इनकम टैक्स का कांग्रेस को 1700 करोड़ का नोटिस

चुनाव से पहले नोटिस पर उठे सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा टैक्स नोटिस को चुनौती देने वाली पार्टी की याचिका खारिज करने के एक दिन बाद कांग्रेस को आयकर विभाग से 1,700 करोड़ रुपये का नोटिस मिला है। सूत्रों ने कहा कि ताजा नोटिस आकलन वर्ष 2017-18 से 2020-21 के लिए है और इसमें जुर्माना और ब्याज शामिल है।
फरवरी में आयकर विभाग ने पार्टी के टैक्स रिटर्न में गड़बड़ी पाई थी और 200 करोड़ रुपये की मांग की थी। आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) ने पार्टी को बकाया भुगतान करने को कहा था और उनके खाते फ्रीज कर दिए थे। कांग्रेस ने कहा कि टैक्स ट्रिब्यूनल का उसके फंड को रोकने का आदेश लोकतंत्र पर हमला है क्योंकि यह आदेश लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आया है। गुरुवार को, दिल्ली उच्च न्यायालय ने कांग्रेस द्वारा उसके खिलाफ चार साल की अवधि के लिए कर पुनर्मूल्यांकन कार्यवाही शुरू करने को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया। इस चुनाव में राजनीतिक दलों के लिए फंडिंग एक केंद्रीय मुद्दा बनता जा रहा है, खासकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनावी बांड को रद्द करने के बाद – जो व्यक्तियों और/या व्यवसायों को राजनीतिक दलों को गुमनाम दान करने की इजाजत देता है – इस आधार पर कि यह नागरिकों के सूचना के अधिकार का उल्लंघन करता है।

मोदी सरकार लोकतंत्र को मारना चाहती है : माकन

कांग्रेस नेता अजय माकन ने मीडिया से कहा था, चुनाव की तारीख आ गई है और हम अपने बैंक में पड़े 285 करोड़ का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं, प्रचार के लिए हमें अखबारों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में स्लॉट बुक करना होगा, हमें मिलना होगा पोस्टर छपवाए। अगर हम ये काम भी नहीं कर पाएंगे तो लोकतंत्र कैसे बचेगा? उन्होंने कहा था कि हमें तीन बातें कहनी हैं, प्रत्येक राजनीतिक दल को आयकर से छूट है। अगर कभी किसी ने पेनल्टी नहीं दी तो फिर कांग्रेस के साथ ऐसा क्यों है?

राजू पाल हत्याकांड में सभी सात आरोपियों को उम्रकैद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बसपा विधायक राजू पाल हत्या के सात आरोपियों को सीबीआई लखनऊ की कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। आरोपियों में माफिया अतीक अहमद के तीन शॉर्प शूटर फरहान, आबिद और अब्दुल कवि भी शामिल हैं। इसके अलावा जावेद, इसरार, रंजीत पाल और गुल हसन को भी कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। साल 2005 में हुई बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है। कोर्ट ने इस मामले में 7 लोगों को दोषी करार दिया है।
हत्या का आरोप माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर लगा था। दोनों भाइयों को इस मामले में जेल भी जाना पड़ा था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने इस मामले में आगे की जांच की थी। राजू पाल की पत्नी पूजा पाल तीसरी बार विधायक हैं। प्रयागराज में पिछले साल हुए चर्चित शूटआउट में मौत के घाट उतारे गए उमेश पाल भी राजू पाल मर्डर केस में गवाह थे। आबिद, फरहान, जावेद, अब्दुल, गुल हसन, इसरार और रंजीत को दोषी करार दिया गया।

