राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर भावुक हुए राहुल, ट्वीट में लिखा- ‘पापा आपके सपने मेरी ज़िम्मेदारियां’
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 33वीं पुण्यतिथी है। अपने पिता और राजीव गांधी की पुण्यतिथी पर याद करते हुए राहुल गांधी काफी भावुक हो गए।
4PM न्यूज़ नेटवर्क: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 33वीं पुण्यतिथी है। अपने पिता और राजीव गांधी की पुण्यतिथी पर याद करते हुए राहुल गांधी काफी भावुक हो गए। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने राजीव गांधी के साथ अपने बचपन की तस्वीर ट्वीट कर इमोशनल मैसेज में लिखा है कि पापा, आपके सपने, मेरे सपने, आपकी आकांक्षाएं, मेरी ज़िम्मेदारियां. आपकी यादें, आज और हमेशा, दिल में सदा रहेंगी। इससे पहले राहुल गांधी, सोनिया गांधी,रॉबर्ट वाड्रा समेत कई कांग्रेस के नेता दिल्ली स्थित वीर भूमि पहुंचे। यहां इन लोगों ने राजीव गांधी को पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी।
पापा आपके सपने मेरी ज़िम्मेदारियां: राहुल गांधी
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट में लिखा है कि ’21वीं सदी के आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा, भारतीय सूचना क्रांति के जनक, पंचायतीराज सशक्तीकरण के सूत्रधार, एवं शांति व सद्भाव के पुरोधा पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न राजीव गांधी जी के बलिदान दिवस पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि। भारत को एक सुदृढ़ एवं सशक्त राष्ट्र बनाने में उनके उल्लेखनीय योगदान को सदैव याद किया जाएगा।
खड़गे ने आगे लिखा कि भारत एक पुराना देश है, लेकिन एक युवा राष्ट्र है … मैं युवा हूं और मेरा भी एक सपना है, मैं भारत का सपना मजबूत, स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और मानव जाति की सेवा में दुनिया के देशों की अग्रिम पंक्ति में देखता हूं.’ ‘राजीव गांधी के साहसी हस्तक्षेप ने भारत को 21वीं सदी के लिए तैयार किया, भारत के एक महान सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
इसके अलावा कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट में लिखा कि 33 साल पहले राजीव गांधी शहीद हुए थे। उनका राजनीतिक जीवन बहुत छोटा, लेकिन बेहद प्रभावशाली था। राजीव गांधी की एक विरासत, जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, वह है कांग्रेस का 1991 का घोषणापत्र, जिसे उन्होंने 15 अप्रैल, 1991 को जारी किया था और जिस पर उन्होंने व्यक्तिगत रूप से 10 दिन की अवधि का लंबा समय बिताया था. केवल एक अखबार ‘द टेलीग्राफ’ ने अगले दिन अपने शीर्षक में इसके महत्व को दर्शाया था। शीर्षक भविष्यसूचक साबित हुआ।
महत्वपूर्ण बिंदु
- 21 मई 1991 को तमिलनाडु में एक चुनावी रैली के दौरान राजीव गांधी की मानव बम से हत्या कर दी गई थी।
- चेन्नई के करीब श्रीपेरम्बदूर में उनकी हत्या की गई थी। इस मानव बम हमले में 18 लोगों की मौत हुई थी।