राहुल ने गुजरात में पहुंचते ही कर दिया बड़ा ऐलान, हिल गए मोदी- शाह
राहुल गांधी गुजरात क्या पहुंचे, पूरे प्रदेश में नया सियासी तूफान खड़ा हो गया है... राहुल ने पहुंचते ही जो जोर का झटका बीजेपी को दिया है कि पूरी पार्टी में खलबली मच हुई है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः राहुल गांधी गुजरात क्या पहुंचे, पूरे प्रदेश में नया सियासी तूफान खड़ा हो गया है….. राहुल ने पहुंचते ही जो जोर का झटका बीजेपी को दिया है कि पूरी पार्टी में खलबली मच हुई है….. यहां तक कि डैमेज कंट्रोल को कवर करने के लिए खुद पीएम मोदी को गुजरात जाना पड़ा है….. राहुल गांधी ने ऐसा क्या किया है कि….. पूरी बीजेपी को जोर का झटका लगा है…… राहुल गांधी ने बीजेपी की कौन सी कमजोर नस पकड़ ली है….. ये हम आपको आगे अपनी इस रिपोर्ट में बताएंगे…… साथ ही इस पर चर्चा करेंगे कि राहुल गांधी ने ऐसा क्या किया है कि पूरी बीजेपी में अचानक खलबली मच गई है…..
दोस्तों, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी-3 के पहले ही मानसून सत्र में ऐलान कर दिया था….. कि वो गुजरात में बीजेपी को हरा कर दिखाएंगे…… ये राहुल गांधी का बहुत बड़ा चैलेंज था…… इस चैलेंज के बाद राहुल गांधी दो बार गुजरात जा चुके हैं……. ये उनका दूसरा दौरा है, और वो मुंबई के धरावी के बाद सीधे दो दिवसीय दौरे पर गुजरात पहुंचे हैं…… आपको बता दें कि जैसे ही राहुल गांधी गुजरात पहुंचकर बैठकों का दौर शुरु किए हैं….. वैसे ही तुरंत पीएम मोदी की फ्लाइट अचानक गुजरात की ओर मुड़ गई है….. आपको बता दें कि अभी पीएम एक हफ्ते पहले गुजरात गए थे और अचानक उनका प्रोग्राम लग जाने से राजनीतिक चर्चाओं को बाजार गर्म हो गया है….. सवाल ये है कि अचानक गुजरात को सियासी पारी क्यों हाई हुआ है….. कहा जा रहा है कि राहुल गांधी ने गुजरात में पीएम मोदी और अमित शाह की सबसे बड़ी कमजोरी को पकड़ लिया है….. इसी की वजह से बीजेपी में गुजरात से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मचा हुआ है….
दरअसल राहुल गांधी मोदी- 3 सरकार में एक नए अभियान पर है…… कांग्रेस और राहुल गांधी ने अपने बुलगावी सम्मेलन में ही ये बात साफ कर दी थी कि पार्टी को महात्मा गांधी और डॉ अंबेडकर वाली कांग्रेस बनाना है…… इसके लिए एक बड़ा फैसला लिया गया था….. इमसें पार्टी के अंदर बैठे घोस्ट आरएसएस कार्यकर्ताओं को चिंहित कर पार्टी से बाहर निकाला जाएगा….. ये पिछले कई महीनों से काफी तेजी पर है…… आपको बता दें कि जब पिछले महीने संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बयान दिया था कि….. असली आजादी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान हुई तो पूरे देश में कांग्रेस ने मोहन भागवत के खिलाफ प्रदर्शन किया था….. लेकिन नागपुर में करीब 60 कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन से इंकार कर दिया था….. माना जा रहा था कि ये आरएसएस के घोस्ट कार्यकर्ता थे….. और इन कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को कांग्रेस ने एक झटके में बाहर का रास्ता दिखा दिया…… फिर शशि थरुर के साथ जो हुआ वो सबके सामने हैं….. शशि थरुर के दो बयानों के बाद उनको पार्टी से बाहर जाना तय हो गया था….. माना जा रहा था कि वो भी आरएसएस के घोस्ट कार्यकार्ता के रुप में कार्य कर रहे हैं….. लेकिन अभी पार्टी इस बात को पूरी तरह से तय नहीं कर पाई है….. लेकिन इतना तो तय है कि कांग्रेस में संघ के कार्यकर्ताओं को चिंहित कर बाहर किया जा रहा है…..