अब्बास अंसारी को इलाहाबाद हाईकोर्ट से नहीं मिली राहत

प्रयागराज। मुख्तार अंसारी के परिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है,अंसारी परिवार जेल में बंद विधायक बेटे अब्बास अंसारी को मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल कराना चाहता था इसके लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अर्जी मेंशन की जानी थी। एमपी एमएलए से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाली जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच में मुख्तार के परिवार की अर्जी मेंशन होनी थी। यह बेंच आज नहीं बैठी और इसके मुकदमे जस्टिस समित गोपाल की बेंच में ट्रांसफर कर दिए गए, जस्टिस समित गोपाल की बेंच ने दूसरी बेंच से आए किसी भी मुकदमे को सुनने से इनकार कर दिया। इस वजह से मुख्तार के परिवार की अर्जी हाईकोर्ट में मेंशन नहीं हो सकी है, अंसारी परिवार अब सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की तैयारी में जुट गया है, थोड़ी देर में अब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की अर्जी जाएगी। हालांकि वकील इस बात की कोशिश में भी जुटे हुए हैं कि मामला चीफ जस्टिस के यहां मेंशन हो जाए और चीफ जस्टिस किसी बेंच को सुनवाई के लिए नॉमिनेट कर दें। विधायक बेटे अब्बास अंसारी को पिता मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए पैरोल दिए जाने या फिर न्यायिक हिरासत में कब्रिस्तान तक लाए जाने की इजाजत दिए जाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल होनी थी।

विपक्षी गठबंधन का विरोध प्रदर्शन टला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। बीजेपी दफ्तर पर इंडिया गठबंधन का आज होने वाला विरोध-प्रदर्शन टल गया है। दरअसल दिल्ली पुलिस की तरफ से विरोध-प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी गई। जिसके चलते आज का प्रदर्शन टाल दिया गया है। विरोध-प्रदर्शन टलने के बाद अब आम आदमी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता डोर टू डोर कैेंपेन करेंगे।
इसके अलावा इंडिया गठबंधन ने 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक चुनावी रैली करने का भी ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आज विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर यहां भाजपा मुख्यालय की ओर जाने वाली सडक़ों पर कई स्तर के बैरिकेड लगाए गए हैं और बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।

महागठबंधन में बिहार की 40 सीटों पर बनी बात

आरजेडी, कांग्रेस और वाम दल में हो गया बंटवारा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में लोकसभा की 40 सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन के बीच कई दिनों से पेंच फंसा हुआ था। अब आरजेडी, कांग्रेस और वामदल के बीच सीट शेयरिंग हो गई है। शुक्रवार (29 मार्च) को आरजेडी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस इसकी औपचारिक घोषणा कर दी गई। आरजेडी 26 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि कांग्रेस को 9 सीटें मिली हैं।
वहीं वाम दल को पांच सीट मिली है। भाकपा माले को तीन सीट, सीपीआई को एक और सीपीएम को भी एक सीट दी गई है, आरजेडी और कांग्रेस के बीच फंसी पूर्णिया सीट पर अपडेट है कि यह लालू यादव की पार्टी ही रखेगी। कांग्रेस को इस सीट से बड़ा झटका लगा है, साथ ही पप्पू यादव के लिए भी यह बुरी खबर है।

9 सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस

बिहार में कांग्रेस के खाते में जो सीटें गई हैं उनमें कटिहार, किशनगंज, पटना साहिब, पश्चिमी चंपारण, सासाराम, महाराजगंज, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर शामिल है।

आरजेडी के हिस्से में गई 26 सीटें

बिहार में जिन 26 सीटों पर आरजेडी लड़ेगी उनमें औरंगाबाद, मधेपुरा, गया, जमुई, नवादा, सारण, पाटलिपुत्र, बक्सर, उजियारपुर, जहानाबाद, दरभंगा, बांका, अररिया, मुंगेर, सीतामढ़ी, झंझारपुर, मधुबनी, सीवान, हाजीपुर, वाल्मीकि नगर, पूर्वी चंपारण, सुपौल, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज और पूर्णिया शामिल है।

सीपीआईएमल को तीन सीट

वहीं सीपीआईएमल को तीन सीट आरा, नालंदा और काराकाट दी गई है. सीपीआई को एक सीट बेगूसराय दी गई है। सीपीएम को एक सीट खगडिय़ा दी गई है।

