मुख्तार की मौत पर उठे सवाल!
योगी सरकार पर विपक्ष का प्रहार
- न्यायिक जांच की मांग
- पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा शव
- गाजीपुर में आज ही किया जाएगा सुपुर्दे-खाक
- जुमे की नमाज के बाद निकाला जाएगा मुख्तार अंसारी का शव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पूर्व विधायक व बाहुबली मुख्तार अंसारी के बांदा जेल में मौत के बाद से योगी सरकार व जेल प्रशासन पर सवाल उठ गए है। ज्ञात हो कि अभी कुछ दिन पहले ही मुख्तार ने आरोप लगाया था की उसे धीमा जहर देकर मारने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके बाद उनके परिजनों ने सरकार व न्यायालयों से इसकी जांच करने को कहा था। पर अभी जांच हो भी नहीं पाई कि वृहस्पतिवार की रात को उनकी तबियत अचानक खराब हो जहां उन्हें बांदा अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी मृत्यु इलाज के दौरान हो गई। डॉक्टरों ने मृत्यु का कारण हार्डअटैक बताया है। उधर शुक्रवार को उनके परिवार की उपस्थिती में पोस्टमार्टम हुआ। सारी प्रक्रिया के बाद उनके शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि आज ही उन्हें गाजीपुर में सुपुर्दे खाक किया जाएगा। उधर इस मौत पर कांग्रेस, सपा, बसपा समेत पूरे विपक्ष ने सवाल उठाते हुए इसकी न्यायिक जांच की मांग की है। जुमे की नमाज के बाद बांदा मेडिकल कॉलेज से मुख्तार अंसारी का शव निकाला जाएगा। बांदा मेडिकल कॉलेज बाईपास से तिंदवारी रोड मोड़ से बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर काफिला जाएगा। चित्रकूट के भरतकूप पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से काफिला उतरेगा। भरतकूप से कर्वी, चित्रकूट के मऊ, शंकरगढ़ होते हुए प्रयागराज काफिला जाएगा. प्रयागराज से वाराणसी और वाराणसी से गाजीपुर काफिला जाएगा।
यूपी में सरकारी अराजकता चरम पर : अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने माफिया मुख्तार अंसारी की जेल में मौत को लेकर प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या कैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।
परिवार के आरोपों की उच्चस्तरीय जांच जरूरी : मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने माफिया मुख्तार अंसारी की मौत पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है जिससे कि मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। उन्होंने कहा कि ऐसे में उनके परिवार का दुखी होना स्वाभाविक है। कुदरत उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति दे। मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दु:खी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दु:ख को सहन करने की शक्ति दे।
अंसारी परिवार के वकील पहुंचे हाईकोर्ट
मुख्तार अंसारी के परिवार के वकील इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचे हैं। थोड़ी देर में अर्जी दाखिल करेंगे। विधायक बेटे अब्बास अंसारी को पैरोल दिए जाने या फिर न्यायिक हिरासत में जनाजे में शामिल होने की इजाजत दिए जाने की गुहार लगाई जाएगी। जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच में मेंशन केस को मेंशन किया जाएगा।
संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे अजीब मामलों और घटनाओं का स्वत: संज्ञान लेना चाहिए : तेजस्वी
सबिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अंसारी की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, यूपी के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत का दुखद समाचार मिला। हम भगवान से प्रार्थना करेंगे कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले और परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। तेजस्वी यादव ने आगे कहा, कुछ दिन पहले उन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है, फिर भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। प्रथम दृष्टया, यह उचित और मानवीय नहीं लगता है। संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे अजीब मामलों और घटनाओं का स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।
सत्ता का दुरुपयोग कर रही बीजेपी सरकार : सुमैया राणा
मशहूर शायर रहे मुन्नवर राणा की बेटी सुमैया राणा की मुख्तार अंसारी की मौत पर प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा, हम खून की किश्ते तो कई दे चुके लेकिन, ऐ खाके वतन कर्ज अदा क्यों नही होता, एक बड़ा सानेहा है, जिसमें पिछले कई सालों से रमजान जिस तरीके से जेल में रहने वाले चाहे शाहबुद्दीन भाई हो, चाहे अतीक अहमद हो, या इस बार मुख्तार भाई का इंतकाल होना, ये लॉ एंड ऑर्डर की धज्जियां उड़ाना हैं और कहीं न कहीं इससे संविधान की धजियां उड़ाना हैं। सुमैया राणा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपनी सत्ता के बल पर सत्ता का दुरुपयोग करते हुए, अपने जेल में, अपनी संरक्षण में रहते हुए जैसी मौतें हो रही हैं और उसको बीमारी की शक्ल दी जा रही है, ऐसा पहले भी हो चुका है और आज मुख्तार भाई के साथ भी ऐसा ही हुआ।
बेटे के आरोप के बाद सरकार ने दिए जांच के आदेश
जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत पर विवाद तब खड़ा हो गया जब उनके बेटे ने दावा किया कि पूर्व विधायक को जेल में सॉफ्ट जहर” दिया गया था। जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। 2005 से जेल में बंद अंसारी (60) की गुरुवार को उत्तर प्रदेश के बांदा में दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई। उत्तर प्रदेश पुलिस ने किसी भी कानून-व्यवस्था की स्थिति को रोकने के लिए राज्य भर में निषेधाज्ञा जारी की है। मऊ से पांच बार विधायक रहे मुख्तार अंसारी के खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने दावा किया कि गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को जेल में धीमा जहर दिया गया था। ऐसा ही दावा अंसारी के भाई और ग़ाज़ीपुर सांसद अफज़़ाल अंसारी ने भी किया था। अधिकारियों ने इस आरोप से इनकार किया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि मुख्तार अंसारी की मौत की मजिस्ट्रेटी जांच तीन सदस्यीय टीम द्वारा की जाएगी। पिछले हफ्ते, मऊ से पांच बार के पूर्व विधायक ने बाराबंकी अदालत में एक आवेदन दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि उन्हें भोजन के साथ कुछ जहरीला पदार्थ” दिया गया था। अंसारी ने दावा किया कि 19 मार्च को खाना खाने के बाद उनकी नसों और अंगों में दर्द होने लगा।