राहुल गांधी का बड़ा दावा, मोदी ने ‘वोट चोरी’ से जीता चुनाव, जल्द होगा खुलासा
मोदी ने 'वोट चोरी' से चुनाव जीतने का लगाया आरोप... राहुल गांधी बोले- जल्द होगा ऐसा खुलासा जिसे देख देश दंग रह जाएगा...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों भारतीय राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है.. लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘वोट चोरी’ का गंभीर आरोप लगाया है.. उनका दावा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने सॉफ्टवेयर और फर्जी आवेदनों के जरिए लाखों वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए.. जिससे चुनाव परिणाम प्रभावित हुए.. राहुल ने इसे ‘हाइड्रोजन बम’ जैसा खुलासा बताया है.. जो जल्द ही सामने आएगा और देश को सच्चाई का आईना दिखाएगा.. यह बयान केरल के वायनाड में आया.. जहां राहुल ने कहा कि हम एक ऐसा सच सामने रखेंगे जो स्थिति की पूरी सच्चाई को उजागर कर देगा.. हमारे पास पुख्ता सबूत हैं..
आपको बता दें कि यह आरोप कोई नया नहीं है.. राहुल गांधी ने पिछले एक महीने से इस मुद्दे को बार-बार उठाया है.. 1 सितंबर को अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन पर उन्होंने कहा था कि कांग्रेस जल्द ही ऐसा खुलासा करेगी.. जिसके बाद पीएम मोदी जनता के सामने मुंह नहीं दिखा पाएंगे.. लेकिन 18 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस ने इस विवाद को चरम पर पहुंचा दिया.. यहां राहुल ने कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देकर दावा किया कि 6 हजार 18 फर्जी आवेदनों से पूरे परिवारों के नाम बिना उनकी जानकारी के हटाए गए.. अगर यह पकड़ा न जाता, तो कांग्रेस का उम्मीदवार 2023 के विधानसभा चुनाव में हार जाता..
राहुल का यह हमला मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर भी केंद्रित है.. और उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक सीआईडी की जांच में सहयोग न करने से सीईसी ‘वोट चोरों’ के रक्षक साबित हो रहे हैं.. राहुल ने कहा कि चुनाव का चौकीदार ‘वोट चोरों’ की रक्षा कर रहा है… यह बयान मीडिया को दिए इंटरव्यू में आया.. जहां उन्होंने जोर देकर कहा कि पुलिस 18 बार जानकारी मांग चुकी है.. लेकिन चुनाव आयोग चुप्पी साधे हुए है…
आपको बता दें राहुल गांधी ने कहा कि हमने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो बताया वह पूरी तरह सच है.. और उन्होंने कहा कि कर्नाटक में सीआईडी जांच कर रही है.. और इसने उन फोन नंबरों की जानकारी मांगी है.. जिनका इस्तेमाल ‘वोट चोरी’ के लिए किया गया.. उन्होंने आगे कहा कि ज्ञानेश कुमार सीईसी हैं.. सीईसी वह जानकारी नहीं दे रहे हैं.. जो कर्नाटक सीआईडी मांग रही है.. सीईसी के खिलाफ इससे बड़ा कोई आरोप नहीं हो सकता.. पुलिस जानकारी मांग रही है और चुनाव आयुक्त नहीं दे रहे.. हम इसे इस तरह दिखाएंगे कि भारत में किसी को भी इसमें संदेह नहीं रहे कि कि नरेंद्र मोदी जी ने ‘वोट चोरी’ करके चुनाव जीता.. हम एक हाइड्रोजन बम दिखाने जा रहे हैं.. जो स्थिति की वास्तविकता को पूरी तरह से बदल देगा.. जो हम कह रहे हैं उसके पुख्ता सबूत हमारे पास हैं..
राहुल गांधी ने 18 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वोट चोरी का बड़ा आरोप लगाया था.. उन्होंने अपने दावों के समर्थन में कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण दिया.. उन्होंने बताया कि फरवरी 2022 से फरवरी 2023 के बीच चुनाव आयोग के ऐप के जरिए आलंद में 6018 वोटरों के नाम हटाने की अर्जियां दी गईं.. जांच में पता चला कि इनमें से केवल 24 अर्जियां सही थीं.. बाकी 5,994 फर्जी थीं.. फर्जी लॉगिन, चोरी किए गए वोटर विवरण.. और कर्नाटक के बाहर के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर पूरे परिवारों के नाम बिना उनकी जानकारी के वोटर लिस्ट से हटाए गए..
राहुल ने दावा किया कि अगर यह ‘वोट चोरी’ पकड़ी न गई होती तो कांग्रेस का उम्मीदवार 2023 के विधानसभा चुनाव में हार सकता था.. और उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक उदाहरण है.. ऐसी गड़बड़ियां कर्नाटक के महादेवपुरा, महाराष्ट्र के राजुरा, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश जैसे कई क्षेत्रों में हुई हैं.. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक सीआईडी ने पिछले 18 महीनों में 18 बार चुनाव आयोग को पत्र लिखकर जरूरी जानकारी मांगी.. फर्जी अर्जियां जहाँ से भरी गईं उसका IP एड्रेस, डिवाइस पोर्ट और ओटीपी ट्रेल्स की जानकारी मांगी गई.. लेकिन, चुनाव आयोग ने कोई जवाब नहीं दिया.. राहुल ने कहा कि यह जानकारी न देना इस बात का सबूत है कि ज्ञानेश कुमार उन लोगों को बचा रहे हैं जो लोकतंत्र को नष्ट कर रहे हैं..
राहुल गांधी ने दावा किया कि यह ‘वोट चोरी’ कोई संयोग नहीं.. बल्कि एक सुनियोजित रणनीति है.. और उन्होंने कहा कि दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक जैसे समुदायों के वोट, जो आमतौर पर कांग्रेस को समर्थन देते हैं.. उनको निशाना बनाया जा रहा है.. उनके मुताबिक, सॉफ्टवेयर और OTP के जरिए वोटरों के नाम हटाए जा रहे हैं.. और यह सब एक केंद्रीकृत सिस्टम से हो रहा है.. और उन्होंने यह भी खुलासा किया कि चुनाव आयोग के कुछ लोग उनकी मदद कर रहे हैं.. और इस ‘वोट चोरी’ की जानकारी दे रहे हैं..
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को गलत और बेबुनियाद बताया.. आयोग ने कहा कि वोटर लिस्ट से नाम हटाने की प्रक्रिया ऑनलाइन नहीं हो सकती.. और इसमें सख्त नियमों का पालन होता है.. कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि आलंद मामले में सारी जानकारी 6 सितंबर 2023 को पुलिस अधीक्षक को दी जा चुकी है.. बीजेपी ने भी राहुल गांधी पर पलटवार किया.. इसने कहा कि आलंद सीट 2023 में कांग्रेस ने जीती थी.. तो क्या राहुल यह कह रहे हैं कि कांग्रेस ने ‘वोट चोरी’ से जीत हासिल की..



