‘वोट चोरी’ के खिलाफ सड़कों पर कांग्रेस! गुजरात में गूंजे ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारे

गुजरात में कांग्रेस ने 'वोट चोरी' के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया... सड़कों पर गूंजे 'वोट चोर गद्दी छोड़' के नारे... पार्टी ने आरोप लगाया...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों गुजरात देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य है….. जो इन दिनों राजनीतिक उथल-पुथल का केंद्र बना हुआ है…… विपक्षी दल कांग्रेस ने यहां ‘वोट चोरी’ के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं…… सड़कों पर हजारों कार्यकर्ता उतर आए हैं….. और हर तरफ ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारे गूंज रहे हैं…… पार्टी का आरोप है कि चुनाव आयोग और सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की मिलीभगत से वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर धांधली हो रही है…… जिससे लोकतंत्र खतरे में पड़ गया है…… वहीं इस मुद्दे ने पूरे देश में हलचल मचा दी है….. और मोदी सरकार को हिलाकर रख दिया है…. वहीं इस खबर में जानेंगे क्या यह सिर्फ राजनीतिक आरोप हैं…… या वाकई में वोट चोरी का बड़ा घोटाला सामने आ रहा है……

दोस्तों आपको बता दें कि वोट चोरी का मुद्दा अगस्त 2025 में शुरू हुआ…… जब कांग्रेस ने गुजरात में मशाल जुलूस निकालकर ‘वोट चोरी’ के खिलाफ आवाज बुलंद की…… गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित चावड़ा के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर मार्च किया…… प्रदर्शनकारी हाथों में बैनर लेकर चल रहे थे….. जिन पर लिखा था वोट चोर गद्दी छोड़ और लोकतंत्र बचाओ, धांधली बंद करो…… यह प्रदर्शन मुख्य रूप से अहमदाबाद, सूरत और बनासकांठा जैसे इलाकों में हुए…… जहां कांग्रेस का दावा है कि वोटर लिस्ट में लाखों फर्जी नाम शामिल हैं……

वहीं एक प्रमुख प्रदर्शन बनासकांठा में हुआ…… जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए……. वहीं वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि कार्यकर्ता सड़कों पर नारे लगा रहे हैं……. और पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश कर रही है……. कांग्रेस का कहना है कि गुजरात में पिछले 30 सालों से बीजेपी सत्ता में है……. लेकिन यह जीत जनता की नहीं, बल्कि वोट चोरी की वजह से है……. पार्टी ने दावा किया कि गुजरात में कुल 62 लाख फर्जी वोटर हैं……. जो राज्य की कुल वोटर संख्या का करीब 30 प्रतिशत है…… चौरियासी सीट पर कांग्रेस ने दावा किया कि यहां 30 प्रतिशत वोट फर्जी हैं…… यह आंकड़े कांग्रेस की अपनी जांच से निकाले गए हैं…… जिसमें वोटर लिस्ट की जांच की गई…..

आपको बता दें कि प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग पर सीधा हमला बोला……. और उनका आरोप है कि ईसीआई बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है…… और वोटर लिस्ट में फर्जी नाम जोड़कर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर रहा है…… यह चोरी नहीं, लूट है…… चुनाव आयोग इसमें शामिल है…… ‘वोट चोरी’ का मतलब है वोटर लिस्ट में फर्जी, डुप्लिकेट या मरे हुए व्यक्तियों के नाम शामिल करना……. ताकि चुनाव के दौरान फर्जी वोट डाले जा सकें…… कांग्रेस का दावा है कि यह प्रक्रिया सिस्टेमेटिक तरीके से चल रही है…… और इसका मकसद विपक्षी दलों को कमजोर करना है…… गुजरात में कांग्रेस ने स्पष्ट कहा कि राज्य में 62 लाख फेक वोटर्स हैं……. जो बीजेपी को फायदा पहुंचाते हैं…… यह दावा राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ से जुड़ा है……. जो मुख्य रूप से बिहार में चल रही है……. लेकिन अब गुजरात जैसे राज्यों में फैल रहा है…..

