50 करोड़ की गुप्त डील! राम सातपुते की बोली से मचा सियासी भूचाल, CM से सीक्रेट मीटिंग का बड़ा खुलासा

करोड़ों की कथित ‘डील’ को लेकर सियासत में बड़ा भूचाल मच गया है... रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि राम सातपुते ने 50 करोड़ की बोली...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः महाराष्ट्र की राजनीति में पश्चिमी क्षेत्र के सोलापुर जिले की मालशिरस विधानसभा सीट पर.. हाल ही में फूटा 50 करोड़ की डील’ वाला बम आज भी सुर्खियां बटोर रहा है.. राकांपा (शरदचंद्र पवार गुट) के वरिष्ठ नेता.. और पूर्व सांसद विजयसिंह मोहिते पाटील ने चुनावी सभा में भाजपा उम्मीदवार राम सातपुते पर गंभीर आरोप लगाए थे.. उनके मुताबिक, सातपुते ने विधानसभा चुनाव में अंदरूनी समर्थन के बदले पहले 35 करोड़.. और बाद में 50 करोड़ रुपये तक का ऑफर दिया था.. इतना ही नहीं इस सौदेबाजी को पक्का करने के लिए उन्हें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से गुप्त मुलाकात तक कराई गई..

आपको बता दें कि ये आरोप नवंबर 2024 के विधानसभा चुनावों के ठीक पहले अकलूज की एक सभा में लगाए गए थे.. जब मालशिरस सीट पर राम सातपुते (भाजपा) और उत्तम जानकर राकांपा अजित पवार गुट के बीच कांटे की टक्कर चल रही थी.. विजयसिंह दादा ने कहा था कि मैं बिकने वालों में से नहीं हूं.. मैंने वादा किया था उत्तम जानकर को जिताने का, और वो निभाया.. इस बयान ने न सिर्फ स्थानीय स्तर पर हंगामा मचा दिया.. बल्कि पूरे प्रदेश में सियासी बहस छेड़ दी.. वहीं आज चुनाव परिणामों के एक महीने बाद भी ये मुद्दा ठंडा नहीं पड़ा है.. भाजपा ने इन आरोपों को चुनावी झूठ बताया है.. जबकि विपक्ष इसे महायुति की काली करतूत बता रहा है..

बता दें कि मालशिरस विधानसभा क्षेत्र सोलापुर जिले का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.. जहां कृषि, सहकारिता और चीनी मिलें अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं.. यहां मोहिते-पाटील परिवार का दबदबा रहा है.. विजयसिंह मोहिते-पाटील.. जिन्हें प्यार से दादा कहा जाता है.. पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं.. वे राकांपा (शरद गुट) के प्रमुख चेहरे हैं.. और सोलापुर-माधा क्षेत्र में उनके 80 हजार से ज्यादा समर्थक वोटर माने जाते हैं..

2024 लोकसभा चुनावों में राम सातपुते सोलापुर से भाजपा के उम्मीदवार थे.. विजयसिंह दादा ने उन्हें चेतावनी दी थी कि सोलापुर से मत लड़ो.. क्योंकि मेरे 80 हजार वोट तुम्हें हरा देंगे.. सातपुते ने सुनी नहीं और हार गए.. प्रणिती शिंदे (राकांपा शरद गुट) ने उन्हें करारी हार दी.. लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू हुई.. मालशिरस में राम सातपुते को फिर भाजपा ने टिकट दिया.. विपक्ष में उत्तम जानकर को अजित पवार गुट से उतारा गया.. लेकिन विजयसिंह दादा ने पुराना वादा निभाते हुए शरद गुट से उनका खुला समर्थन किया..