आपको बता दें कि शुक्रवार को जब राहुल गांधी गुजरात पहुंचे हैं….. तो वहां के कई कांग्रेस के बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की है…… इस दौरान राहुल गांधी ने पाया है कि बीजेपी की सबसे बड़ी जीत की वजह ये है कि कांग्रेस में बीजेपी के बहुत से घोस्ट कार्यकर्ता हैं….. जो सीधे कांग्रेस ने रहते हुए उसको नुकसान पहुंचा रहे हैं….. आपको बता दें कि जब राहुल गांधी ने बूध…. और वार्ड लेवल के कार्यकर्ताओं से बात की है….. तो ये बात निकलकर सामने आई है और फिर ये बात राहुल गांधी ने अपने गुजरात के सीनियर नेताओं के साथ मिलकर इस मेजर मिस्टेक को सही करने का ऐलान किया है…..
राहुल गांधी ने साफ तौर पर कहा है और अपने पार्टी के नेताओं को आदेश दिया है….. कि सबसे पहला काम पार्टी को बनाने का किया जाए…… इसमें पहला काम ये हो कि कांग्रेस में घुसकर बैठे बीजेपी के घोस्ट कार्यकार्ताओं पार्टी के बाहर किया जाए….. राहुल गांधी के इसी फैसले के बाद दिल्ली से लेकर गुजरात तक में हड़कंप मचा हुआ है….. आपको बता दें कि बीजेपी काफी दिनों से कांग्रेस के साथ ये खेल रही है…. शंकर सिंह वाघेला ने अपने समय में इस बात का खुलासा किया था….. लेकिन उसके बाद से लगातार कांग्रेस गुजरात में खत्म ही होती गई…… पार्टी ने इस ओर भी ध्यान नहीं दिया….. माना जा रहा है कि अब राहुल गांधी ने कमान संभाल ही है…. और वो सबसे पहले इसी पर काम कर रहे हैं…. कि कांग्रेस में बैठे बीजेपी के कार्यकार्ताओें को बाहर करने का प्लान तैयार किया है….
ऐसे में गुजरात बीजेपी-कांग्रेस दोनों के लिए सियासत का एक बड़ा एपिसेंटर बनता दिख रहा है….. माना जा रहा है कि पीएम मोदी व गृह मंत्री अमित शाह का गुजरात कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है….. गुजरात बीजेपी की सियासी प्रयोगशाला बन चुकी है….. और तीन दशक से उसका कब्जा बरकरार है…… कांग्रेस गुजरात की सत्ता से बाहर होने के बाद दोबारा से वापसी नहीं कर सकी है…… कांग्रेस तमाम जतन कर चुकी है…… लेकिन उसका कोई भी सियासी दांव कामयाब नहीं रहा….. गुजरात में राहुल के सामने कांग्रेस को एकजुट रखने के साथ ही चुनाव के लिए पार्टी में नई जान फूंकना है….. राहुल का दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है….. क्योंकि अक्सर कांग्रेस नेतृत्व पर यह सवाल उठते रहते हैं….. कि वह राज्य को इग्नोर करता रहता है….. और भाजपा की लगातार सफलता की वजह यही है…..
आपको बता दें कि पीएम मोदी से लेकर राहुल गांधी तक यहां समय बिताने की रणनीति अपना रहे हैं….. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी का दौरा पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है…… क्योंकि कांग्रेस तीन दशक से भी ज्यादा समय से राज्य की सत्ता से दूर है….. अंगद की तरह पैर जमाए बीजेपी को काउंटर करने के लिए रणनीति पर कांग्रेस को काम करने….. और चुनौती देने का चैलेंज है….. ऐसे में माना जा रहा है कि राहुल का यह दौरा बेजान पड़ी कांग्रेस में एक नई ऊर्जा व जोश भरेगा….. आपको बता दें कि राहुल के दौरे पहले पिछले हफ्ते कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल अहमदाबाद का दौरा करके गए….. माना जा रहा है कि वेणुगोपाल का यह दौरा राहुल के दौरे की तैयारियों के साथ-साथ अधिवेशन की तैयारियों का जायजा लेने से भी जुड़ा था. गुजरात कांग्रेस का मानना है कि कांग्रेस अधिवेशन के ऐलान के बाद से बीजेपी में चिंता साफ दिखाई दे रही है…..



