सांसदों का निलंबन वापस सत्ता-विपक्ष में गतिरोध खत्म
लोक सभा में महंगाई पर चर्चा शुरू, स्पीकर के प्रयासों से चला सदन
- हंगामे के कारण पिछले कई दिनों से सदन की कार्यवाही थी बाधित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोक सभा से निलंबित हुए सांसदों का निलंबन खत्म हो गया। इसके साथ संसद में केंद्र और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध खत्म हो गया। लोकसभा में विपक्ष के साथ सहमति के बाद सांसदों का सस्पेंशन खत्म करने के लिए प्रस्ताव लाया गया था। इसके साथ लोक सभा से निलंबित सांसदों का सस्पेंशन खत्म हो गया। सदन में महंगाई पर चर्चा भी शुरू हो गई है।
संसद के मानसून सत्र में महंगाई, जीएसटी जैसे मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा हो रहा था। विपक्ष लगातार इन मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा था। जुलाई के आखिरी में संसद में प्लेकॉर्ड दिखाने के चलते कांग्रेस के चार सांसदों को लोक सभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। जिन चार सांसदों को निलंबित किया गया था, वे के मनिकम टैगोर, टीएन प्रतापन, जोथिमणि और राम्या हरिदास हैं। सदन को चलाने के लिए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल रंग लाई। ओम बिरला ने आज सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई थी। स्पीकर बिरला के कहने के बाद सरकार लोक सभा में सांसदों के निलंबन को हटाने का प्रस्ताव लाई। स्पीकर ओम बिरला ने कहा सदन में हुई घटनाओं से सब आहत हैं। मैं भी आहत हुआ हूं, देश को भी पीड़ा पहुंची है। विषयों पर सहमति-असहमति हो सकती है, लेकिन हमने सदन की गरिमा को बनाए रखा है। चर्चा-संवाद, तर्क-वितर्क हो, विषयों पर बात हो। सभी दलों के नेता और सदस्य चाहते हैं कि सदन चले। इस दौरान लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि मैं सभी सदस्यों से अपील करता हूं कि प्ले कार्ड लेकर के कोई भी सदन में ना आए। अंतिम बार मौका दे रहा हूं। फिर मैं किसी की नहीं सुनूंगा, अगर कोई प्ले कार्ड लेकर आएंगे तो कार्रवाई करनी पड़ेगी।
कल राज्य सभा में हो सकती है चर्चा
राज्य सभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने आज फिर महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर चर्चा की मांग की। खडग़े की मांग का केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष मांग कर रहा है महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की जाए। आज इस मुद्दे को लोक सभा में सूचीबद्ध किया गया है कल इसे राज्य सभा में सूचीबद्ध किया जाएगा। हालांकि अभी राज्य सभा से निलंबित सांसदों का निलंबन वापस नहीं किया गया है।
32 विधेयक लटके
केंद्र ने मौजूदा मानसून सत्र में संसद में पारित होने के लिए 32 विधेयकों को सूचीबद्ध किया था लेकिन आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी की बढ़ी हुई दरों और महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे की वजह से दो सप्ताह बीतने के बावजूद कामकाज पूरा नहीं हो पाया।
भाजपा सांसदों का प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ प्रदर्शन किया है। सासंदों ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले को लेकर ममता बनर्जी के खिलाफ नारेबाजी भी की।
विधान परिषद उपचुनाव: भाजपा से धर्मेन्द्र और निर्मला तो सपा से कीर्ति ने किया नामांकन
- दो रिक्त सीटों पर 11 को होगा मतदान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद सदस्य की दो रिक्त सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए भाजपा के दोनों प्रत्याशियों ने सोमवार को अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। भाजपा ने धर्मेन्द्र सिंह सैंथवार तथा निर्मला पासवान को प्रत्याशी बनाया है। वहीं सपा से कीर्ति कोल ने अपना नामांकन दाखिल किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक की मौजूदगी में भाजपा के दोनों प्रत्याशियों ने अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल कर किया। विधान परिषद की इन रिक्त सीटों पर 11 अगस्त को उप चुनाव होना है।
सीएम योगी ने स्कूल के छात्रों को दिया तोहफा, कहा पहले बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते थे अभिभावक अब बढ़ रही छात्रों की संख्या
- अभिभावकों के खाते में बच्चों के यूनिफार्म समेत अन्य वस्तुओं के लिए ट्रांसफर किए पैसे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बटन दबाकर 1. 91 करोड़ विद्यार्थियों के लिए उनके अभिभावकों के खाते में जूता-मोजा, स्कूल यूनिफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, पेन, पेंसिल, कॉपी, रबर व कटर के लिए 1200 रुपये ट्रांसफर कर दिए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 1.91 करोड़ परिषदीय स्कूलों के बच्चों को डीबीटी से पैसा ट्रांसफर कर बच्चों को शिक्षा से जोडऩे का अभियान शुरू हुआ। स्कूल चलो अभियान के अच्छे परिणाम आये हैं।
उन्होंने कहा कि 2017 से पहले स्कूलों की स्थिति अच्छी नहीं थी। स्कूलों में कहीं शिक्षक थे तो छात्र नहीं थे। कहीं भवन नहीं थे। अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते थे लेकिन अब बेसिक शिक्षा को विश्वास का प्रतीक बनाया गया है। पांच साल में विद्यार्थियों की संख्या 1.34 करोड़ से बढक़र 1.91 करोड़ हो गई है। पहले 60 फीसदी विद्यार्थियों को नंगे पैर स्कूल जाना पड़ता था पर अब बच्चे भी कॉन्वेंट स्कूल की तर्ज पर स्थापित परिषदीय स्कूल में जा रहे है। उन्होंने कायाकल्प दिव्यांजली पोर्टल का भी अनावरण किया।