महाराष्ट्र में कांग्रेस उम्मीदवार रश्मी बर्वे का जाति प्रमाण पत्र खारिज

कांग्रेस की रामटेक (एससी) लोकसभा सीट से उम्मीदवार रश्मी बर्वे का जाति वैधता प्रमाणपत्र रद्द करना राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई है, पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने दावा किया। नागपुर की जाति छानबीन समिति ने बर्वे के प्रमाणपत्र को अवैध करार दिया था। कांग्रेस ने कुछ दिन पहले रामटेक से अपने उम्मीदवार के रूप में नागपुर जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष बर्वे के नाम की घोषणा की थी। पटोले ने कहा, उनका मुकाबला एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के राजू परवे से है। भाजपा 2024 का लोकसभा चुनाव हारने जा रही है और इसलिए, वह विपक्ष के खिलाफ इस तरह से साजिश रच रही है। बर्वे का जाति वैधता प्रमाणपत्र रद्द करना राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई है। उन्होंने कहा, हालांकि, पार्टी इस घटनाक्रम से डरी हुई नहीं है क्योंकि उसने रामटेक सीट के लिए दूसरा नामांकन दाखिल किया है, पटोले ने दावा किया कि भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है, लेकिन चुनाव लडऩे के लिए उसे दूसरे दलों से उम्मीदवार आयात करने पड़ते हैं।

जम्मू-कश्मीर में खाई में गिरी यात्री कैब, 10 यात्रियों की मौत

श्रीनगर नेशनल हाईवे पर भीषण हादसा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में शुक्रवार 29 मार्च को एक बड़ा सडक़ हादसा हो गया है। जम्मू कश्मीर के रामबन के पास नेशनल हाईवे पर एक सडक़ हादसा हुआ है जिसमें एक कैब खाई में गिर गई है। यह एक यात्री कैब थी जिसमें 10 लोग सवार थे। इस हादसे में सभी लोगों की मौत हो गई है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो क्या अब सवारियों को लेकर जम्मू से श्रीनगर जा रही थी। इसी बीच यह सडक़ हादसे का शिकार हो गई और खाई में जा गिरी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत हो गई है। घटना स्थल पर एसडीआरएफ और रामबन सिविल क्यूआरटी टीम मौके पर है, जो बचाव अभियान में जुटी हुई है। बचाव अभियान सुबह से ही जारी है। अब तक टीम कैब में सवार 10 लोगों के शव बरामद कर चुकी है। जानकारी के मुताबिक जिस जगह पर एक्सिडेंट हुआ है वहां अंधेरा है। इलाके में लगातार बारिश भी हो रही है जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में समस्या आ रही है। पुलिस का कहना है कि उन्हें लगभग रात एक बजे इस हादसे की जानकारी मिली। जानकारी के मुताबिक जम्मू से कश्मीर की तरफ यात्रियों को ले जा रही हूं टैक्सी नेशनल हाईवे 44 पर 300 मीटर गहरी खाई में गिर गई है। एसएचओ रामबन, पुलिस टीम सीआरएफ टीम और सिविल कार्ट टीम बचाओ अभियान करने के लिए घटना स्थल पर पहुंची। अब तक को क्या आप में सवाल 10 लोगों के शव मिल चुके है।

संन्यास के बारे में सोचने की जरूरत नहीं: राजनाथ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने राजनीतिक करियर को लेकर खुलकर बात की। राजनीति से अपने संन्यास को लेकर उन्होंने कहा कि सब कुछ ईश्वर की मर्जी से चल रहा है और उन्हें संन्यास के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है।
राजनाथ सिंह ने 25 साल की उम्र में पहला चुनाव जीता था। वह इमरजेंसी के समय में जेल में भी बंद रहे थे। इसके बाद से वह लगातार राजनीति में सक्रिय हैं, एक समय पर उन्हें प्रधानमंत्री पद का दावेदार भी माना जाता था। 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद वह अहम मंत्रालय संभाल रहे हैं। सिंह से सवाल किया गया कि सक्रिय राजनीति से संन्यास के बारे में वह क्या सोचते हैं। इसके जवाब में राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें सोचने की जरूरत ही नहीं है, यह ईश्वर के हाथ में है, उनके प्रति उनकी गहरी आस्था है, जीवन में जो कुछ भी हुआ है, वह हमारे कारण हुआ है, ऐसा मैं कभी नहीं सोचता हूं और मैं मानता हूं कि जो भी हमारी सीमित सोच है, परमात्मा ऐसी बुद्धि न दे कि हम ऐसा सोचें, मैं मानता हूं कि जो कुछ भी मेरे जीवन में हुआ है, ईश्वर की वजह से हुआ है।

Related Articles

Back to top button