राजस्थान के सियासी रण में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
- सीएम गहलोत ने कहा- कई मुद्दों से चूक गई बीजेपी, होमवर्क की कमी
- पीएम मोदी बोले- 3 दिसंबर को छूमंतर हो जाएगी कांग्रेस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनावों में अब सिर्फ एक हफ्ते का ही समय बाकी रह गया है। ऐसे में प्रदेश का सियासी पारा काफी हाई है। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सत्ता व विपक्ष के कई बड़े नेता लगातार राज्य के चक्कर लगा रहे हैं और एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं। इस बीच अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। बीजेपी पर हमला बोलते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि विपक्ष का काम सरकार की आलोचना या फिर उनकी गलतियां बताना होता है, लेकिन राजस्थान में बीजेपी कई मुद्दों पर चूक गई हैं। राजस्थान में बीजेपी की हालत को लेकर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की इतनी बुरी स्थिति कभी नहीं हुई। जब सरकार चलती है तो हम नीतियां या कानून बनाते हैं और विपक्ष की जिम्मेदारी आलोचना करना या गलतियां बताना होता है।
स्थानीय मुद्दों पर बात नहीं करती भाजपा
सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी कई योजनाएं हैं, जिन पर उन्होंने टिप्पणी तक नहीं की है। जैसे ओपीएस है। उन्होंने यह नहीं बताया कि वे ओपीएस के बारे में क्या करेंगे। वे कई बिंदुओं से चूक गए हैं इसलिए मैंने कहा था कि होम वर्क की कमी है। चुनाव चल रहे हैं, लेकिन वे स्थानीय मुद्दों पर बात क्यों नहीं करते। वोट देने से पहले यह लोगों का अधिकार है कि पिछले पांच वर्षों में उपलब्धियों और बनाए गए कानूनों पर बहस होनी चाहिए।
25 नवंबर को होगा राजस्थान में मतदान
जाहिर है कि राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। जबकि नतीजे 3 दिसंबर को संपन्न होंगे। राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में मतदान संपन्न हो चुका है। इन राज्यों के भी नतीजे 3 दिसंबर को ही जारी किए जाएंगे।
कांग्रेस स्वभाव से ही दलित विरोधी : मोदी
चुनावी माहौल में भरतपुर पहुंचे पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि राजस्थान की जनता 3 दिसंबर को कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को छूमंतर करने वाली है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने राजस्थान में जो वादें किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए पार्टी जी-जान लगा देगी। सीएम अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग यहां खुद को जादूगर कहते हैं। अब उन्हें राजस्थान की जनता कह रही है कि 3 दिसंबर को कांग्रेस छूमंतर। उन्होंने कहा कि आपसे किए गए ये वादे जरूर पूरे होंगे ये मोदी की भी गारंटी है। दलितों के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस के शासन में दलितों के खिलाफ भी अत्याचार के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। कांग्रेस स्वभाव से ही दलित विरोधी है।
पिछले सात दिनों से जिंदगी-मौत की जंग लड़ रहे 41 मजदूर
- उत्तरकाशी में अभी भी जारी सिलक्यारा सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
उत्तरकाशी। उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला इस समय देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसकी वजह है सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूर, जो रविवार से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। उनके रेस्क्यू के लिए सरकार पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी है। ऐसे में अब विज्ञान और भगवान दोनों का सहारा लिया जा रहा है। क्रेन की मदद से पुजारी ने सुरंग के मुहाने पर झंडा लगाया और नारियल फोड़ा।
रेस्क्यू के 7वें दिन सुरंग के बाहर एक मंदिर स्थापित किया जा रहा है। एक तरफ मशीनों को अंदर ले जाया जा रहा है तो दूसरी तरफ जिस तरफ मंदिर स्थापित है। सुरंग के मुहाने पर मंदिर की स्थापना हो रही है। पूजा-अर्चना की जा रही है। दरअसल, इस हादसे के बाद ग्रामीणों का मानना है कि सुरंग ढहने के पीछे स्थानीय देवता बाबा बौखनाग का प्रकोप
सीएम ने की समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ टनल में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही बाधाओं से निपटने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल सिलक्यारा पहुंचे हैं।
सामने आई बड़ी लापरवाही
वहीं इस पूरे मामले में अब एक बड़ी लापरवाही भी सामने आई है। दरअसल, 2 नवंबर को सुरंग में भूस्खलन के बाद एनएचआइडीसीएल और नवयुग कंस्ट्रक्शन की ओर से 40 श्रमिकों के नाम और पते प्रशासन को उपलब्ध कराए गए थे। अब सात दिन बाद यह लापरवाही सामने आई है। उत्तरकाशी सिलक्या सुरंग में 40 नहीं 41 श्रमिक फंसे हुए हैं। कंपनी की लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सात दिन बाद इस बात की जानकारी मिली है। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया कि जब 41 श्रमिक का नाम सूची में सामने आया तब एनएचआइडीसीएल और निर्माण कंपनी नवयुग कंस्ट्रक्शन बड़ी लापरवाही का पता चला।