महायूति सरकार में भ्रस्टाचार बढ़ा : राउत

- बोले- धुले जिले के दौरे के दौरान विधानमंडल की समिति को रिश्वत देने का हुआ प्रयास
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। शिवसेना (उबाठा) के सांसद संजय राउत ने महाराष्ट महाराष्ट्र सरकार में भ्रस्टाचार बढऩे का दावा किया है। इसी क्रम में उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धुले जिले के दौरे के दौरान राज्य विधानमंडल की प्राक्कलन समिति को ‘रिश्वत’ देने की कोशिश को नाकाम कर दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। राउत ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि धुले शहर में सरकारी अतिथि गृह के एक कमरे में पांच करोड़ रुपये से अधिक की नकदी मिली।
राज्यसभा सदस्य ने दावा किया, समिति को रिश्वत देने के लिए धुले के सरकारी विश्राम गृह गुलमोहर के कमरा नंबर 102 में लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपये रखे गए थे। राउत ने कहा कि शिवसेना के पूर्व विधायक अनिल अन्ना गोटे और स्थानीय शिवसेना (उबाठा) नेताओं ने कमरे को बंद कर दिया और बाहर पहरा देने लगे। उन्होंने आरोप लगाया, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को सूचित करने के बावजूद चार से पांच घंटे बीत गए और कोई नहीं आया… प्रशासन की ओर से कोई सहयोग नहीं मिला। रिश्वत का उद्देश्य विकास कार्यों में भ्रष्टाचार और इसमें अधिकारियों की संलिप्तता को दबाना था। राउत ने बताया कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के विधायक अर्जुन खोतकर समिति के अध्यक्ष हैं। प्राक्कलन समिति को राज्य बजट में किसी विशेष क्षेत्र को आवंटित धन के उपयोग की जांच करने का अधिकार है। इस बीच, धुले के पुलिस अधीक्षक श्रीकांत धीवरे ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
प्रतिनिधिमंडल के लिए कुछ देश बिना मतलब के जोड़े गये हैं
राउत ने सवालिया अंदाज में कहा कि उन देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजने की क्या ज़रूरत है जिनका भारत और पाकिस्तान के मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है? लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन जैसे देशों का चयन गंभीर सवाल खड़े करता है। वह कल्याण से शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व वाले एक प्रतिनिधिमंडल का जिक्र कर रहे थे, जो बुधवार सुबह संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना हुआ और उसके कुछ अफ्रीकी देशों की यात्रा करने की भी संभावना है। राउत ने दावा किया कि इस कदम के पीछे का समय और इरादा बताता है कि इसमें रणनीतिक स्पष्टता का अभाव है।