राहुल गांधी ने बिहार में एक रैली के दौरान कहा कि वोट चोरी रोकनी है, लोकतंत्र बचाना है…… गुजरात में भी यही नारा गूंजा…… कांग्रेस का कहना है कि ईसीआई की ‘सिस्टेमेटिक इलेक्टोरल रोल प्रक्रिया के नाम पर यह धांधली हो रही है…… एसआईआर का मकसद वोटर लिस्ट को अपडेट करना है……… लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि इसमें फर्जी नाम जोड़े जा रहे हैं……. गोवा में कांग्रेस ने पाया कि कई वोटर्स का घर नंबर ’00’ है…… जो फर्जी लगता है…… इसी तरह, गुजरात में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं……

जिसको लेकर कांग्रेस ने दावा किया कि यह घोटाला देश का सबसे बड़ा स्कैम है……. जो इलेक्टोरल बॉन्ड्स या पीएम केयर्स फंड से भी बड़ा है…… पार्टी के अनुसार बीजेपी ने गुजरात में 30 सालों से सत्ता इसी चोरी की वजह से कायम रखी है…… अगर यह सच है, तो इसका मतलब है कि गुजरात की जनता की इच्छा का अपहरण किया गया है…… कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर गुजरात में वोट चोरी हो सकती है……. तो देश के किसी भी चुनाव में भी वोट चोरी हो सकती है……

वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने खुलकर बात की है…… लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह चोरी नहीं, लूट है….. चुनाव आयोग इसमें शामिल है….. दो बड़े लोग इसमें शामिल हैं….. गुजरात में अमित चावड़ा ने कहा कि बीजेपी और ईसीआई मिलकर वोट चोरी कर रहे हैं…… यह देश के लिए खतरा है…… कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि यह स्लोगन सुपरहिट हो गया है….. अब ‘गली गली में शोर है, चुनाव आयोग चोर है’ का नारा भी मशहूर होगा……

प्रियंका गांधी ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की….. और कहा कि भैंसें चोरी नहीं हुईं, वोट जरूर चोरी हुए…… गुजरात कांग्रेस सेवादल ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किए……. जिसमें कार्यकर्ता नारे लगा रहे हैं…… इन बयानों से साफ है कि कांग्रेस इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाना चाहती है…..

आपको बता दें कि कांग्रेस का दावा है कि इन प्रदर्शनों से मोदी सरकार सकते में आ गई है…… गुजरात बीजेपी का गढ़ है, और यहां ऐसे आरोप लगना मोदी के लिए बड़ा झटका है…… प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि मोदी जी, वोट चोरी के आरोपों का जवाब दीजिए….. बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज किया है…… लेकिन कांग्रेस का कहना है कि सरकार पुलिस का इस्तेमाल कर प्रदर्शन रोक रही है……

वहीं यह मुद्दा संसद में भी गूंजा…… जब 21 अगस्त को लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारे लगाए…… बीजेपी ने कहा कि ईसीआई एसआईआर के जरिए वोटर लिस्ट साफ कर रहा है……. लेकिन कांग्रेस का कहना है कि यह चोरी है…… अगर ये आरोप साबित हुए, तो ईसीआई को इस्तीफा देना पड़ सकता है……. और मोदी सरकार की वैधता पर सवाल उठेंगे……

वहीं यह आंदोलन सिर्फ गुजरात तक सीमित नहीं है……. बिहार में राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ से यह शुरू हुआ…… जहां उन्होंने कहा कि बिहार की जनता वोट चोरी नहीं होने देगी……. हरियाणा में कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया…… राजस्थान में भी ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारे लगे…… गोवा, नागालैंड और हिमाचल प्रदेश में भी समान प्रदर्शन हुए……

बिहार में यात्रा के दौरान राहुल गांधी पर हमले की कोशिश हुई…… लेकिन उन्होंने कहा कि यह गरीबों की आवाज है, मीडिया इसे नहीं दिखाएगा…… यह आंदोलन जयप्रकाश नारायण की क्रांति से बड़ा हो सकता है…… चुनाव आयोग ने इन आरोपों पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है…… लेकिन बीजेपी का कहना है कि एसआईआर प्रक्रिया पारदर्शी है…… कांग्रेस का सवाल है कि अगर सब ठीक है, तो ईसीआई जांच क्यों नहीं कराता…… ईसीआई संविधान से ऊपर नहीं है…… अगर ये आरोप सही साबित हुए, तो ईसीआई के प्रमुख को इस्तीफा देना पड़ सकता है…….

आपको बता दें कि यह मुद्दा लोकतंत्र की नींव हिला रहा है…… अगर वोट चोरी साबित हुई, तो पिछले चुनावों की वैधता पर सवाल उठेंगे…… कांग्रेस का कहना है कि यह आंदोलन जनता का है, और यह रुकने वाला नहीं…… लेकिन बीजेपी इसे विपक्ष की साजिश बता रही है……. विशेषज्ञों का मानना है कि वोटर लिस्ट की जांच जरूरी है, ताकि चुनाव निष्पक्ष हों……

 

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