सेवा और श्रद्धा से कोई काम नहीं हो रहा: प्रियंका
- बोलीं- वर्तमान में एक नई तरह राजनीति चल रही
- राजीव गांधी ने दी अमेठी को पहचान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अमेठी। कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा के समर्थन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कई सभाएं की। उन्होंने कहा कि पिछले पांच-दस सालों से यहां एक नई राजनीति आई। उसमें सेवा का नाम नहीं था, श्रद्धा का नाम नहीं था। आपकी जो सांसद है, वो यहां सिर्फ एक मकसद से आई। क्या मकसद था उनका, कौन बताएगा। राहुल जी को हराना। उनका एक ही मकसद था कि यहां आकर राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी और राहुल गांधी को हराएंगी। यही मकसद था। इस मकसद के लिए उन्होंने तमाम झूठ फैलाए।
उन्होंने कहा कि उस जमाने में जब पिता राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे, तब पूरा देश देखता था अमेठी की ओर, कहते थे कि देखो, कितना विकास हुआ है वहां। बल्कि तब आलोचना यह होती थी कि राजीव गांधी सारे विकास की जितनी भी निधि है, अपने ही संसदीय क्षेत्र में डाल रहे हैं। ये आलोचना होती थी, लेकिन ये आलोचना नहीं हुई कि यहां विकास नहीं हो रहा है। तो ये सब आपकी परंपरा रही है। हमने आपके लिए वो समूह की परियोजना शुरू की थी महिलाओं के लिए, बहुत महिलाएं उसमें थी। उन्होंने कहा कि वे आपसे जमीन लूट रहे हैं। पूरे देश में फैला दिया कि हमने जमीन लूटने के लिए ये परियोजना बनाई। तो अब जितनी भी महिलाओं को लाभ हो रहा था उन परियोजना के होने से, बंद हो गया। परियोजना ही बंद करनी पड़ी, तमाम केस डाल दिए उन पर। उनका मकसद हमेशा से नकारात्मक रहा है, कोई सकारात्मक मकसद नहीं रहा। मकसद पूरा हो गया, पिछले चुनाव में भईया हार गए, तो फिर विकास, काम इन सबका नामो निशान नहीं। सिर्फ जब टीवी वाले आते हैं, मीडिया वाले आते हैं, तब आती हैं सामने और फिर भी झूठ फैलाती हैं। उसके बाद कोई दिखाई नहीं देता। तो आपके लिए कोई योजना नहीं लाई हैं। तो यही होता है, जब गलत तरह की राजनीति आती है, जो सच्चाई पर आधारित नहीं होती है।
जनता के संघर्ष बढ़ा रही भाजपा सरकार
प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा आम जनता का संघर्ष बढ़ा रही है। आज यहां आई तो 20 साल पहले का चुनाव याद आ गया। 1999 का चुनाव याद आ गया। मेरी मां जब चुनाव लड़ीं तो उनके भी मन में वही भाव था जो मेरे पिताजी के मन में था कि अमेठी की सेवा करनी है। जब मैं बचपन में आती थी तो यहां की जमीन सफेद दिखती थी। मैं अपने पिता से पूछती थी कि जमीन सफेद क्यों दिख रही है तो वो कहते थे कि इसमें नमक है। यह ऊसर है यह उपजाऊ नहीं है लेकिन आज मैं यहां देखती हूं तो पता चलता है कि सारी जमीन उपजाऊ हो चुकी है।
धर्म के नाम पर वोट लेने की कोशिश
उन्होंने कहा कि आज देश में जो राजनीति है, कमाल की राजनीति है। आज भाजपा का जो नेता है, चाहे वो प्रधानमंत्री हो, चाहे आपके यहां के सांसद हों, ये सब सोचते हैं कि जनता के प्रति कोई जवाबदेही नहीं है। क्योंकि इन्होंने धर्म के आधार पर आकर आपसे वोट ले लेना है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर गलत बयानबाजी का आरोप लगाया। कहा कि प्रधानमंत्री को कम से कम जनता को इतना बताना चाहिए कि दस सालों में किया क्या है। फिजूल की बातें कर रहे हैं। मंगलसूत्र को लेकर भी उन्होंने प्रधानमंत्री को घेरा।
जब जरुरत होगी मैं खड़ा हूंगा : राहुल
राहुल गांधी अमेठी संसदीय सीट को छोडक़र इस बार रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं। इन दोनों क्षेत्रों के साथ उनके परिवार का रिश्ता कितना पुराना और भावनाओं से भरा है इसे दिखाने के लिए उन्होंने एक वीडियो जारी किया है। सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर जारी इस वीडियो में राहुल, अपनी मां और रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से लगातार 20 सालों तक सांसद रहीं सोनिया गांधी के साथ एक फोटो एल्बम देख रहे हैं। राहुल गांधी कहते हैं कि इन दोनों क्षेत्रों का साथ उनका रिश्ता जज्बातों का है। यह कोई आज का रिश्ता नहीं है। यह पीढिय़ों का रिश्ता है। अपने वीडियो में राहुल 100 साल पुराने इस रिश्ते को ताजा करते हैं। इस वीडियो में वह एक फोटो एल्बम देख रहे हैं। इन तस्वीरों में रायबरेली और अमेठी के लोगों के साथ उनके परिवार के लोगों की तस्वीरें हैं। राहुल गांधी ने कहा कि अमेठी और रायबरेली के लोगों के साथ उनका रिश्ता दिल का है। उनकी हर समस्या में वह उनके साथ खड़े दिखेंगे। रायबरेली और अमेठी हमारे लिए सिर्फ चुनाव क्षेत्र नहीं, हमारी कर्मभूमि है, जिसका कोना कोना पीढय़िों की यादें संजोए हुए है।मां के साथ पुरानी तस्वीरें देखकर पापा और दादी की याद भी आ गयी, जिनकी शुरू की गयी सेवा की परंपरा मैंने और मां ने आगे बढ़ाई।