राहुल और प्रियंका गांधी ने दरभंगा से भरी हुंकार

वोटर अधिकार यात्रा में उमड़ा जनसमूह, निशाने पर एनडीए व नीतीश सरकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
दरभंगा। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ लगातार सुर्खियों में है। यात्रा के दसवें दिन इसे खास बनाने के लिए राहुल गांधी के साथ उनकी बहन और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं। दरभंगा पहुँचने पर कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव सहित इंडिया गठबंधन के नेताओं का जोरदार स्वागत किया। जगह-जगह पटाखे फोड़े गए और दीपावली जैसा माहौल बना दिया गया।
भालपट्टी थाना क्षेत्र के नरपतनगर में कांग्रेस नेता शंकर कुमार झा के नेतृत्व में भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया, जिसके जरिए यात्रा का स्वागत किया गया। इस दौरान राहुल गांधी के साथ प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव, सांसद पप्पू यादव, वाम नेता दीपंकर भट्टाचार्य और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन भी मौजूद रहे।राहुल गांधी की यात्रा का रात्रि विश्राम जीवछ घाट स्थित फखरूद्दीन टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में होगा। बुधवार की सुबह यात्रा दरभंगा में पदयात्रा करते हुए मुजफ्फरपुर की ओर बढ़ेगी। कांग्रेस नेता शंकर कुमार झा ने कहा, राहुल गांधी के स्वागत के लिए गंगा आरती की विशेष व्यवस्था की गई थी। यह यात्रा लोगों के वोट की सुरक्षा के लिए निकाली गई है। प्रियंका गांधी के शामिल होने से इसका असर और बढ़ेगा। आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका सीधा फायदा महागठबंधन को मिलेगा।’ यात्रा में शामिल होने के लिए जनसूमह उमड़ रहा है।

अखिलेश का भी मेगा शो

वोट अधिकार यात्रा के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी , प्रियंका गांधी और यूपी के पूर्व सीएम सह सपा के राष्टï्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 27 अगस्त 25 की शाम मां जानकी की धरती सीतामढ़ी आयेंगे। राहुल गांधी दूसरी बार यहां आ रहे है, तो प्रियंका गांधी और अखिलेश की सीतामढ़ी की यह पहली यात्रा है। राहुल गांधी के आगमन से यहां के कांग्रेस नेताओं के साथ ही कार्यकर्ताओं में एक अलग तरह का उत्साह देखा जा रहा है। पार्टी नेता से लेकर कार्यकर्ता तक उक्त कार्यक्रम की तैयारी में जुटे हुए है। बहरहाल, राहुल गांधी के कार्यक्रम में कुछ रिकॉर्ड भी बनते है। यहां भी रिकॉर्ड बनने जा रहा है। यह कि सीतामढ़ी में जिस हवाई अड्डा मैदान में वे हेलीकॉप्टर से उतरेंगे, वही पर रात्रि विश्राम भी करेंगे।

सीतामढ़ी भी आएंगे नेता प्रतिपक्ष व वायनाड सांसद

राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव सीतामढ़ी जिला मुख्यालय, डुमरा स्थित हवाई अड्डा मैदान में हेलीकॉप्टर से आयेंगे। इससे पूर्व वे रुन्नीसैदपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसकी तैयारी जोरो पर चल रही है। स्थानीय स्तर पर कांग्रेस और राजद के नेता तैयारियों में जुटे हुए है। सभा स्थल पर भीड़ जुटाने और आयोजन को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

कल जानकी मंदिर में जाएंगे राहुल/प्रियंका

राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव सीतामढ़ी जिला मुख्यालय, डुमरा स्थित हवाई अड्डा मैदान में हेलीकॉप्टर से आयेंगे। इससे पूर्व वे रुन्नीसैदपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसकी तैयारी जोरो पर चल रही है। स्थानीय स्तर पर कांग्रेस और राजद के नेता तैयारियों में जुटे हुए है। सभा स्थल पर भीड़ जुटाने और आयोजन को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
27 अगस्त की रात डुमरा के हवाई अड्डा मैदान में ही बने टेंट में राहुल, प्रियंका और अखिलेश विश्राम करेंगे और 28 अगस्त की सुबह ये तीनों मां जानकी की जन्मभूमि पुनौरा धाम मंदिर में माता जानकी का दर्शन और पूजा करेंगे। वहां के बाद राहुल गांधी, अखिलेश और प्रियंका का काफिला रीगा ओर सुप्पी प्रखंड में नुक्कड़ सभा में पहुंचेगी। फिर बैरगनिया में पटेल चौक पर सभा होगी।

