लखीमपुर : अंतिम अरदास में शामिल होने पहुंचीं प्रियंका गांधी

  • लखीमपुर : अंतिम अरदास में शामिल होने पहुंचीं प्रियंका गांधीकिसान नेता राकेश टिकैत भी मौके पर
  • सुरक्षा के मद्ïदेनजर भारी पुलिस बल तैनात

लखनऊ। लखीमपुर में तीन अक्टूबर को उपद्रव के बाद हिंसा में मृत चार किसानों की अंतिम अरदास आज है। इसकी तैयारी को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कल देर शाम तिकुनिया पहुंचे, जबकि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी आज सुबह लखनऊ से रवाना हो गई हैं। प्रियंका गांधी सीतापुर क्रास कर लखीमपुर के तिकुनिया पहुंचने वाली हैं। किसान नेताओं ने इसके साथ ही चेतावनी दी है कि वह राजनेताओं को अपना मंच साझा नहीं करने देंगे। वहां पर टकराव की आशंका में भारी पुलिस बल सोमवार रात से एकत्र है। कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि प्रियंका गांधी नई दिल्ली से लखनऊ के एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सड़क मार्ग से सीतापुर होते हुए लखीमपुर खीरी पहुंची है। उनके साथ वाहनों के बड़े काफिला के कुछ वाहनों को सीतापुर में ही रोका गया। प्रियंका का काफिला लखीमपुर के एलआरपी चौराहे से तिकुनियां के लिए रवाना हो गया। उनके साथ गाड़ी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू तथा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा हैं। साथ ही राष्टï्रीय सचिव धीरज गुर्जर, लखीमपुर से डॉ रवि शंकर त्रिवेदी, प्रदेश सचिव गुरमीत सिंह भुल्लर, सिद्धार्थ त्रिवेदी, संजय गोस्वामी व रामपाल शाक्य भी तिकुनियां जा रहे हैं। वहीं देर शाम भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत भी लखीमपुर पहुंच गए हैं। अन्य राज्यों से भी किसान पहुंच रहे हैं। राकेश टिकैत के साथ भाकियू टिकैत के कई वरिष्ठ नेता भी किसानों की अंतिम अरदास में शामिल होने के लिए उनके साथ पहुंचे। राजनेता व किसान भाई लोग सभी अंतिम अरदास में शामिल होकर खीरी कांड में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। भाकियू नेता राकेश टिकैत स्वयं कार्यक्रम की व्यवस्था संभाल रहे हैं।

बरेली एयरपोर्ट पर जयंत को रोका, समर्थकों ने की नारेबाजी

मृतक किसानों के अंतिम अरदास में शामिल होने जा रहे जयंत चौधरी को पुलिस ने बरेली एयरपोर्ट पर रोक दिया। इसे लेकर उनके समर्थकों में गुस्सा है। लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बावजूद विपक्ष का हमला कम नहीं हो रहा। लखीमपुर कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

तिकुनिया में अंतिम अरदास कार्यक्रम शुरू

तिकुनिया बवाल मारे गए दलजीत सिंह, नछत्तर सिंह, गुरविंदर सिंह, लवप्रीत सिंह और रमन कश्यप की अंतिम अरदास कार्यक्रम शुरू हो गया है। पलिया से आए रागी जत्थे ने गुरवाणी का बखान कर संगत को निहाल किया। कार्यक्रम में मृत किसानों के परिजन और घायल किसानों को भी बुलाया गया है। इस कार्यक्रम में पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के तमाम जिलों से किसान शामिल होने पहुंचे हैं।

यूपी चुनाव पर बीजेपी का दिल्ली में मंथन

  • – प्रदेश नेतृत्व ने रिपोर्ट दी कि माहौल भाजपा के पक्ष में ही है

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कुछ महीने बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव में जीत के प्रति भारतीय जनता पार्टी आश्वस्त है। फिर भी पार्टी नेतृत्व अपनी जमीन पूरी तरह पक्की कर लेना चाहता है। लखीमपुर कांड सहित कुछ घटनाओं को लेकर विपक्षी दल जिस तरह से भाजपा की सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं, उसे लेकर भी पार्टी के रणनीतिकार सचेत हैं। तमाम मुद्दों और घटनाओं के असर, उन्हें बेअसर करने के लिए जनता से जुड़ाव के कार्यक्रम आदि पर दिल्ली में केन्द्रीय और प्रदेश नेतृत्व की राष्टï्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। साझा रणनीति के तहत संघ भी भाजपा की चुनावी राह के कील-कांटे चुनने में जुटेगा। बीजेपी के राष्टï्रीय और प्रदेश नेतृत्व की कई बैठकें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हो चुकी हैं। कल फिर जेपी नड्डा ने नई दिल्ली में बैठक बुलाई। उनके साथ राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रभारी बनाए गए केंद्रीय उच्च शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी थे। यहां से प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के अलावा संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल जी सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हुए। सूत्रों ने बताया कि इसमें लखीमपुर खीरी कांड, गोरखपुर में पुलिस द्वारा कारोबारी की हत्या, कृषि कानून विरोध आंदोलन आदि के विधानसभा चुनाव पर असर को लेकर चर्चा हुई। हालांकि रिपोर्ट यही रही कि माहौल भाजपा के पक्ष में ही है। पार्टी की ओर से तय किया गया कि सौ दिन के लिए जो सौ कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं, उन्हें जमीनी स्तर पर अच्छे से चलाया जाए।

मनीष गुप्ता हत्याकांड : आरोपी सभी 6 पुलिसकर्मी होंगे बर्खास्त

कानपुर। गोरखपुर में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड के आरोपित सभी के खिलाफ धरपकड़ की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। अब तक दो हत्या आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं मामले में मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और दरोगा अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद सभी की बर्खास्तगी करने की तैयारी शुरू हो गई है। एसपी नॉर्थ की जांच रिपोर्ट का आधार बनाते हुए एसएसपी ने बर्खास्त करने की फाइल आगे बढ़ा दी है। हत्या का मुकदमा दर्ज होने से पहले एसएसपी ने चेकिंग के दौरान लापरवाही के आरोप में इंस्पेक्टर सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद मनीष की पत्नी मीनाक्षी की मांग प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझा और जांच एसआईटी को सौंपी। एसआईटी पिछले 10 दिनों से गोरखपुर में डेरा डाले हुए है और हर पहलू की जांच कर रही है। एसआईटी के डीआईजी आनंद प्रकाश तिवारी की 5 सदस्य टीम 2 अक्टूबर से गोरखपुर में कैंप कर रही है और हॉस्पिटल से लेकर होटल से लेकर पुलिस थाने तक हर पहलू की जांच कर रही है। मामला सीबीआई जांच को भी सिफारिश की गई है लेकिन सीबीआई ने अभी तक केस अपने हाथ में नहीं लिया है। 2 अक्टूबर को अपर पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी की अगुवाई में एसआईटी गोरखपुर पहुंची थी। जांच में हत्या कर साक्ष्य मिटाने के प्रमाण मिलने पर आरोपितों को फरार घोषित किया गया था। दो दिन पहले जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा गिरफ्तार कर लिए गए थे, वहीं चार आरोपी अभी भी फरार हैं।

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