डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंची टीम इंडिया
ऑस्ट्रेलिया से अंतिम मैच ड्रॉ सीरीज जीती
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अहमदाबाद। भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी मैच में ड्रॉ खेलने के बावजूद विश्व टेस्ट चैंनियशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंच गया है। साथ ही ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज भी जीत ली। उधर जून में होने वाले फाइनल के लिए टीम इंडिया के पास एक शानदार प्लान है। दरअसल, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि जिन भारतीय खिलाडिय़ों की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीमें इस टी20 लीग के प्ले ऑफ में जगह नहीं बना पाएंगी वे खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले लंदन में दो हफ्ते के अनुकूलन शिविर में हिस्सा ले सकते हैं। डब्ल्यूटीसी फाइनल आईपीएल के ठीक बाद जून में खेला जाएगा।
आईपीएल फाइनल 29 मई को है जबकि डब्ल्यूटीसी फाइनल सात जून से ओवल में शुरू होगा। कोविड-19 के प्रकोप के बाद पहली बार आईपीएल घरेलू और विरोधी के मैदान के अपने मूल प्रारूप में खेला जाएगा, इस दौरान खिलाडिय़ों को काफी यात्रा करनी होगी। भारत के मौजूदा नियमित टेस्ट खिलाडय़िों में केवल चेतश्वर पुजारा ही आईपीएल का हिस्सा नहीं हैं। रोहित ने भारत के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज 2-1 से जीतने के कहा, ‘यह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। हम उन सभी खिलाडय़िों के साथ लगातार संपर्क में रहेंगे जो उस फाइनल में खेलने जा रहे हैं और उनके कार्यभार की निगरानी करेंगे तथा देखेंगे कि उनके साथ क्या हो रहा है।
तीन तेज गेंदबाजों के भरोसे भारत
उन्होंने कहा, ‘21 मई के आसपास छह टीमें होंगी जो संभवत: आईपीएल प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर हो जाएंगी और इसलिए जो भी खिलाड़ी उपलब्ध होंगे हम कोशिश करेंगे कि वे जल्द से जल्द ब्रिटेन पहुंच जाएं।’ तीन मुख्य तेज गेंदबाजों मोहम्मद सिराज (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर), मोहम्मद शमी (गुजरात टाइटंस), उमेश यादव (कोलकाता नाइटराइडर्स) के अपनी फ्रेंचाइजी के लिए नियमित रूप से खेलने की उम्मीद है। उनके 14 ग्रुप लीग खेलों में से कम से कम 12 में खेलने की संभावना है और ऐसे में उनके कार्यभार पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा।
तेज गेंदबाजों को लाल गेंद से करवाएंगे ट्रेनिंग
रोहित ने कहा, ‘हम सभी तेज गेंदबाजों को कुछ (लाल) ड्यूक गेंदें भेज रहे हैं। उन्हें इससे गेंदबाजी करने का समय मिलता है लेकिन यह सब व्यक्तिगत खिलाडय़िों पर निर्भर करता है।’ भारत में एसजी टेस्ट और ऑस्ट्रेलिया में कूकाबूरा के विपरीत इंग्लैंड में टेस्ट ड्यूक गेंदों के साथ खेले जाते हैं। देखना होगा कि शमी, उमेश और सिराज यात्रा, मैचों और व्यस्त कार्यक्रम के बीच कितना समय निकाल पाते हैं। लेकिन टेस्ट टीम के अधिकतर सदस्यों के लिए इंग्लैंड कोई नई जगह नहीं है क्योंकि वे सभी वहां कई सीरीज खेल चुके हैं और उनमें से कुछ ने काउंटी क्रिकेट भी खेला है।