राहुल की भविष्यवाणी सच हुई, मुंह छुपाने को मजबूर मोदी!
कोलकाता कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है.... इस घटना ने 2012 के निर्भया रेप केस की याद दिला दी है... बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार लगातार महिला सुरक्षा को लेकर तमाम दावे करते हैं...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः कोलकाता कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है…. इस घटना ने 2012 के निर्भया रेप केस की याद दिला दी है… बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार लगातार महिला सुरक्षा को लेकर तमाम दावे करते हैं… लेकिन मोदी के सभी दावे इन घटनाओं के सामने आने के बाद फेल होते दिखाई दे रहें है… गृहमंत्री अमित शाह भी सवालों के घेरे में आते हैं… आपको बता दें कि भारत में हर घंटे तीन महिलाओं के साथ रेप होता है… लेकिन सरकार क्राइम को रोकने में नाकाम साबित हो रही है… देश की महिलाएं सुरक्षित नहीं है… वहीं देश में हो रही इन घटनाओं ने केंद्र सरकार पर सवालिया निशान लगा दिया है… महिला सुरक्षा का दावा करने वाले मोदी अब इन घटनाओं पर बोलने से बच रहें है… देश में इस तरह महिलाओं के साथ हो रहे अपराध को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है… आपको बता दें कि कोलकाता के बाद अब महाराष्ट्र में भी दो किशोरियों के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया गया… जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है… बता दें कि महाराष्ट्र के बदलापुर कांड को लेकर पूरे राज्य में गुस्से का माहौल है…. जानकारी के मुताबिक बदलापुर में नाबालिग बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण मामले में राज्य की ओर से नियुक्त दो सदस्यीय समिति ने शिंदे सरकार को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंप दी है…. इस शुरुआती रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं….. दरअसल बदलापुर दरिंदगी मामले में एकनाथ शिंदे सरकार ने एक कमेटी बनाकर जांच करने को कहा था कि…. आखिर इस मामले में कहां गलतियां हुईं…. इसके मुताबिक अब जानकारी सामने आ रही है कि कमेटी ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है…. बताया जा रहा है कि पीड़ित नाबालिग बच्ची के प्राइवेट पार्ट में करीब 1 इंच का घाव हो गया है…. आशंका है कि पिछले पंद्रह दिनों में कई बार नाबालिग लड़कियों के साथ दरिंदगी की गई थी…. इस मामले का आरोपी अक्षय शिंदे 1 अगस्त को एक कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी के रूप में स्कूल में शामिल हुआ था…. भर्ती के दौरान उसकी जांच नहीं की गई थी…. स्कूल परिसर में हर जगह बिना किसी पहचान पत्र के उसकी पहुंच आसान थी….वहीं अब यह पता लगाने की जरूरत है कि क्या उसे किसी आउटसोर्स एजेंसी की ओर से किसी की सिफारिश पर काम पर रखा गया था….
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार), कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने बदलापुर के स्कूल में बच्चियों के साथ हुए…. यौन उत्पीड़न के मामले में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है…. इसे लेकर महा विकास अघाड़ी ने आज महाराष्ट्र बंद बुलाया था…. हालांकि, बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी…… इसके बाद एमवीए दलों ने पुणे में धरना दिया…. शरद पवार पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ काली पट्टी बांधकर धरने पर बैठ गए…. और उनके साथ सुप्रिया सुले भी मौजूद रहीं…… इस दौरान शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में ऐसा कोई दिन नहीं है…. जब महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की खबर न आती हो…. सरकार को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए…. सरकार कह रही है कि विपक्ष राजनीति कर रहा है…. इसे राजनीति कहना दिखाता है कि सरकार कितनी असंवेदनशील है…. मामले में सुप्रिया सुले ने कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं…. लोगों में पुलिस का कोई डर नहीं है…. मैं सरकार की निंदा करती हूं…. कुछ लोगों ने कहा कि बदलापुर में जो लोग इकट्ठा हुए थे…. वे बाहर से आए थे…. मैं कहना चाहती हूं कि वे सभी भारतीय थे…. मैंने इतनी असंवेदनशील सरकार कभी नहीं देखी…. जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता हम विरोध करना बंद नहीं करेंगे….
