…… संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम संयुक्त समिति में शामिल नहीं होंगे…… इस विधेयक का उद्देश्य भ्रष्टाचार को खत्म करना नहीं है क्योंकि BJP को भ्रष्टाचार और भ्रष्ट लोगों से प्यार है…… उन्होंने BJP को वॉशिंग मशीन कहा…… मतलब जो भी भ्रष्ट नेता BJP में शामिल होता है…… उसके सारे आरोप धुल जाते हैं….. वहीं यह बॉयकॉट विपक्षी एकता में दरार का संकेत है…… कांग्रेस अभी भी JPC में शामिल होने पर विचार कर रही है……. जबकि TMC, सपा और आप बाहर हैं……जिसको लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह इंडिया गठबंधन की कमजोरी दिखाता है…… 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद विपक्ष पहले से कमजोर है…… और ऐसे मुद्दों पर मतभेद बढ़ रहे हैं…..
बता दें कि संजय सिंह ने BJP पर सबसे तीखा हमला बोला….. और उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और BJP का रिश्ता लैला और मजनू, रोमियो और जूलियट जैसा है…… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, BJP को भ्रष्ट लोगों से प्यार है…… उन्होंने कई नेताओं के नाम लिए, जो पहले भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे थे…… लेकिन BJP में शामिल होने के बाद उनके केस ठंडे पड़ गए…… तो आइए दोस्तों इन नेताओं के बारे में विस्तार से जानते हैं…. इन नेताओं में पहला नाम अजित पवार का आता है…. जो महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री भी है….. वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता थे….. उन पर 70,000 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले का आरोप था….. ED ने 2019 में जांच शुरू की…… लेकिन 2023 में वे BJP के साथ गठबंधन में शामिल हुए और NCP को तोड़ दिया…… उसके बाद उनके खिलाफ जांच रुक गई….. संजय सिंह ने कहा कि मोदी जी ने खुद अजित पवार पर आरोप लगाए थे….. लेकिन अब वे साथ हैं….. अजित पवार का कहना है कि आरोप राजनीतिक थे…… और अब वे विकास पर फोकस कर रहे हैं…… लेकिन विपक्ष इसे डील बताता है…..
नारायण राणे महाराष्ट्र से BJP सांसद और केंद्रीय मंत्री है….. ये पहले कांग्रेस में थे….. फिर शिवसेना में गए….. उन पर कई मामलों में आरोप थे…… जैसे भूमि घोटाला और धमकी देने के केस….. 2021 में BJP में शामिल हुए….. और उनके केस कमजोर पड़ गए….. राणे ने कहा कि वे निर्दोष हैं…… लेकिन विपक्ष कहता है कि BJP ने उन्हें बचाया….. जी जनार्धन रेड्डी कर्नाटक के खनन कारोबारी और BJP नेता है…… उन पर अवैध खनन घोटाले में 35,000 करोड़ का आरोप था…… CBI ने गिरफ्तार किया था….. लेकिन 2023 में BJP में शामिल हुए और चुनाव लड़े…… उनके केस अब धीमे चल रहे हैं….. रेड्डी का कहना है कि आरोप झूठे थे….
बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP नेता हैं….. उन पर भ्रष्टाचार के कई केस थे….. 2021 में इस्तीफा दिया, लेकिन BJP में बने रहे….. उनके बेटे पर भी आरोप हैं….. येदियुरप्पा कहते हैं कि वे निर्दोष साबित होंगे….. मुकुल रॉय पश्चिम बंगाल से हैं वे पहले TMC में थे….. फिर BJP में शामिल हुए….. अब वापस TMC में आ गए हैं…. उन पर रेल घोटाले के आरोप थे…… BJP में रहते हुए जांच रुकी, लेकिन अब बीजेपी छोड़ते ही जांच फिर सक्रिय हो गई है….
