बहराइच में जु्म्मे की नमाज के लिए बेहद टाइट है सिक्योरिटी, बाहरी लोगों की एंट्री पर प्रतिबंध

लखनऊ। उत्तरप्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा के बाद हालात काफी गंभीर बने हुए है। बहराइच में ही हिंसा के बाद से ही सुरक्षा व्यवस्था काफी तगड़ी कर दी गई है। सुरक्षा के लिए यहां रैपिड रिस्पॉन्स फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है। नमाज के दौरान होने वाली संभावित भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए है।
बता दें कि हिंसा प्रभावित इलाकों को नौ सेक्टरों में विभाजित किया गया है। पुलिस और प्रशासन की टीमें लगातार इन इलाकों में मुस्तैदी के साथ सुरक्षा के इंतजाम देख रही है। वहीं जुम्मे की नमाज को देखते हुए प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए है। इसके तहत बहराइच में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है।
वहीं मुख्यमंत्री ऑफिस भी लगातार पुलिस और जिला प्रशासन के संपर्क में बना हुआ है। इसके लिए कंट्रोल रुम भी बनाया गया है। वीडियो फुटेज के जरिए ही उपद्रवियों की पहचान हो रही है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
बहराइच जिले के महाराजगंज इलाके में 13 अक्टूबर को हुई साम्प्रदायिक हिंसा के पांच आरोपियों को पुलिस ने बृहस्पतिवार दोपहर मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में दो आरोपी घायल भी हुए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार मुठभेड़ भारत—नेपाल सीमावर्ती नानपारा कोतवाली क्षेत्र में सरयू मुख्य नहर के निकट हाड़ा बसेहरी में हुई। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि 13 अक्टूबर को महाराजगंज में एक युवक की गोली मार कर हत्या के मामले में आज बहराइच पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार लोगों के नाम मोहम्मद फ़हीम, मोहम्मद तालिब उर्फ सबलू, मोहम्मद सरफराज, अब्दुल हमीद और मोहम्मद अफजाल हैं। उन्होंने बताया कि 13 अक्टूबर को एक युवक की हत्या में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी के लिए पुलिस फहीम और तालिब की निशानदेही पर उन्हें लेकर गई तो उन्होंने वहां रखे हथियारों से पुलिस दल पर गोलियां चलायीं। कुमार ने बताया कि जवाबी गोलीबारी में दोनों को गोलियां लगीं और वे गंभीर रूप से घायल हो गए।

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