एनडीए व इंडिया गठबंधन में मची रार
लोस स्पीकर को लेकर गरमा रहे सियासी बोल
आम सहमति से अध्यक्ष बनाना मुश्किल, विपक्ष नहीं चाहता भाजपा का प्रत्याशी
जदयू व टीडीपी का कैंडिडेट होने पर विपक्ष करेगा विचार लोकसभा अध्यक्ष क ा होना है चुनाव
24 जून को शुरू होगा संसद का सत्र
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। 24 जून से लोकसभा का सत्र शुरू होने वाला है। इसी समय लोकसभा अध्यक्ष या स्पीकर का चुनाव होगा। उससे पहले स्पीकर के चयन को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। संसद में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी अपनी पार्टी का ही कोई सदस्य इस पद पर बिठाना चाहती है जबकि इंडिया गठबंधन की इच्छा है बीजेपी को छोडक़र एनडीए के अन्य सहयोगी जदयू या टीडीपी से अगर कोई नाम लोस स्पीकर के लिए आता है तो वह उसके नाम पर विचार करेगी। नहीं तो वह अपना भी उम्मीदवार उतार सकती है।
हालांकि अभी किसी के नाम की सुगबुगाहट नहीं है। परंपरा के अनुसार लोकसभा का अध्यक्ष आपसी सहमति से नियुक्त होता रहा है। इसबार समीकरण बदले हुए हैं सता पर भाजपा-जदयू-टीडीपी की एनडीए गठबंधन की सरकार काबिज है। विपक्ष में कांग्रेस की इंडिया गठबंधन मजबूती के साथ संसद में पहुंची है अब देखना होगा कि स्पीकर बातचीत से बनता है संसद के पहले ही सत्र में चुनाव के रास्ते लोस अध्यक्ष की कुर्सी पर कोई काबिज होता है।
रेल दुर्घटना व ईवीएम हैक पर भी मोदी सरकार विपक्षी निशाने पर
वहीं जबसे एनडीए सरकार बनी है उस पर मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी नीट परीक्षा को लेकर सरकार पर चौतरफा हमला जारी है इस बीच अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क ने ईवीएम को हैक होने वाली बात करके भारत में बवाल मचा दिया विपक्ष जहां एनडीए सरकार घेर रहा है तो वहीं चुनाव आयोग व भाजपा ने इन बातों को बेबुनियाद बताकर आरोपों को खारिज कर दिया है। उधर पङ्क्षश्चम बंगाल के जलपाईगुड़ी में कंचनजंघा एक्सपे्रस की दुर्घटना में कई लोगों की मौत व घायल होने पर भी एनडीए की मोदी सरकार पर विपक्ष ने जोरदार हमला किया है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने रेल मंत्री से इस्तीफा मांगा और उन लापरवाही का आरोप लगाया है। उधर सरकार ने पीडि़तों को पूरी सहायता देने का भरोसा जताते हुए विपक्ष से राजनीति न करने की अपील की है।
संस्थाओं में जवाबदेही की कमी : राहुल गांधी
एलन मस्क की बात पर राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने कहा कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स की तरह है, जिसकी जांच करने की अनुमति किसी को भी नहीं है। कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि जब हमारे देश की चुनावी प्रक्रिया के पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है।
ईवीएम को एआई के जरिए हैक किए जाने की संभावना : मस्क
दिग्गज कंपनी टेस्ला और सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) के सीईओ एलन मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को चुनावी प्रक्रिया से हटा देना चाहिए। क्योंकि इसे इंसानों और एआई के जरिए हैक किए जाने संभावना कम होने के बावजूद कुछ हद तक है।
टेक्नोलॉजी समस्या दे तो उसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए : अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर से ईवीएम पर शक जताया है। उन्होंने यह बात एलन मस्क के एक बयान के बाद यह बात कही है। ने लिखा कि टेक्नोलॉजी समस्याओं को दूर करने के लिए होती है, अगर वही मुश्किलों की वजह बन जाए तो उसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए।
संसद सत्र से पहले रक्षामंत्री के आवास पर आज होगी बैठक
कई मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। 24 जून से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होगा। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर मंगलवार शाम को मंत्रिसमूह की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद को लेकर चर्चा होने की संभावना है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर होने वाली मंत्रिसमूह की बैठक में संसद सत्र के दौरान एनडीए गठबंधन के सहयोगियों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने और कुछ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। आजादी के बाद से अबतक देश में लोकसभा अध्यक्ष का चयन सर्वसम्मति से होता रहा है। मगर इस बार विपक्ष ने लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मांगा है।
केंद्र व एनटीए को सुप्रीम फटकार, गलती करे स्वीकार
नीट पेपर विवाद : एग्जाम पर सख्त है शीर्ष कोर्ट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर परीक्षा को आयोजित करने में कोई गलती हुई है, तो उसे स्वीकार करना चाहिए। इसमें सुधार की भी जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसवीएन भट्टी की वकेशन बेंच ने माना कि इसमें कोई कोई गड़बड़ी हुई है। केंद्र और एनटीए को फटकार करते हुए कहा कि लाखों बच्चों ने बहुत मेहनत की है, हम उसे नजरंदाज नहीं कर सकते हैं।
नीट मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने अपना और सख्त दिखाते हुए एनटीए को चेताया और कहा कि अगर किसी की ओर से 0.001 प्रतिशत लापरवाही भी हुई है, तो उससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए। बच्चों ने परीक्षा की तैयारी की है, हम उनकी मेहनत भूल नहीं सकते. याचिकाओं को प्रतिकूल मुकदमे के तौर पर ना लें।
8 को पूरी तैयारी के साथ आएं
दूसरी याचिकाओं के साथ मामले की सुनवाई 8 जुलाई को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को कहा कि वह आठ जुलाई को तैयार होकर आएं। इसके साथ ही नई याचिकाओं पर भी केंद्र और एनटीए को नोटिस दिया गया है और दो हफ्ते में जवाब मांगा गया है।
सोचिए कुछ भी गड़बड़ी हुई तो कैसा डॉक्टर समाज को मिलेगा : कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ऐसी स्थिति की कल्पना करें जहां कोई व्यक्ति सिस्टम के लिए नुकसानदायक हो जाए या समझिए अगर कुछ भी गड़बड़ी हुई तो सोचिए कैसा डॉक्टर समाज में आ सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए से ये भी कहा कि वो छात्रों की शिकायत को नजरअंदाज न करें। अगर एग्जाम में वाकई कोई गलती हुई है तो उसे समय रहते सुधारा जाए।