हाथरस घटना पर सामने आई संजय सिंह की प्रतिक्रिया, कहा- धर्म के नाम पर धंधा बंद होना चाहिए
उत्तर-प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में अभी तक 122 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच हुई भगदड़ की घटना पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है...
4PM न्यूज़ नेटवर्क: उत्तर-प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में अभी तक 122 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच हुई भगदड़ की घटना पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है। संजय सिंह ने कहा है कि अपने राजनीति फायदे के लिए इस तरह के बाबा का बाजार विकसित हो रहा है। कैसे इतनी भीड़ जमा हो गई? मुवाअजा का घोषणा करना चाहिए। धर्म के नाम पर धंधा बंद होना चाहिए। इसके साथ ही AAP पार्टी के सांसद ने कहा कि कल हाथरस में हुई भगदड़ में जो लोग मारे गए वह समाज के सबसे पिछड़े लोग हैं। वहां की हालत देखकर और शवों की तस्वीरें देखकर आंसू आ रहे हैं।
हाथरस की घटना पर संजय सिंह की प्रतिक्रिया आई सामने
इसके अलावा संजय सिंह ने कहा कि इस देश में इंसान की कोई कीमत नहीं रह गई है। कई पुल गिर जाए, भगदड़ मच जाए और लोगों की जान चली जाती है। एक व्यक्ति अपना बाबा बाजार खड़ा कर रहा है और उस पर कोई नियंत्रण नहीं है। वहीं हरियाणा में देख लीजिए, एक बाबा हत्या और बलात्कार का दोषी है और वह जब चाहता है तब बाहर आ जाता है। पूरी सरकार उसके आगे नतमस्तक हो जाती है।
आपको बता दें कि हाथरस जिले में हुई भगदड़ की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 122 हो गई है। राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से बुधवार को यह जानकारी दी गई। राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं। बताया जा रहा है कि अधिकांश अनुयायियों की मौत दम घुटने के कारण हुई है। हाल के वर्षों में हुई यह सबसे बड़ी त्रासदी है। कुछ लोगों का कहना है कि लोग प्रवचनकर्ता की कार के पीछे भागते समय कीचड़ में फिसल गए, जिससे भगदड़ मच गई।
महत्वपूर्ण बिंदु
- हाथरस जिले के फुलरई गांव में नारायण साकार विश्व हरि के नाम से लोकप्रिय ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में लाखों अनुयायी पहुंचे हुए थे।
- राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार को इस हादसे में मरने वालों की संख्या 122 बताई थी, जिनमें सात बच्चे, एक पुरुष और बाकी सभी महिलाएं हैं।
- राहत आयुक्त की ओर से जारी की गई मृतकों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है, जिनमें से 19 की पहचान अभी भी नहीं हो पाई है।
- अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं और लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए है।