दिल्ली दरबार के आगे कभी नहीं झुकेंगे : शरद पवार
नई दिल्ली। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने दो टूक कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली में मौजूद शासकों के सामने कभी नहीं झुकेगी। उन्होंने भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए अन्य सभी दलों से एक बार फिर मिलकर काम करने का आह्वान किया। वे दिल्ली में आयोजित राकांपा के आठवें राष्टï्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। पवार ने कहा कि छत्रपति शिवाजी कभी दिल्ली के शासकों के सामने नहीं झुके और राकांपा उस रास्ते पर ही चलती आई है और उसने खुद को एक प्रगतिशील राष्टï्रीय पार्टी के रूप में स्थापित किया है। पवार की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कई विपक्षी नेता सीबीआई, ईडी जैसी जांच एजेंसियों का सामना कर रहे हैं। राकांपा नेता नवाब मलिक और अनिल देशमुख न्यायिक हिरासत में हैं। शरद पवार ने कहा कि केंद्र सरकार सीबीआई और ईडी का गलत इस्तेमाल कर रही है। विरोधी नेताओं को झूठे केसों में फंसा रही है।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें बड़ी लड़ाई लड़नी है। प्रजातांत्रिक तरीके से मोदी सरकार को चलता करना है। इस दौरान पवार ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को महंगाई, बेरोजगारी और देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैलाने के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया। उधर पार्टी महासचिव प्रफुल पटेल ने कहा कि शरद पवार प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को एकजुट करने में पवार अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी आम चुनाव में राकांपा बड़ी भूमिका में होगी। राकांपा महासचिव प्रफुल्ल पटेल आगे कहा कि हमारी पार्टी आगामी आम चुनावों में अहम भूमिका निभाएगी। लेकिन पार्टी का रुख एकदम स्पष्ट है कि विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा हम भी यूपीए सरकार का हिस्सा थे इसलिए कांग्रेस से हमारी कोई लड़ाई नहीं है।
गुजरात में भाजपा की मुस्लिम वोटों पर नजर
नई दिल्ली। भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने गुजरात में मुसलमानों को जोड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया है। इसके तहत संबंधित समुदाय की अच्छी-खासी संख्या वाले विधानसभा क्षेत्रों में कम से कम 100 अल्पसंख्यक मित्र बनाए जाएंगे। पार्टी नेता जमाल सिद्दीकी ने रविवार को यह बात कही। राज्य में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रमुख ने कहा कि इस तरह के विधानसभा क्षेत्रों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों, खासकर मुस्लिमों को पार्टी की बूथ समितियों में भी शामिल किया जाएगा। सिद्दीकी ने कहा, भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि के कम से कम 100 मुसलमानों को पार्टी से सहानुभूति रखने वालों के रूप में जोड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया है। वे आध्यात्मिक नेता, पेशेवर, उद्यमी या फिर सरकार में काम करने वाले भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के ऐसे प्रत्येक अल्पसंख्यक मित्र को अपने आसपास से भाजपा के लिए 50 अल्पसंख्यक वोट सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। सिद्दीकी ने कहा कि अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के सदस्यों को 109 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की बूथ समितियों में शामिल किया जाएगा, जहां मुस्लिम आबादी अच्छी-खासी है और उनके 25,000 से एक लाख तक वोट हैं।
शराब कारोबार में यूपी की लंबी छलांग
