राहुल गांधी ने पीएम को घेरा : ‘मोदी को मिला राफेल डील का ईनाम, फ्रांस ने बनाया मेहमान’
- कहा-राफेल से मिला बैस्टिल डे परेड का टिकट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नेता विदेश में हों और देश में सियासत न हो ये मुमकिन नही है। जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका व इंग्लैड के दौरे पर होते हैं तो यहां पर भाजपा उनके बयानों पर बवाल मचा देती है। वैसे ही जब भाजपा के नेता व पीएम नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा करते है तो उसके बाद विपक्ष उनपर सवालिया निशान उठाने लगता है। नया कोहराम पीएम के फ्रांंस दौर को लेकर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हमला बोला है। तो उनपर कंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने भी पलटवार किया है।
मणिपुर हिंसा को लेकर यूरोपीय यूनियन की संसद में हुई चर्चा को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी के फ्रांस दौरे पर भी निशाना साधा. उन्होंने पीएम मोदी को फ्रांस के नेशनल डे पर मुख्य अतिथि बनाए जाने का कनेक्शन राफेल डील से बताया। शनिवार (15 जुलाई) राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, मणिपुर जल गया। यूरोपीय यूनियन की संसद में भारत के आंतरिक मुद्दे पर चर्चा हो गई, लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं। राफेल डील ने उन्हें बैस्टिल डे का टिकट दिला दिया।
मणिपुर हिंसा पर क्यों नहीं बोलेे पीएम
राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम पर चुप रहने का आरोप लगाया। उन्होंने यूरोपीय यूनियन में इस मुद्दे पर हुई चर्चा का भी जिक्र किय। बता दें, यूरोपीय संघ की संसद ने मणिपुर में हाल में हुई हिंसा को लेकर भारत में मानवाधिकारों की स्थिति पर बृहस्पतिवार को एक प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में आरोप लगाया गया कि अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति असहिष्णुता के चलते मणिपुर के हालात पैदा हुए। वहीं, यूरोपीय संघ की संसद में पारित किए गए एक प्रस्ताव को भारत ने औपनिवेशिक मानसिकता से प्रेरित करार देते हुए खारिज कर दिया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में इस तरह का हस्तक्षेप अस्वीकार्य है।
सम्मान से निराश हो गए हैं राहुल : स्मृति ईरानी
राहुल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि एक व्यक्ति जो भारत के आंतरिक मामलों में अंतरराष्ट्र्रीय हस्तक्षेप चाहता है, एक निराश राजवंश जो मेक इन इंडिया की महत्वाकांक्षा को ठेस पहुंचाता है। उन्होंने आगे कहा कि जब हमारे प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय सम्मान मिलता है तो वो व्यक्ति भारत का मजाक उड़ाता है, लोगों द्वारा खारिज किए जाने के बाद, वे इस बात से नाराज हैं कि रक्षा अनुबंध अब राजवंश के दरवाजे पर नहीं हैं।
सियासी कुनबा बढ़ाने की तैयारी, भाजपा ने चिराग-मांझी को लिखी चिट्ठी
- 18 जुलाई को एनडीए की बैठक, विपक्षी दल भी उसी दिन जुटेंगे
नड्डा ने लिखा पत्र
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों में तैयारियां जोरों-शोरों पर हैं। जहां भाजपा के खिलाफ 15 विपक्षी दल एकजुट हुए हैं। वहीं, भाजपा ने भी 18 जुलाई को नई दिल्ली में एनडीए की बैठक बुलाई है। इस बैठक को लेकर भाजपा ने दूसरे पार्टियों को पत्र लिखकर आमंत्रित करना शुरू कर दिया है। नड्डा ने चिराग पासवान को लेटर लिखकर एनडीए की बैठक में शामिल होने का आमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा कि आपकी पार्टी एनडीए की अहम साथी है। इसलिए आपको पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाता है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को पत्र लिखकर 18 जुलाई को दिल्ली में होने वाली एनडीए की बैठक में आमंत्रित किया है। इस पत्र में कहा गया है कि लोजपा (रामविलास) एनडीए का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मांझी को भी बैठक का बुलावा
नड्डा ने चिराग के अलावा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी को भी बैठक में शामिल होने का न्यौता दिया है। उन्होंने पत्र में लिखा कि आपकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए की अहम साथ है। इसलिए 18 जुलाई को होने वाली बैठक में आप सादर आमंत्रित हैं।
तृणमूल कांग्रेस विपक्ष की बैठक में होगी शामिल
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी के राष्टï्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी बेंगलुरु में होने वाली संयुक्त विपक्ष की बैठक में शामिल होंगे। यह बैठक 18 जुलाई को होगी। ममता बनर्जी ने पहले संयुक्त विपक्ष की बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था। ऐसा में उनका यह रुख विपक्ष के मनोबल को बढ़ाने में मदद करेगी।
आजम खां को दो साल की सजा
- नफरती भाषण के मुकदमे में दोषी करार, ढाई हजार रुपये का जुर्माना भी लगा
- जनसभा के दौरान की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रामपुर। सपा नेता आजम खां को नफरती भाषण मामले में कोर्ट ने दोषी करार दिया है। कोर्ट ने आजम खां को दो साल की कैद और ढाई हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनाई है। सजा के प्रश्न पर आजम खां के अधिवक्ता और अभियोजन का पक्ष सुना गया। आजम खां न्यायिक अभिरक्षा में है। आजम खां पर आरोप था कि 18 अप्रेल 2019 को धमारा गांव में जनसभा के दौरान उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। उसके बाद एडीओ सहकारिता अनिल चौहान ने शहजादनगर में आजम खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने विवेचना के बाद चार्जशीट दाखिल की थी।