वहीं शरद पवार ने कहा कि बदलापुर के एक स्कूल में केजी में पढ़ने वाली दो बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न की घटना से देश में महाराष्ट्र की छवि खराब हुई है…. पवार ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह यह भूल गई है कि महिलाओं की सुरक्षा उसकी जिम्मेदारी है…. शरद पवार ने कहा कि छत्रपति शिवाजी की भूमि पर ऐसी घटना हुई है जो महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के हाथ काट देते थे… वहीं मामले में महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति नहीं है….. हम सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं… और महिलाओं के खिलाफ हो रही घटनाओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं…. लोगों के आंदोलन के बावजूद अगर राज्य में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं….. तो इससे पता चलता है कि राज्य में अपराध पर कोई नियंत्रण नहीं है…. अपराधियों में कोई डर नहीं है…. वहीं उद्धव ठाकरे ने मुंबई में पार्टी कार्यताओं के साथ प्रदर्शन किया…. बदलापुर घटना पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उनके साथ खड़ी है…. इस दौरान शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि महिलाओं, बेटियों के खिलाफ जो अत्याचार हो रहे हैं…. 10 दिन में 12 घटनाएं हो गई हैं…. ठाणे में पाक्सो एक्ट के अंतर्गत हर दिन एक केस दर्ज हुए हैं…. इन सबके खिलाफ हम प्रदर्शन कर रहे हैं…. उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में जघन्य अपराध हो रहे हैं…. महाराष्ट्र की महिलाएं शक्ति कानून के बारे में पूछ रही हैं…
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में महा विकास अघाड़ी ने बंद बुलाया था….. कोर्ट ने ऐसा न करने को कहा है…. हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं…. लेकिन कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना विरोध प्रदर्शन करेंगे…. हमारी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है…. लेकिन हमारी लड़ाई जारी रहेगी… इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को राजनीतिक दलों को 24 अगस्त या आगे की किसी तारीख पर प्रस्तावित महाराष्ट्र बंद का आह्वान करने से रोक दिया था…. कोर्ट ने कहा था कि इस तरह के विरोध-प्रदर्शन की वजह से सामान्य जनजीवन प्रभावित होगा…. पीठ ने जुलाई 2004 में उच्च न्यायालय के फैसले का हवाला दिया….. जिसमें उसने कहा था कि बंद या हड़ताल करना असंवैधानिक कृत्य माना जाएगा…. दरअसल, विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) ने ठाणे जिले के बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में 24 अगस्त को पूरे राज्य में बंद का आह्वान किया था…. एमवीए में कांग्रेस, राकांपा (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) शामिल रहे…. इस बीच शरद पवार ने बंद वापस लेने की अपील की….. जबकि कांग्रेस ने कहा कि हाईकोर्ट के मद्देनजर केवल शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा…. वहीं इस तरह की तमाम घटनाएं लगातार तमाम राज्यों से सामने आ रही है… लेकिन केंद्र की मोदी सरकार और गृहमंत्री अमित शाह देश में कानून व्यवस्था को कायम रखने में पूरी तरह फेल होते नजर आ रहें है… मोदी सरकार को देश की सत्ता में काबिज होने को लगातार दस साल हो रहें हैं… लेकिन देश की महिलाएं सुरक्षित नहीं है… मोदी सरकार के सभी दावे झूठे साबित होते दिखाई दे रहें है.,….
हालांकि इसी बीच नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे हैं…. यह आंकड़े वाकई हैरान करने वाले हैं…. खासकर रेप और छेड़छाड़ पर सख्त कानून होने के बावजूद देश में हर साल ऐसे मामले बढ़ते जा रहे हैं…. आपको बता दें कि NCRB के डेटा के अनुसार भारत में हर घंटे 3 महिलाओं का रेप होता है….. 96 प्रतिशत बलात्कार के मामलों में आरोपी महिला को जानने वाला होता है…. इसके अलावा 100 में से सिर्फ 27 आरोपियों को ही सजा मिलती है…. 2012 में निर्भया रेप केस से पहले बलात्कार के लगभग 25 हजार मामले हर साल दर्ज किए जाते थे…. मगर 2013 के बाद से इन केसों की तादाद बढ़नी शुरू हो गई….. वहीं 2016 में 39 हजार से ज्यादा रेप के मामले दर्ज किए गए…. हालिया आंकड़ों की बात करें तो 2022 में देशभर में 31,516 बलात्कार के केस दर्ज हुए थे…… हालांकि यह वो आंकड़े हैं जो पेपर पर मौजूद हैं…. वहीं समाज में बदनामी के डर से ज्यादातर रेप केस दर्ज ही नहीं करवाए जाते हैं…. बता दें कि देश के किस राज्य में सबसे ज्यादा रेप केस सामने आते हैं….. इस सवाल का जवाब आपको हैरान कर सकता है…. आपको बता दें कि साल 2022 में 31 हजार से ज्यादा रेप के मामले दर्ज हुए…. इनमें सबसे ज्यादा 5 हजार 399 रेप केस राजस्थान से सामने आए…. 3 हजार 690 रेप केस के साथ उत्तर प्रदेश दूसरे और 3 हजार 29 रेप केस के साथ मध्य प्रदेश तीसरे नंबर पर रहा…. वहीं राजधानी दिल्ली 1 हजार 212 रेप के मामलों के साथ 9वें नंबर पर है….
आपको बता दें कि NCRB के अनुसार 96 प्रतिशत मामलों में आरोपी हमेशा जाना-पहचाना होता है…. 2022 में कुल 31516 रेप के मामले दर्ज हुए…. 2,324 मामलों में रेप करने वाला परिवार का ही कोई सदस्य था…. वहीं 14,582 मामलों में लिव इन पार्टनर या दोस्त को दोषी पाया गया…. इसके अलावा 13,548 मामलों में पारिवारिक दोस्त या पड़ोसी ने रेप जैसी घटना को अंजाम दिया…. वहीं हैरानी की बात तो यह है कि 2022 में दर्ज किए गए रेप केस में 18 हजार मामलों में ही ट्रायल पूरा हुआ है…. इनमें 5 हजार मामलों में दोषी को सजा मिली…. और 12 हजार से ज्यादा मामलों में आरोपी को रिहा कर दिया गया…. वहीं ब्रिटेन में रेप के मामलों में सजा मिलने की दर 60 फीसदी है…. और कनाडा में यह आंकड़ा 40 प्रतिशत है…. वहीं भारत में यह महज 27 फीसदी है… यानी रेप के 100 आरोपियों में से सिर्फ 27 आरोपियों को ही सजा मिलती है… बता दें कि NCRB के इन आंकड़ों ने देश की जनता को हिलाकर रख दिया है…