New Device : खून के इंफेक्शन और एनीमिया का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने विकसित की नई डिवाइस..
भारतीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक नई डिवाइस का विकास किया है, जो खून के इंफेक्शन और एनीमिया जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का शीघ्रता से पता लगाने में मदद कर सकती है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारतीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक नई डिवाइस का विकास किया है, जो खून के इंफेक्शन और एनीमिया जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का शीघ्रता से पता लगाने में मदद कर सकती है। यह तकनीक, जिसका नाम RRI (राजा रामन्ना सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी) रखा गया है, मेडिकल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इस डिवाइस के माध्यम से उपयोगकर्ता बिना किसी दर्द के तेजी से अपने खून की स्थिति की जाँच कर सकते हैं। यह तकनीक न केवल समय की बचत करती है, बल्कि समाज के उन वर्गों के लिए भी बड़ी सहूलियत है, जिन्हें नियमित रक्त परीक्षण करवाने में कठिनाई होती है।
भारत में एनीमिया से लड़ने के लिए 2018 में ‘एनीमिया मुक्त भारत’ अभियान की शुरुआत की गई थी। देश में सभी उम्र के लोगों में एनीमिया की समस्या लगातार सामने आ रही है। इसी दिशा में, बेंगलुरु के रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एक नवीनतम डिवाइस को लॉन्च किया है जो खून के संक्रमण और एनीमिया जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का जल्दी और प्रभावी ढंग से पता लगा सकता है। इस डिवाइस के माध्यम से लोगों को अपनी सेहत की जानकारी आसानी से मिल सकेगी, जिससे वे समय पर आवश्यक उपचार करा सकेंगे। यह तकनीक देश में एनीमिया और संबंधित खतरनाक बीमारियों से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की संभावना को बढ़ावा देती है। इस नवाचार से निश्चित रूप से लोगों को बीमारियों की रोकथाम और उचित देखभाल के लिए नए अवसर मिलेंगे, और यह भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
हाल के एक शोध में, वैज्ञानिकों ने एक नए इलेक्ट्रो-फ्लुइडिक डिवाइस का विकास किया है, जो खून के इंफेक्शन और एनीमिया जैसी समस्याओं का पता लगाने में उच्च स्तर की सटीकता प्रदान करता है। इस डिवाइस के परीक्षण के लिए, रिसर्च टीम ने एस sickle cell disease (SCD) के मरीजों और स्वस्थ व्यक्तियों के रक्त कोशिकाओं की तुलना की। आरआरआई (आरोग्य रिसर्च इंस्टीट्यूट) ने मंगलवार को जानकारी दी कि उनकी मेथोडोलॉजी में रक्त कोशिकाओं की मात्रा और कठोरता (Stiffness) को मापने के लिए फ्री-फ़्लाइट और कंस्ट्रिक्टेड-फ़्लाइट मोड में नमूनों का अध्ययन करने की प्रक्रिया शामिल है। यह डिवाइस चिकित्सकों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण साबित हो सकता है, जिससे रोगों की प्रारंभिक पहचान संभव होगी और उपचार में तेजी लाने में मदद मिलेगी। इस नवाचार से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद है।
सिकल सेल बीमारी (Sickle Cell Disease) एक आनुवांशिक रक्त विकार है, जो मुख्य रूप से लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है। यह बीमारी विशेष रूप से उन लोगों में अधिक आम है, जिनकी आनुवांशिक पृष्ठभूमि अफ्रीकी, मध्य पूर्वी और दक्षिण एशियाई है। सिकल सेल बीमारी का कारण एक आनुवांशिक म्यूटेशन होता है, जिसके परिणामस्वरूप रक्त में हेमोग्लोबिन का एक विशेष प्रकार बनता है। यह हेमोग्लोबिन सामान्य आकार के बजाय “सिकल” या चंद्राकार में बदल जाता है, जिससे रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है।
एनीमिया की शिकायत होती है. भारत में ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों तक में एनीमिया के काफी केस सामने आते हैं. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के मुताबिक (2019-21) के में, पुरुषों (15-49 वर्ष) में 25.0 प्रतिशत और महिलाओं (15-49 वर्ष) में 57.0 प्रतिशत है. लड़कों (15-19 वर्ष) में 31.1 प्रतिशत, लड़कियों में 59.1 प्रतिशत, गर्भवती महिलाओं (15-49 वर्ष) में 52.2 प्रतिशत और बच्चों (6-59 महीने) में 67.1 प्रतिशत एनीमिया के केस है.
एनीमिया से लड़ने में करेगा मदद
डिवाइस का यह इनोवेशन राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने के मिशन का समर्थन कर सकता है, जिसके जरिए केंद्र का लक्ष्य 2047 तक एससीडी को खत्म करना है. एससीडी एक जीन उत्परिवर्तन (Gene mutation) है जो रेड बल्ड सेल के सख्त होने की वजह से गंभीर समस्या पैदा करता है, जिससे दुनिया भर में लाखों लोग प्रभावित होते हैं, जिनमें ग्रामीण भारत के कई लोग भी शामिल हैं. आरआरआई ने कहा, हाई-प्रदर्शन तरल क्रोमैटोग्राफी (एचपीएलसी) जैसे मौजूदा डिवाइस बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग कार्यक्रमों के लिए महंगे हैं.
ट्यूमर का भी लगेगा पता
आपको बता दें,कि आरआरआई ने कहा कि पोर्टेबल और लागत प्रभावी डिवाइस ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग के लिए विशेष रूप से कामगर साबित हो सकता है, इससे संभावित रूप से एससीडी का पहले ही पता लगाया जा सकता है. एससीडी स्क्रीनिंग से परे यह ट्यूमर सेल का पता लगाने, पशु में बल्ड की बीमारी जैसी चीजों में भी अहम रोल निभा सकता है.


