डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बनने के लिए पहलवानों को उकसाया : साक्षी
बीजेपी नेता बबिता फोगाट व बजरंग पूनिया की खुली पोल
- यह कहना गलत है कि कांग्रेस का समर्थन मिला था : साक्षी
- हरियाणा बीजेपी के दो नेताओं ने दिलवाई थी प्रदर्शन की परमिशन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हरियाणा। हरियाणा के विधानसभा चुनाव तो खत्म हो गए हैं लेकिन वहां कि सियासत अभी भी गर्म है। इस गर्माहट का सबसे बड़ा कारण है भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक का वह बयान जिसके आने के बाद से पूरे देश में इस को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं। दरअसल भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने रेसलर और बीजेपी की नेता बबीता फोगाट पर बड़ा आरोप लगा दिया। साक्षी मलिक ने कहा है कि कांग्रेस ने नहीं बल्कि बबीता फोगाट ने ही खिलाडिय़ों को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन के लिए उकसाया था। साथ ही साक्षी मलिक ने कहा कि विनेश फोगाट ने गृहमंत्री अमित शाह को फेडरेशन में शोषण के बारे में सब बताया, फिर भी कुछ नहीं हुआ, इसलिए हमें प्रदर्शन करना पड़ा।
दरअसल, एक टीवी चैनल को इंटरव्यू देने के दौरान जब साक्षी मलिक से पूछा गया कि अक्सर आरोप लगते रहे कि कांग्रेस ने पहलवानों को प्रदर्शन के लिए आगे किया। इसपर उन्होंने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि हरियाणा बीजेपी के दो नेताओं ने उन्हें प्रदर्शन की परमिशन दिलवाई थी, जो बबीता फोगाट और तीर्थ राणा हैं। साक्षी मलिक ने बबीता फोगाट पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बबीता ने अप्रोच किया था क्योंकि उसके मन में लालच था कि उन्हें बृजभूषण शरण सिंह वाला पद मिल जाए। साक्षी मलिक ने कहा कि हमें भी लगता था कि अगर बबीता फोगाट को पद मिलेगा तो कुछ अच्छा होगा लेकिन हमें नहीं पता था वो हमारे साथ इतना बड़ा खेल कर जाएगी। साक्षी मलिक ने कहा हमें यकीन था कि बबीता फोगाट भी हमारे साथ प्रदर्शन में शामिल होंगी और एक खिलाड़ी होने के नाते आवाज उठाएगी कि उनके खेलने के दौरान भी वो सारी चीजें हुई हैं, वहीं साक्षी ने इस बात को भी स्पष्ट किया कि इस प्रदर्शन के पीछे कांग्रेस का हाथ नहीं था।
खुद की लालच के लिए किया जा रहा था प्रदर्शन
साक्षी मलिक ने हाल ही में ‘विटनेसÓ नाम से अपनी एक किताब भी रिलीज की जिसमें साक्षी ने अपनी दोस्त विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को लेकर बड़ा खुलासा किया। साक्षी ने अपनी किताब में कहा है कि विनेश और बजरंग के स्वार्थी फैसलों के कारण पहलवानों के प्रदर्शन से कुछ फायदा नहीं हुआ। साक्षी के मुताबिक प्रदर्शन के दौरान विनेश और बजरंग के आसपास मौजूद लोगों ने उनके कान भरने शुरू कर दिए, इससे उन पर लालच हावी हो गया और दोनों ने एड-हॉक कमेटी के फैसले को मान लिया। इस फैसले में उन्हें ट्रायल गेम से देने की छूट देने की बात कही गई थी, इससे प्रदर्शन को काफी नुकसान हुआ। कई समर्थन करने वाले यह सोचने लगे कि ये प्रदर्शन खुद की लालच के लिए किया जा रहा था।
ओलंपिक तक पहुंच कर विनेश ने खुद को साबित किया
साक्षी मलिक ने कहा कि कई आरोप लगाए कि इन खिलाडिय़ों का करियर अब खत्म हो चुका है, इसमें से एक तो विनेश फोगाट ने प्रूव कर दिया वे ओलंपिक तक फिर खेलने गई। अगर करियर खत्म हो गया था तो वो ओलंपिक तक कभी न जा पातीं लेकिन उन्होंने अपने आप को साबित किया। इससे बृजभूषण शरण सिंह की वो बात तो झूठी सिद्ध हो गई कि ये लोग खत्म हो चुके हैं इसलिए प्रदर्शन किया। मलिक ने कहा कि हमने सीधा जाकर प्रदर्शन शुरू नहीं किया था बल्कि विनेश फोगाट ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से पहले मुलाकात कर सारी दिक्कतों से अवगत कराया, इसके बाद जब गृहमंत्री ने हमारी बातों को अनदेखा किया तो हमें आंदोलन करना पड़ा।
साक्षी के आरोप पर विनेश फोगाट ने किया पलटवार
साक्षी मलिक ने अपने आरोप में विनेश को घेरा था जिसको लेकर पत्रकारों ने विनेश फोगाट से सवाल किया तो विनेश ने कहा कि अगर खिलाडिय़ों और बहनों के लिए बोलना लालच है, तो मुझे यह लालच स्वीकार है। अगर देश का प्रतिनिधित्व करके ओलंपिक पदक लाना लालच है तो यह अच्छा है। उन्होंने कहा कि मैं गुड कॉज के लिए लड़ाई लड़ रही थी। वह लड़ाई चल रही है। जब तक हम दोषी को सजा नहीं दिला देते, यह चलती रहेगी। दरअसल साक्षी मलिक ने बबिता और बजरंग पुनिया के साथ विनेश को लेकर भी कहा था कि पिछले साल विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का एशियाई खेलों के ट्रायल्स से छूट लेने के फैसले से बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ उनके विरोध प्रदर्शन की छवि प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि इस वजह से हमारा ये अभियान स्वार्थी दिखने लगा। बता दें कि पहलवालों के इस विरोध साक्षी तीन मुख्य पहलवानों में से एक थीं।