लखनऊ में एक ही घर से दो सगे भाइयों की मौत

घर में कूड़े के ढेर में मिला शव, घर के अंदर कुत्ते बंद
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ के सआदतगंज इलाके में उस वक्त हडक़ंप मच गया जब एक मकान से दो सगे भाइयों के शव बरामद हुए। दोनों शव घर के अंदर अलग-अलग जगहों पर पड़े मिले, जिनमें से एक शव कूड़े के ढेर में दबा मिला। घटना चौपटिया पावर हाउस के पीछे स्थित श्व-5 मकान की है, जहां राजू पाहवा (62) और रवि पाहवा (58) पिछले कई वर्षों से अकेले रह रहे थे।
सोमवार देर रात घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने मृतकों की बहन को सूचना दी। बहन के पहुंचने पर दरवाजा खुलवाया गया, जिसके बाद अंदर का नजारा देख सभी के होश उड़ गए। मकान के अंदर कुत्ते बंद थे और पूरा घर गंदगी और कूड़े से भरा हुआ था। पुलिस को एक शव कूड़े के ढेर में दबा मिला, जबकि दूसरा शव अलग कमरे में पड़ा था। आसपास खड़े लोगों ने बताया कि दोनों भाई कुत्तों से बेहद लगाव रखते थे और मानसिक रूप से परेशान थे।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, छोटा भाई रवि पाहवा करीब 30 साल पहले पत्नी उसे छोडक़र जा चुकी थी। वहीं बड़ा भाई राजू मानसिक रूप से बीमार था और लंबे समय से कूड़ा उठाने का काम करता था।

जीजा ने भी दी थी सूचना

मृतकों के जीजा प्रदीप बम्मी ने भी पुलिस को सूचना दी थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। मौत के असल कारण का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा।

अगर निष्पक्ष चुनाव हुए तो एनडीए हार जाएगा: स्टालिन

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन मुजफ्फरपुर में मतदाता अधिकार रैली के लिए कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव और अन्य के साथ शामिल हुए। इस दौरान एमके स्टालिन ने कहा कि हमारे नेता करुणानिधि और लालू यादव बहुत अच्छे दोस्त थे।
लालू प्रसाद यादव देश के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक हैं क्योंकि वे भाजपा से कभी नहीं डरे। उनसे प्रेरणा लेते हुए उनके बेटे तेजस्वी यादव भी उनके नक्शेकदम पर चल रहे हैं। स्टालिन ने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की दोस्ती सिर्फ़ राजनीतिक रिश्ता नहीं, दो भाइयों का रिश्ता है। यही दोस्ती उन्हें विजयी बनाएगी। हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट हुए हैं।

आरएसएस के 100 वर्ष पूरे, रिटर्न गिफ्ट में हिंदू राष्ट्र का तोहफा!

उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद हिंदू राष्ट्र की थ्योरी पर अमल
संघ प्रमुख मोहन भागवत हिंदू राष्ट्र से जुड़ा बयान हो रहा वायरल
उपराष्ट्रपति की कुर्सी सत्ता से ज्यादा रणनीति

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति पद की कुर्सी पर शिकंजा कसने के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू राष्ट्र की थ्योरी को एक बार फिर जनता के सामने जाहिर किया है। आरएसएस के शताब्दी वर्ष के अवसर पर दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित व्याख्यान श्रृंखला संघ की 100 वर्षों की यात्रा नए क्षितिज के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने एक बार फिर हिंदू राष्ट्र की बात कही है। उपराष्ट्रपति के पद पर सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी तय हो जाने के बाद उनका यह बयान क्या इस बात का प्रमाण है कि क्या देश अब हिंदू राष्ट्र घोषित होने से महज चंद कदम की दूरी पर है..।
जनता यह मान भी ले कि उपराष्ट्रपति का पद सिर्फ़ एक औपचारिक चेहरा होता है। लेकिन सियासत के खिलाड़ी जानते हैं कि यह कुर्सी महज शाही सजावट नहीं बल्कि संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा की चाबी होती है। और इस चाबी से ही तय होता है कि कौन सा विधेयक पास होगा और किसे रोका जाएगा और किसकी आवाज़ दबाई जाएगी। इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव पर जिस तरह की खेमाबंदी, कूटनीति और राजनीति चल रही है उससे साफ़ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब राजनीतिक रूप से उस ऊँचाई पर नहीं हैं जहाँ अकेले फैसले करा लें। संघ ने साफ़ संकेत दे दिये हैं कि उपराष्ट्रपति की कुर्सी पर उनका ही आदमी बैठेगा क्योंकि यही वह जगह है जहाँ से विपक्ष की सांसें घोंटी जा सकती हैं। हाल ही में जब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफ़ा दिया था तो उसके पीछे संघ/भाजपा के बीच खिंचतान की परछाइयाँ साफ़ दिखीं। अब सवाल यह नहीं कि नया उपराष्ट्रपति कौन होगा बल्कि यह है कि किसकी रणनीति भारी पड़ेगी—मोदी की शाह की या नागपुर की?

मोहन भागवत के बयान की असलियत क्या है?

