सुप्रिया श्रीनेत का हमला: “बिहार सरकार के मंत्री नकली दवा सप्लाई में दोषी, फिर भी पद पर कायम”
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "पहले जब किसी पर आरोप लगता था या वह दोषी पाया जाता था, तो वह खुद इस्तीफा देता था।

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने शनिवार को पटना में आयोजित एक प्रेस वार्ता में बिहार की नीतीश सराकर पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने बिहार के नगर मंत्री जीवेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे नकली दवाओं की सप्लाई में दोषी पाए गए हैं। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “पहले जब किसी पर आरोप लगता था या वह दोषी पाया जाता था, तो वह खुद इस्तीफा देता था। लेकिन अब तो भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया जा रहा है और वे बेधड़क पद पर बने हुए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार ने भ्रष्टाचार को संरक्षण देना और जवाबदेही से बचना अपना तरीका बना लिया है। श्रीनेत ने यह भी कहा कि जनता को गुमराह किया जा रहा है और स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की कि वे मंत्री जीवेश मिश्रा को तत्काल बर्खास्त करें और पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराएं।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जिस मामले में वो दोषी पाए गए उसमें 5 साल तक कि सजा का प्रावधान है, लेकिन ये सार्वजनिक जीवन में आराम से रह रहे हैं. दोषी करार होने के बाद इनको फाइन किया गया और पर्यवेक्षक रखा गया है. मंत्री पर ये आब्जर्वर नजर रखेंगे.
सुप्रिया श्रीनेत ने बिहार की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भी नीतीश सरकार पर बड़ा हमला किया.
कि 2025 का यह साल आजादी के सात दशक बीत गए, लेकिन हत्याओं का दौर लगातार जारी है. कारोबारी लगातार निशाने पर हैं. आधी आबादी, कारोबारी, युवा सब अपराधियों के निशाने पर है. बिहार में अगर कोई सुरक्षित है तो खुद अपराधी है.
अगर धंधा करने वाले, कारोबार करने वालों को चुन-चुन कर मारा जाएगा और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठे रहेगी तो कारोबारी कहां जाएंगे. गोपाल खेमका से लेकर रामानंद यादव समेत कई हत्याकांडों का जिक्र सुप्रिया श्रीनेत ने किया है.उन्होंने कहा कि एनसीबी के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. यूपी के बाद बिहार में सबसे ज्यादा हत्या की वारदात होती है. दलित उत्पीड़न के मामले में बिहार दूसरे नंबर पर है. केवल दो चार शूटर को पकड़कर नीतीश सरकार अपनी पीठ थपथपाने में लगी है. हत्या करने वाला मास्टर माइंड सरकार और प्रशासन की गिरफ़्त से बाहर है.



