नाबालिग के साथ सात दरिंदों ने किया गैंगरेप
नई दिल्ली। राजसमंद की एक बालिका के साथ उदयपुर में दिल्ली की निर्भया जैसी घटना सामने आई है। राजसमंद की एक बालिका के साथ एक सरकारी कर्मचारी, ऑटो चालक सहित सात लोगों ने दुष्कर्म किया। आरोप है कि पीडि़ता के साथ अलग-अलग दिन सात लोगों ने दुष्कर्म किया। घटना राजसमंद जिले में केलवाड़ा थाना क्षेत्र की 12 साल की बालिका के साथ उदयपुर में हुई। पुलिस ने मामले में सरकारी कर्मी सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मानवता को तार-तार करने वाली इस घटना ने एक बार फिर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार पांच जनवरी 2023 को नाबालिग के पिता ने उसकी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट केलवाड़ा थाने में दर्ज करवाई थी। पीडि़ता के पिता ने बताया कि चार जनवरी को बालिका घर पर नहीं पहुंची, जिसके बाद उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद केलवाड़ा पुलिस ने बालिका की तलाश शुरू की तो 10 जनवरी को उदयपुर में बालिका लावारिस अवस्था में मिली।
मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए बयान में पीडि़ता ने बताया कि चार जनवरी को वह अपने एक परिचित से मिलने के लिए उदयपुर पहुंची थी। वहां एक ऑटो चालक उसे बहला-फुसलाकर धर्मशाला में ले गया, जहां उसके साथ उसने दुष्कर्म किया। दो दिन तक अलग-अलग व्यक्ति उसके साथ दुष्कर्म करते रहे। फिर यहां से बालिका कुछ आरोपी उसे लेकर अपने साथ मावली ले गए और वहां पर भी उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया।
राजसमंद अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक शिव लाल बेरवा के नेतृत्व में विभिन्न पुलिस टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की। इस मामले में पुलिस ने रोडवेज विभाग के एक सरकारी कर्मचारी समेत कुल सात आरोपियों को पकड़ लिया। पीडि़ता का 11 जनवरी को ही मेडिकल कराया गया, जिसमें उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। पीडि़ता चिकित्सकीय देखरेख व परिजनों के साथ है।
केलवाड़ा क्षेत्र की मासूम बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक आरोपी मालाराम केलवाड़ा क्षेत्र का ही रहने वाला बताया जा रहा है, जबकि छह आरोपी उदयपुर जिले में अलग-अलग स्थानों के रहने वाले हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है।