प्रधानमंत्री का राज्यसभा में दिया भाषण झूठ व अद्र्ध सत्य का पिटारा: रमेश

नई दिल्ली। कांग्रेस ने राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने झूठ की नदी बहाई और इतिहास को तोड़-मरोड़ दिया, लेकिन लोगों के वास्तविक मुद्दों पर बात नहीं की। मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस पर वोट पाने के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत पर काम कर रही है। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि 90 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री इतिहास तोड़ मरोड़ योजना और प्रधानमंत्री कांग्रेस बदनाम योजना के अलावा कुछ नहीं था। ये एकोलिस्टिक भाषण था। प्रधानमंत्री 90 मिनट झूठ की गंगा बहाते रहे।
जयराम रमेश ने एक एक्स पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री की ध्यान भटकाने, विकृत करने और बदनाम करने की क्षमता सचमुच चौंका देने वाली है। आज राज्यसभा में उनका 90 मिनट का भाषण झूठ और आधे सच से भरा था। जवाहरलाल नेहरू के प्रति उनका पैथोलॉजिकल जुनून पूरे प्रदर्शन पर था। यह उनके पद के लिए अयोग्य प्रदर्शन था। सांसद जॉन ब्रिटास ने कहा कि यह निराशाजनक है कि पीएम आपातकाल का सहारा लेते रहे, उन्हें आपातकाल के बारे में बोलते हुए लगभग 10 साल हो गए हैं। मुझे नहीं लगता कि पीएम को अपनी सरकार की कमियों के लिए कांग्रेस सरकार की विफलताओं का बहाना लेना चाहिए।
नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ उनकी सरकार का मूलमंत्र रहा है जबकि कांग्रेस का मूलमंत्र ‘परिवार प्रथम’ रहा है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि उसने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें ‘झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार परिवारवाद, तुष्टीकरण’ आदि का घालमेल था। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के मॉडल में ‘परिवार प्रथम’ ही सर्वोपरि है। इसलिए, उनकी नीति-रीति, वाणी-वर्तन उस एक चीज को संभालने में ही खपता रहा है।’’
तकरीबन 91 मिनट के अपने संबोधन का अधिकतर हिस्सा प्रधानमंत्री ने परिवारवाद, भ्रष्टाचार, आपातकाल और कथित कुशासन सहित विभिन्न मुद्दों का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर केंद्रित रखा और कहा कि उसके ‘पंजे’ से मुक्त होकर देश आज ‘चैन की सांस’ ले रहा है और ऊंची उड़ान भी भर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के लाइसेंस राज और उसकी कुनीतियों से बाहर निकलकर हम मेक इन इंडिया को बढ़ावा दे रहे हैं। आज पूरी दुनिया भारत की आर्थिक क्षमता को पहचानने लगी है। आज दुनिया हमें तेज गति से आगे बढऩे वाले देश के रूप में देख रही है। हम अपनी अर्थव्यवस्था का विस्तार कर रहे हैं।’’

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