लखनऊ। यूपी ने शराब के कारोबार में ऊंची छलांग लगाई है। शराब निर्यात में देश के 10 प्रमुख राज्यों में यूपी पांचवें से तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। आंध्र प्रदेश और गोवा पीछे छूट गए हैं। पिछले 5 सालों में नौ हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है और 60 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। शराब उत्पादन दोगुने से अधिक हुआ है और इस साल 170 करोड़ बल्क लीटर से अधिक होने की संभावना है। शराब उत्पादन भी दोगुने से अधिक हुआ है। बता दें कि यूपी में पिछले 5 साल सालों में पांच हजार करोड़ के निवेश से 19 डिस्टलरियां लग चुकी हैं। इससे अल्कोहल उत्पादन क्षमता 170 करोड़ लीटर से बढ़कर 282 करोड़ बल्क लीटर हो गया है। चार हजार करोड़ से अधिक के निवेश से लगने वाले 18 और डिस्टलरी प्लांट एक से तीन वर्ष में उत्पादन शुरू कर देंगे। प्रदेश से वित्त वर्ष 2021-22 में 167 करोड़ से अधिक मूल्य की शराब का और 3,537 करोड़ मूल्य के एथनाल का निर्यात हुआ है। जबकि पांच वर्ष पहले निर्यात कम होता था। अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए व्यापक स्तर पर सुधारात्मक कार्य किए गए हैं, जिससे प्रदेश से डिस्टलरी में निवेश और शराब का निर्यात बढ़ा है। अब प्रदेश अल्कोहल और एथनाल उत्पादन में देश में पहले नंबर पर है। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द डिस्टलियों का निर्माण पूरा कराकर उत्पादन शुरू कराएं, ताकि शराब निर्यात में भी प्रदेश नंबर एक हो। प्रदेश सरकार की उद्योग नीति, चहुंमुखी विकास, ला एंड आर्डर के कारण अंतरराष्टï्रीय और राष्टï्रीय कंपनियों ने प्रदेश में निवेश कर शराब का उत्पादन शुरू किया है, जिसमें परनाड रिकार्ड, डियाजियो, यूएसएस, विलियम ग्रांट, एबीडी और अल्कोब्रू प्रमुख है।
युवक पर हमला करने वाले पिटबुल को तलाश रहा निगम
लखनऊ। गोमतीनगर में शनिवार देर रात जिस पिटबुल ने युवक पर हमला कर उसे जख्मी किया था, नगर निगम की टीम पुलिस के साथ मिलकर उसकी तलाश कर रही है। पीड़ित युवक भी कुत्ते के मालिक को नहीं जानता। ऐसे में उसने रविवार को गोमतीनगर थाने में अज्ञात पिटबुल मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। विरामखंड-दो गोमतीनगर निवासी प्रांचल मिश्रा ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि शनिवार रात वह अपनी मां के साथ घर के पास ही साइकिल ट्रैक पर टहल रहे थे। इसी दौरान एक पिटबुल प्रजाति के कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। उनका कहना है कि पिटबुल उनकी मां की तरफ लपका था, लेकिन वह उनको बचाने के लिए आगे आ गए तो उन पर टूट पड़ा। प्रांचल का कहना है कि पिटबुल कुत्ते को दो लोग टहला रहे थे, जिनमें एक 10-12 साल का लड़का और दूसरा 18-20 साल का लग रहा था। जख्मी होने के बाद सिविल अस्पताल में उनका उपचार किया गया। अपर नगर आयुक्त पशु कल्याण डॉ. अरविंद राव का कहना है कि साल 2001 में ही पशु क्रूरता अधिनियम के तहत प्रतिबंध लग गया कि आवारा कुत्तों को पकड़कर नहीं रख सकते। यही नियम बंदरों को लेकर भी है। ऐसे में ये दोनों प्रोजक्ट अटक गए। पशु चिकित्साधिकारी नगर निगम के डॉ. अभिनव वर्मा का कहना है कि मामला मेरी जानकारी में आया है। कुत्ता किसका है और वह कहां रहता है, इसका पता करेंगे। दो महीने में पिटबुल के हमले की यह दूसरी घटना है। इससे पहले जुलाई में पिटबुल ने कैसरबाग इलाके में अपनी ही मालकिन पर हमला कर दिया था, जिसमें उनकी मौत गई थी। उसके बाद नगर निगम की टीम पुलिस की मदद से पिटबुल को पकड़कर जरहरा श्वान प्रजनन नियंत्रण केंद्र लाई थी। जहां उसे 15 दिन तक रखा गया था। बाद में उसके मालिक को सौंप दी थी। शहर में इस समय अलग-अलग इलाकों में 25 लोगों ने पिटबुल पाल रखे हैं। नगर निगम के रिकॉर्ड के मुताबिक शहर में करीब 6000 लोगों ने विभिन्न नस्लों के कुत्ते पाल रखे हैं।