आपको बता दें कि 16 नवंबर 2024 को अकलूज के विजय चौक में राकांपा (शरद गुट) की समापन सभा हुई.. जहां हजारों लोग जुटे थे.. मंच पर सांसद धैर्यशील मोहिते-पाटील, उत्तम जानकर और महबूब शेख जैसे नेता थे.. विजयसिंह दादा ने माइक थामा और राम सातपुते पर सीधा हमला बोला.. सातपुते ने कहा कि दादा, अंदर से साथ दो 35 करोड़ दूंगा.. बाद में 50 करोड़ तक बढ़ा दिया.. डील पक्की करने के लिए फडणवीस जी से गुप्त मीटिंग तक फिक्स की.. लेकिन मैंने मना कर दिया.. मैं वादाखिलाफी नहीं करता.. लोकसभा में धैर्यशील और उत्तम मेरे पास आए थे.. मैंने उत्तम को जिताने का वादा किया था..

वहीं ये बयान चुनाव से चार दिन पहले आया.. जब मतदान 20 नवंबर को होना था.. विजयसिंह दादा ने आगे कहा कि सोलापुर लोकसभा में हार गए.. अब मालशिरस में भी हारोगे.. मैंने चेताया था.. विजयसिंह दादा के आरोपों में कोई लिखित दस्तावेज या ऑडियो सबूत पेश नहीं किया गया.. लेकिन उनका बयान सभा में हजारों लोगों के सामने आया.. जो खुद एक प्रमाण है.. स्थानीय पत्रकारों के अनुसार ये बातचीत चुनाव से कुछ हफ्ते पहले फोन पर हुई थी.. राम सातपुते ने इन आरोपों का खंडन किया है.. 18 नवंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि ये हताशा में लगाए गए झूठ हैं.. दादा चुनाव हारने के डर से ऐसा बोल रहे हैं.. फडणवीस जी से कोई मीटिंग नहीं हुई..

हालांकि विपक्ष ने इसे पकड़ लिया.. शरद पवार ने 22 नवंबर को पंढरपुर सभा में कहा कि ये महायुति की असलियत है.. पैसा बांटकर वोट खरीदने की कोशिश की.. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया.. एक महीने बाद 28 जनवरी 2025 को भाजपा ने रणजितसिंह मोहिते-पाटील पर एंटी-पार्टी एक्टिविटी का शो-कॉज नोटिस जारी किया.. इसमें आरोप है कि उन्होंने उत्तम जानकर के पक्ष में काम किया.. राम सातपुते ने खुद कहा कि मोहिते पाटील परिवार ने मेरी हार कराई..

वहीं चुनाव आयोग ने इन आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं की.. लेकिन स्थानीय स्तर पर जांच हुई.. सोलापुर कलेक्टर ने कहा कि कोई शिकायत नहीं मिली, लेकिन निगरानी रखी जा रही है.. 2024 विधानसभा चुनाव में मालशिरस में कड़ा मुकाबला हुआ.. राम सातपुते को 93 हजार से ज्यादा वोट मिले.. लेकिन उत्तम जानकर ने 1 लाख 6 हजार वोटों से जीत हासिल की.. और हार का अंतर 13 148 वोट रहा.. विजयसिंह दादा के समर्थन से जानकर को मोहिते-पाटील परिवार के वोट मिले.. चुनाव के बाद सातपुते ने आरोप लगाया कि रणजितसिंह ने उनके कार्यकर्ताओं को धमकियां दीं.. और विपक्ष को फंडिंग की..

मार्कडवाड़ी गांव में ईवीएम पर विवाद भी हुआ.. ग्रामीणों ने बैलेट पेपर से पुनर्मतदान की मांग की.. लेकिन पुलिस ने रोक दिया.. सातपुते ने इसे मोहिते-पाटील की साजिश बताया..  उत्तम जानकर ने इस्तीफे की पेशकश की.. लेकिन शरद पवार ने ईवीएम पर सवाल उठाए.. मालशिरस मोहिते पाटील परिवार का गढ़ रहा है.. विजयसिंह 1980 से 2009 तक विधायक रहे.. 2009 में सीट आरक्षित हो गई, तो वे पंढरपुर चले गए.. उनका बेटा रणजितसिंह भाजपा में हैं.. लेकिन 2019 में परिवार ने शरद पवार का साथ दिया.. 2024 लोकसभा में धैर्यशील मोहिते-पाटील (भतीजे) ने सोलापुर जीता..

 

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