राहुल ने फिर उठा दिया वोट चोरी का मुद्दा, विपक्ष के आगे NDA ने टेके घुटने!

एक तरफ जहां बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा सातवें आसमान पर है तो वहीं दूसरी तरफ वोट चोरी का मुद्दा गरमाया हुआ है। आलम ये है कि बिहार चुनाव NDA के हाथों से निकलता हुआ नजर आ रहा है।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: एक तरफ जहां बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा सातवें आसमान पर है तो वहीं दूसरी तरफ वोट चोरी का मुद्दा गरमाया हुआ है। आलम ये है कि बिहार चुनाव NDA के हाथों से निकलता हुआ नजर आ रहा है।

बौखलाहट इतनी है कि भाजपा के आला नेताओं को सीक्रेट मीटिंग करनी पड़ रही हैं। उधर वोट चोरी के भी सरे पैंतरे फेल होते नजर आ रहे हैं, राहुल गांधी ने जबसे वोट चोरी का मुद्दा उठाया है और वोट चोरी के सबूत जनता के सामने पेश किये हैं चुनाव आयोग न सिर्फ सवालों के घेरे में है बल्कि वोट चोरी की वजह से इसे संविधान का खतरा भी बताया जा रहा है। खैर विपक्ष लगातार ऐसे मुद्दों को उठा रहा है साथ ही भाजपा और चुनाव आयोग की कथित मिलीभगत को उजागर करने का काम कर रहा है।

आपको बता दें कि राहुल गांधी और तमाम विपक्षी नेताओं के वोट चोरी के मुद्दे के उठाने और सबूत पेश करने के बावजूद भी बिहार में कभी CCTV बंद करने के मामले सामने आ रहे हैं तो कभी VVPAT की पर्चियां कूड़ेदान में मिलने की खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने वोट चोरी के मुद्दे पर एक बार फिर से बीजेपी को घेरा है. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ये क्लियरली वोट चोरी है और 25 लाख वोट चोरी हुए हैं. 8 में से एक वोट चोरी और इस डेटा को देखने के बाद मेरी सोच है कि वही मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में हुआ है. राहुल गांधी ने कहा कि ये बीजेपी और चुनाव आयोग का सिस्टम है. उन्होंने कहा कि हमारे पास और भी सबूत हैं और ये हम आहिस्ता-आहिस्ता सभी को दिखाएंगे. राहुल गांधी ने कहा कि एसआईआर इसे वोट कवर-अप करने और इंस्टीट्यूशनलाइज करने का सिस्टम है.

आपको याद दिला दें कि हाल ही में राहुल गांधी ने दावा किया कि हरियाणा में हर आठ में से एक मतदाता फ़र्ज़ी है. उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने ’25 लाख फ़र्ज़ी वोट’ का पर्दाफ़ाश किया है और बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के ‘100 प्रतिशत सबूत’ पेश किए हैं, जिनमें अलग-अलग नामों से कई बार रजिस्टर्ड मतदाताओं के उदाहरण भी शामिल हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में मतदाता धोखाधड़ी पर अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिस मकान नंबर 265 का ज़िक्र किया था. उसे लेकर बीजेपी और विपक्ष के बीच तीखी बयानबाजियों का दौर जारी है. वहीं विपक्ष की तरफ से जहां एक तरफ दावा किया जा रहा है की बिहार में महगठबंधन की जीत निश्चित है तो वहीँ दूसरी तरफ NDA नेताओं की घबराहट भी साफ़-साफ़ देखने को मिल रही है। आलम ये हो गया है कि खुद अमित शाह को सीक्रेट मीटिंग करनी पड़ रही है। जिसे लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सवाल उठा दिया है।

हाल तो ये है बिहार का कि यहां अब खुलेआम कूड़ेदान से हजारों वीवीपैट की पर्चियां कूड़े में फेंकी मिलीं. ये पर्ची सरायरंजन विधानसभा के शितलपट्टी गांव के पास मिली हैं. बता दें कि, 6 नवंबर को इस विधानसभा सीट पर वोटिंग हुई थी, शीतलपट्टी गांव में वीवीपैट की पर्चियां मिलने से हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी ने जांच का आदेश दिया है. सरायरंजन विधानसभा अंतर्गत केएसआर कॉलेज के पास कमिटिंग के दौरान मॉक पोल की पर्चियों को फेंकने का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए. जिलाधिकारी ने संबंधित कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कर नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश दिया है.

मामले ने तूल पकड़ना शुरू किया, तो राजद ने भी सरकार पर निशाना साधा है. राष्ट्रीय जनता दल ने एक्स हेंडल पर पोस्ट किया कि- “समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के KSR कॉलेज के पास सड़क पर भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां फेंकी हुई मिली. कब, कैसे, क्यों किसके इशारे पर इन पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के डकैत के निर्देश पर हो रहा है. साथ ही इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भी सवाल उठाया है,

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान दो चरणों में कराया जा रहा है. पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को हो चुका है. जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है. मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी. सरायरंजन विधानसभा सीट पर 6 नवंबर को ही मतदान हो चुका है. ऐसे में वीवीपैट की पर्चियां मिलने से बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. साथ ही ये भी दिखाता है कि बिहार में किस तरह से भाजपा और सत्ताधारी गठबंधन NDA के नेता बौखला चुके हैं और बेईमानी पर उतर चुके हैं। अब देखना ये होगा कि ये चुनावी नतीजों के आने के बाद विपक्ष की जीत भाजपाई कैसे हजम कर पाएंगे। खैर अभी मौजूदा समय की बात करें तो आपको बता दें कि वोट चोरी से लेकर तमाम मुद्दों पर NDA सरकार पूरी तरह से घिर चुकी है और जिसकी वजह से बिहार NDA के हाथों से फिसलता हुआ नजर आ रहा है।

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