SIR लागू होने पर राजस्थान में सियासी घमासान: कांग्रेस बोली, BJP- EC के सहारे सत्ता में टिकी रहनी चाहती है
कांग्रेस का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव आयोग के सहारे को सत्ता में बने रहना चाहती है. उन्हें पता है कि अगर एक बार सत्ता से गए तो उनकी चोरी पकड़ी जाएगी.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः राजस्थान में स्पेशल इनटेंसिव रिवीजन यानी SIR लागू होने के बाद कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरा हुआ है. कांग्रेस का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव आयोग के सहारे को सत्ता में बने रहना चाहती है. उन्हें पता है कि अगर एक बार सत्ता से गए तो उनकी चोरी पकड़ी जाएगी.
चुनाव आयोग ने राजस्थान समेत 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कराने की घोषणा की है. इसे लेकर सभी राज्यों में सियासत तेज हो गई है. राजस्थान में भी SIR को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार पर निशाना साध रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार पंचायत और निकाय चुनाव में हार के डर से SIR का सहारा ले रही है, जबकि भाजपा ने इसे देशहित में उठाया गया कदम बताया है.
दरअसल, राजस्थान में पिछले एक साल से पंचायत और निकाय चुनाव लंबित हैं. 59 नगरपालिकाओं का नवंबर 2024 में कार्यकाल खत्म हुआ, वहीं पंचायत राज की 11,310 ग्राम पंचायतों का भी कार्यकाल समाप्त हो चुका है. सब जगह प्रशासक नियुक्त किए जा चुके हैं. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सरकार ने पहले वन स्टेट वन इलेक्शन का नारा दिया था, लेकिन न कोई मीटिंग हुई न सर्कुलर जारी हुआ. कांग्रेस का आरोप है कि ओबीसी आयोग में देरी और SIR लागू करने का मकसद सिर्फ चुनाव टालना है. पूर्व मंत्री ने कहा कि जब चुनाव लंबित थे तो सरकार ने भारत निर्वाचन आयोग को कैसे लिख दिया कि चुनाव लंबित नहीं हैं.