संघ प्रमुख का यह बयान आया है कि हिंदू राष्ट्र का सत्ता से कोई लेना देना नहीं, इसका मतलब सभी के लिए न्याय है। यह बयान ठीक उसी समय आया है जब उपराष्ट्रपति की कुर्सी पर दांव-घात चल रहे हैं। संघ किसी भी कीमत पर उपराष्ट्रपति के पद पर संघ से जुड़े व्यक्ति को बैठाना चाहता है। 100 वर्ष पूरे हो चुके हैं और यह शताब्दी वर्ष की शुरूआत है। शायद इसी को पाने के लिए जगदीप धनकड़ का इस्तीफा करावाया गया। हकीकत भी यही है कि हिंदू राष्ट्र शब्द अपने आप में ही सत्ता का एजेंडा है। अगर सत्ता से लेना देना नहीं होता तो फिर चुनावों में मंदिर बनाम मस्जिद, राम बनाम रहीम और घर वापसी जैसी लकीरें क्यों खींची जाती हैं? क्यों विपक्षी नेताओं को देशद्रोही कहकर कोसा जाता है? क्यों हर नीतिगत बहस को हिंदू राष्ट्र बनाम सेक्युलरिज़्म में बदल दिया जाता है? मोहन भागवत का बयान दरअसल जनता को यह समझाने की कोशिश है कि हम सत्ता से नहीं खेलते जबकि असलियत यह है कि सत्ता की हर कुर्सी संघ के इशारों पर ही सजाई जा रही है।

हिंदू राष्ट्र और उपराष्ट्रपति एक ही थाली के चट्टेे-बट्टे

अगर हिंदू राष्ट्र का सत्ता से कोई लेना देना नहीं है तो फिर उपराष्ट्रपति के लिए संघ क्यों इतना बेचैन है? क्यों हर बार नाम तय करने में नागपुर की खामोश फाइलें दिल्ली तक पहुँचती हैं? क्यों प्रधानमंत्री को भी उस पर हामी भरनी पड़ती है? यहा साफ़ दिखता है कि उपराष्ट्रपति और हिंदू राष्ट्र की थ्योरी एक ही राजनीतिक थाली में परोसी जा रही है। फर्क सिर्फ़ इतना है कि जनता के सामने यह न्याय के मीठे आवरण में लपेटी जाती है।

वैष्णो देवी में लैंडस्लाइड से मौत का आंकड़ा 32 हुआ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। जम्मू के कटरा स्थित वैष्णो देवी धाम के ट्रैक पर लैंडस्लाइड में मरने वालों का आंकड़ा बढक़र बुधवार को 32 हो गया। हादसा मंगलवार को दोपहर 3 बजे पुराने ट्रैक पर अर्धकुमारी मंदिर से कुछ दूर इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुआ। कल देर रात तक 7 लोगों के मरने की खबर थी, लेकिन सुबह आंकड़ा बढ़ गया। बड़ेे-बड़ ेपत्थर, पेड़ और मलबा में दबने से ज्यादा नुकसान।
प्रशासन का कहना है कि 23 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। कई लापता हैं। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। फिलहाल, इस इलाके में भारी बारिश की वजह से वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी गई है।
मंगलवार को जम्मू शहर में 24 घंटे से भी कम समय में 250 मिमी से ज्यादा बारिश हुई। इससे कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात हैं। घरों और खेतों में पानी भर गया है। नॉर्दर्न रेलवे ने भी आज जम्मू-कटरा से चलने वाली और यहां रुकने वाली 22 ट्रेनें रद्द की हैं। इसके अलावा 27 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। हालांकि, कटरा-श्रीनगर के बीच ट्रेन सर्विस जारी है।

भारत ने पाकिस्तान को फिर चेताया

उत्तरी भारत में लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। नदियों का जलस्तर तेजी से बढऩे पर भारत ने पाकिस्तान को तवी नदी जलस्तर बढऩे की चेतावनी जारी की है। नई दिल्ली से बुधवार को जारी अलर्ट के मुताबिक, कई बड़े बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है, जिससे पाकिस्तान के क्षेत्रों पर भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। भारत ने यह चेतावनी मानवीय आधार पर भेजी है। सूत्रों के अनुसार, भारत ने सोमवार को पहला अलर्ट जारी किया था। इसके बाद मंगलवार और बुधवार को भी पाकिस्तान को नई चेतावनियां भेजी गईं।

इतना डिस्कनेक्ट महसूस नहीं किया : उमर अब्दुल्ला

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अभी भी लगभग न के बराबर संचार से जूझ रहा हूँ। सीएम ने कहा कि 2014 और 2019 के भयानक दिनों के बाद से इतना डिस्कनेक्ट महसूस नहीं किया है। जियो मोबाइल पर थोड़ा-बहुत डेटा तो आ रहा है, लेकिन फिक्स्ड लाइन वाई-फाई नहीं है, ब्राउज़िंग नहीं है, और लगभग कोई ऐप नहीं है। एक्स जैसी चीज़ें बहुत धीरे खुलती हैं, और व्हाट्सएप छोटे टेक्स्ट मैसेज के अलावा किसी भी चीज़ के साथ संघर्ष करता है।

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