राहुल कश्मीर पहुंचे और पीएम मोदी बिहार में

  • क्या सरकार को चिंता नहीं कश्मीर की!
  • नेता प्रतिपक्ष ने श्रीनगर में घायलों का जाना हाल
  • सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी के न पहुंचने पर कांग्रेस नाराज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। बीजेपी की राष्ट्रवादी पालिटिक्स की आंख में आंख डालकर उसके बरअक्स एक लकीर खींचने की कोशिशों में लगे राहुल गांधी कश्मीर के दौरे पर वहां पहुंचे हैं। राहुल की यह यात्रा दो राजनीतिक दृष्टिकोणों का टकराहट है। राहुल गांधी कश्मीर की धरती पर हमले में घायल लोगों के ज़ख्मों पर मरहम लगाने पहुँचे, तो पीएम मोदी ने बिहार के मधुबनी से विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंका। राहुल गांधी एक नैरेटिव सेट कर रहे हैं और वह नैरेटिव है जहां सरकार नहीं वहां हम। गांधी हमले के बाद बृहस्पतिवार को बुलाई गई कांग्रेस कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए अमेरिका की अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ कर स्वदेश लौट आए थे। उन्होंने इस भयानक आतंकवादी हमले के बारे में सभी दलों को जानकारी देने के लिए सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी भाग लिया। आपको बता दें सरकार ने भारत में पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द कर दिए, जिनमें मेडिकल वीजा भी शामिल है, जो रविवार से लागू होंगे। इस्लामाबाद ने बदले की कार्रवाई करते हुए दोनों देशों के बीच सभी समझौतों को निलंबित करने की धमकी दी, जिसमें 1972 का शिमला समझौता भी शामिल है, जो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में नियंत्रण रेखा को वैध बनाता है। पाकिस्तान ने यह भी घोषणा की कि वह उच्चायोग में भारतीय राजनयिक कर्मचारियों की संख्या कम करेगा।

सर्वदलीय बैठक में नहीं पहुंचे मोदी

घटना के बाद सरकार ने देश के सभी बड़े राजनीतिक दलों के साथ सर्वदलीय बैठक की। बैठक में दूसरे दलों के नेता तो पहुंचे लेकिन पीएम मोदी गैरमौजूद रहे। पीएम मोदी के न पहुंचने से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खासे नाराज दिखे और उन्होंने कहा कि देश जल रहा है और प्रधानमंत्री चुनावी रथ पर सवार हैं। पीएम को इस बैठक में अवश्य होना चाहिए था।

हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण

बिहार जैसे राज्यों में जातीय और धार्मिक ध्रुवीकरण हमेशा से राजनीति करने वालों के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ है। कश्मीर के हमले को हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर भाजपा यह नैरेटिव गढऩे में कामयाब हो जाती है कि हमले सिर्फ इसलिए हो रहे हैं कि पूर्व में कांग्रेस का रूख आतंकवाद पर मुलायम रहा है । यदि ऐसा हो जाता है तो सीमांचल जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों में इसका असर जरूर पड़ेगा।

विपक्ष का साथ मिलते ही आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई तेज, घर को आईईडी से उड़ाया गया

सर्वदलीय बैठक में विपक्ष का साथ मिलने के बाद सरकार ने आतंकियों के खिलाफ मुहिम तेज कर दी है। इसी क्रम में
पहलगाम हमले में शामिल लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों आदिल थोकर और आसिफ शेख के घर गुरुवार रात क्रमश: अनंतनाग और अवंतीपोरा में हुए एक विस्फोट में नष्ट हो गए। अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा बल दो लश्कर आतंकवादियों आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख के घरों के अंदर तलाशी ले रहे थे, जब घरों के अंदर पहले से रखे विस्फोटकों में विस्फोट हो गया। उन्होंने कहा कि विस्फोटकों के कारण घर नष्ट हो गए। 2018 में अटारी-वाघा सीमा के माध्यम से कानूनी रूप से पाकिस्तान की यात्रा करने वाले थोकर ने कथित तौर पर पिछले साल जम्मू और कश्मीर में गुप्त रूप से लौटने से पहले आतंकवादी प्रशिक्षण प्राप्त किया था।

श्रीनगर पहुंचे आर्मी चीफ, कमांडर्स दे रहे आतंकवाद के खिलाफ एक्शन की जानकारी

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए पड़ोसी देश पर कई प्रहार किए हैं। जिसमें सिंधु नदी समझौता स्थगित करना भी शामिल है. इस मुद्दे पर शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह अपने आवास पर एक बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल समेत कई सीनियर केंद्रीय मंत्री शामिल हो सकते हैं। इस बीच, भारत ने पाकिस्तान को औपचारिक पत्र लिखकर सिंधु जल संधि को निलंबित करने की सूचना दे दी है। वहीं सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी आज श्रीनगर पहुंच गए हैं। वह 15 कोर में सुरक्षा बैठक की समीक्षा करेंगे. इसके साथ ही वह आतंकी हमले वाली जगह पर भी जाएंगे।

नेता प्रतिपक्ष ने पहलगाम आतंकी हमले में घायल हुए लोगों से की मुलाकात

अब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पहलगाम आतंकी हमले में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए शुक्रवार को कश्मीर पहुंचे। कांग्रेस के एक नेता ने यह जानकारी दी। विपक्ष ने पहलगाम हत्याकांड की निंदा करते हुए किसी भी कार्रवाई के लिए सरकार का पूरा समर्थन किया है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई और पाकिस्तान के साथ सबसे खराब टकराव हुआ। पार्टी के नेता ने कहा कि 22 अप्रैल को हुए हमले में घायललोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए राहुल यहां बादामीबाग छावनी में सेना के बेस अस्पताल का दौरा कर सकते हैं।

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