रंक से राजा बना सकता है नीलम रत्न, जानिए इसका प्रभाव

नीलम रत्न, जिसे वैदिक ज्योतिष में "नीलम" के नाम से जाना जाता है। एक प्रसिद्ध रत्न है जो विभिन्न धार्मिक, आध्यात्मिक, और आश्चर्यजनक गुणों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

4PM न्यूज़ नेटवर्क: नीलम रत्न, जिसे वैदिक ज्योतिष में “नीलम” के नाम से जाना जाता है। एक प्रसिद्ध रत्न है जो विभिन्न धार्मिक, आध्यात्मिक, और आश्चर्यजनक गुणों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। यह एक प्रकार की प्रिशित गहना है जो विभिन्न रंगों में उपलब्ध होता है, परंतु नीले रंग का नीलम सबसे प्रसिद्ध है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई ग्रह कमजोर है तो मजबूत करने के लिए रत्नों का सहारा लिया जाता है। हर एक ग्रह के लिए अलग रत्न है। इन्हीं में से एक नीलम है। नीलम रत्न को बहुत तेजी से काम करने वाला रत्न माना गया हैं। यह अपना असर बहुत तेजी से दिखाता है। इसे भाग्योदय का रत्न भी माना गया है।

कहा जाता है यह रत्न पहनने से शनि देव की कृपा बनी रहती है और शनि ग्रह के दुष्परिणाम दूर होते हैं। कुछ राशियों पर इसका असर बहुत जल्दी होता है और जीवन में अपार सफलता मिलती है।

नीलम रत्न को शनि ग्रह का रत्न माना गया है। नीलम रत्न को धारण करने पर अगर इसका शुभ प्रभाव जातक पर पड़ने लगता है तो व्यक्ति रंक से राजा बन सकता है। उसकी सारी परेशानियां धीरे-धीरे खत्म हो जाती हैं और वह दिन ब दिन सफलता की सीढ़ियां चढ़ने लगता है। जिन लोगों की कुंडली में शनि अशुभ होते हैं, उन्हें शनि का रत्न नीलम पहनने की सलाह दी जाती है।

धन और समृद्धि लाना

  • नीलम रत्न को धन और समृद्धि लाने वाला माना जाता है
  • इसे घर या कार्यस्थल में रखने से धन और समृद्धि प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।

स्वास्थ्य लाभ

  • नीलम रत्न को कुछ स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करने वाला माना जाता है।
  • यह रक्तचाप को नियंत्रित करने, तनाव और चिंता को कम करने, और एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मददगार हो सकता है।

एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाना

  • नीलम रत्न को एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाने में मददगार माना जाता है।
  • इसे अध्ययन कक्ष में रखने से विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई में सफलता प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।

नीलम रत्न का महत्व

  • नीलम रत्न का प्रभाव बहुत ही तेजी से देखने को मिलता है।
  • अगर यह रत्न आपके लिए अनुकूल नही हैं तो आपको कई तरह की तकलीफें हो सकती हैं।
  • ये रत्न पहनते ही सबसे पहले उसे राहत मिलनी शुरू हो जाती है, जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहा हो।
  • अगर नीलम पहनने पर दुर्घटनाएं और शारीरिक कष्ट बढ़ने लगे तो यह रत्न आपके लिए बिल्कुल भी शुभ नहीं है।आपको इसे तुरन्त निकाल देना चाहिए।

किन राशि वालों को नीलम पहनना चाहिए?

कहा गया है कि शनिदेव मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं, इसलिए इस राशि के जातकों के लिए नीलम शुभ है. इसके अलावा वृष, मिथुन, कन्या, तुला राशि के लोग भी नीलम रत्न को पहन सकते हैं लेकिन इसे पहनने से पहले ज्योतिषाचार्य से सलाह आपको जरूर लेनी चाहिए।

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