हिरासत में सोनम वांगचुक, आम आदमी पार्टी हुई हमलावर, केजरीवाल ने किया पोस्ट, थाने जाएंगी दिल्ली सीएम आतिशी
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और उनके साथियों समेत 126 लोगों को सोमवार रात हिरासत में ले लिया। मिली नई जानकारी के मुताबिक, अब 150 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हालांकि इस धारा में अब किसी को गिरफ्तार नहीं किया जाता। यह भी बताया जा रहा है कि पुलिस 24 घंटे से ज्यादा हिरासत में भी नहीं रख सकती। ऐसे में पुलिस यह रणनीति बना रही है कि यह किसी तरह नई दिल्ली एरिया में न पहुंचे। सभी सीनियर अधिकारी दिल्ली की सीमाओं व दिल्ली में गश्त कर रहे हैं। जंतर-मंतर और राजघाट समेत कई जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख को विशेष दर्जा दिलाने के लिए वांगचुक ने साथियों के साथ प्रदर्शन करने के लिए सिंघु सीमा से दिल्ली में प्रवेश किया था। पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए यह कार्रवाई की। बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने सभी लोगो के हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है और कहा है कि इन्हें दिल्ली के अलग-अलग थानों में रखा गया है।
उत्तरी-बाहरी जिला डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि दिल्ली में धारा 163 लागू है। ऐसे में यह सभी लोग दिल्ली की सीमाओं में एक साथ प्रवेश कर रहे थे। जबकि धारा 163 लागू होने पर 5 या 5 से अधिक लोग एकसाथ इक_ा नहीं हो सकते। पुलिस ने सोनम समेत कुल 126 लोगों को हिरासत में लिया है। इन सभी को दिल्ली पुलिस के अलग-अलग थानों में रखा गया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार सभी को देर रात तक हिरासत में रखा हुआ था। इनके खिलाफ धारा 163 का उल्लंघन करने पर धारा 223 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने दिल्ली की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है। दिल्ली में धारा 163 लागू करने के साथ साथ अलर्ट भी जारी कर दिया है। सीमाओं पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
इस संबंध में सोनम वांगचुक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो पोस्ट कर हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी। सोनम वांगचुक ने एक्स पर दो मिनट 26 सेकेंड का एक वीडियो पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे दिल्ली की सीमा पर 150 पदयात्रियों के साथ हिरासत में लिया जा रहा है।
बता दें कि यह लोग केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को विशेष दर्जा देने के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर व राजघाट समेत कई जगहों पर प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली में प्रवेश कर रहे थे। लद्दाख के सांसद हाजी हनीफा मंगलवार को दिल्ली और हरियाणा के बीच सिंघू सीमा पर पहुंचे। जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सभी जानते हैं कि लद्दाख पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार के साथ बातचीत कर रहा है।
राहुल गांधी ने कहा- ये चक्रव्यू भी टूटेगा
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, सोनम वांगचुक जी और पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण मार्च कर रहे सैकड़ों लद्दाखियों को हिरासत में लेना अस्वीकार्य है। वांगचुक जी और पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण मार्च कर रहे सैकड़ों लद्दाखियों को हिरासत में लेना अस्वीकार्य है। लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े होने वाले बुजुर्गों को दिल्ली की सीमा पर क्यों हिरासत में लिया जा रहा है? मोदी जी, किसानों की तरह यह चक्रव्यूह भी टूटेगा और आपका अहंकार भी टूटेगा। आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी।
सोनम वांगचुक मिलने जाएंगी सीएम आतिशी
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि सोनम वांगचुक और हमारे 150 लद्दाखी भाई-बहन शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली आ रहे थे। उनको पुलिस ने रोक लिया है। कल रात से बवाना थाने में कैद हैं। आतिशी ने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या लद्दाख के लोकतांत्रिक अधिकार मांगना गलत है? क्या 2 अक्तूबर को सत्याग्रहियों का गांधी समाधि जाना ग़लत है? सोनम वांगचुक को रोकना तानाशाही है। आज दोपहर एक बजे मैं उनसे मिलने बवाना थाने जाऊंगी।
पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का ट्वीट
एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि दिल्ली में आने से कभी किसानों को रोकते हैं। कभी लद्दाख के लोगों को रोकते हैं। क्या दिल्ली किसी एक शख्स की बपौती है? दिल्ली देश की राजधानी है। दिल्ली में आने का सब को अधिकार है। ये सरासर गलत है। निहत्थे शांतिपूर्ण लोगों से आखिर इन्हें क्या डर लग रहा है?
एबीएल अपेक्स बॉडी की नेता हजान फातिमा क्या बोलीं
दिल्ली में सोनम वांगचु को हिरासत में लिए जाने पर लेह (एबीएल) अपेक्स बॉडी की नेता हजान फातिमा बानो ने कहा कि मुझे पता चला है कि सोनम वांगचुक और अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। वे वहां लडऩे नहीं गए हैं, वे चाहते हैं कि लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किया जाए, लेकिन उन्हें हिरासत में लिया गया है। ऐसा नहीं होना चाहिए। मैं 87 साल की हूं, हम इसके लिए अपनी जान दे देंगे। मैं लंबे समय से लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की वकालत कर रही हूं। मैं भी कुछ समय के लिए यात्रा में थी। लेकिन चूंकि मैं बूढ़ी हूं, इसलिए मैं दिल्ली तक की यात्रा नहीं कर सकी थी।
भाजपा पर बरसे मनीष सिसोदिया
दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पहले तो लद्दाख के लोगों से राज्य का दर्जा छीना गया। इसके बाद उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। यूटी बना दिया और अब जब लद्दाख के कुछ लोग अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में राजघाट तक पैदल आ रहे हैं तो उन्हें बॉर्डर पर पकडक़र थाने में बंद कर दिया
सिसोदिया ने आगे कहा कि भाजपा धीरे धीरे देश के हर एक राज्य को यूटी में बदलने के फार्मूले पर काम कर रही है और इस तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाने वालों को पकडक़र जेलों में डाल रही हैं। सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक आज जो आवाज उठा रहे हैं यह देश की आवाज है।