हिमंत बिस्वा सरमा असम के मुख्यमंत्री और BJP नेता है….इससे पहले कांग्रेस में थे….. उन पर सारदा चिट फंड घोटाले में आरोप थे…… 2015 में BJP में शामिल हुए, और केस ठंडे पड़ गए….. सरमा कहते हैं कि आरोप राजनीतिक थे…… लेकिन मोदी ने खुद सरमा पर आरोप लगाए थे, लेकिन अब वे BJP के स्टार हैं….. और सारे आरोप धुल गए….. शुभेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल के BJP नेता है…. वे पहले TMC में थे…… उन पर नारदा स्टिंग ऑपरेशन में रिश्वत लेने का आरोप था…. लेकिन 2020 में BJP में शामिल हुए, और जांच धीमी हो गई….. जिसके बाद अधिकारी कहते हैं कि वे निर्दोष हैं……
संजय सिंह ने कहा कि ये सब BJP में हैं…… जो दिखाता है कि पार्टी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है….. और उन्होंने मोदी-शाह को भ्रष्टाचार के लैला-मजनू कहा…… विपक्ष का आरोप है कि BJP ऑपरेशन लोटस चलाती है…… जिसमें विपक्षी सरकारें गिराने के लिए भ्रष्ट नेताओं को शामिल किया जाता है…… महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार गिराई गई, गोवा, मध्य प्रदेश में भी ऐसा हुआ…… संजय सिंह का वॉशिंग मशीन वाला बयान पुराना है…… 2024 में नागपुर में उन्होंने कहा कि BJP वॉशिंग मशीन बन गई है…… कितना भी भ्रष्टाचार करो, पार्टी में शामिल हो जाओ, सब धुल जाएगा…..
वहीं मोदी के इस खेल में तमाम नेता शामिल है….. जिनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और जैसे बीजेपी में शामिल हुए सभी आरोपों से बरी हो गए….. इनमें अशोक चव्हाण, प्रफुल पटेल, नवीन जिंदल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, यस बैंक घोटाले से जुड़े और 2020 में BJP से मंत्री बने….. जिसको लेकर विपक्ष कहता है कि 2014 से 2024 तक…… 25 से ज्यादा विपक्षी नेता BJP में शामिल हुए….. और उनके 95 फीसदी केस बंद या धीमे हो गए….. एक रिपोर्ट के मुताबिक ED के 121 मामलों में से 115 विपक्षी नेताओं पर थे……
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा कहते है कि ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा लेकिन इन सभी सुबुतों से साफ पता चलता है कि बीजेपी नें सभी भ्रष्टाचारी खूब फल औप फूल रहे है….. वहीं BJP का कहना है कि ED, CBI स्वतंत्र हैं….. लेकिन देश की जनता को पता हैं कि ईडी और सीबीआई का डर दिखाकर दो नेताओं से समर्थन लेकर मोदी जी बैसाखी के सहारे सरकार चला रहे हैं….. वहीं नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू NDA में हैं…… लेकिन विपक्ष कहता है कि BJP उन्हें निपटाने की तैयारी कर रही है…… संजय सिंह ने वोट चोरी के बाद सत्ता चोरी करने का आरोप लगाया…..
भारत में भ्रष्टाचार पुरानी समस्या है…… 2011 में अन्ना हजारे आंदोलन से AAP बनी….. मोदी सरकार ने डेमॉनेटाइजेशन, GST जैसे कदम उठाए, लेकिन विपक्ष कहता है कि इलेक्टोरल बॉन्ड्स से BJP को 6,000 करोड़ मिले, जो भ्रष्टाचार है…… सुप्रीम कोर्ट ने बॉन्ड्स को असंवैधानिक कहा….. लेकिन अब विपक्ष कहता है कि BJP ने इसे राजनीतिक हथियार बनाया…… संजय सिंह ने 2022 में कहा कि मेहुल चोकसी, नीरव मोदी जैसे भगोड़े BJP के करीबी हैं…… जिससे साफ पता चलता है कि देश के बड़े भ्रष्टाचारियों को कहीं न कहीं मोदी का संरक्षण प्राप्त है…..



