शालीमार की अवैध कारगुजारियों का काला चिटठा प्रधानमंत्री तक पहुंचा
- मामले को लोकायुक्त और हाईकोर्ट ले जाने की तैयारी
- भाजपा नेता ने पीएम मोदी को भेजा पत्र
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। भाजपा के पूर्व सांसद संजय सेठ और शालीमार समूह के काले कारनामों की कहानी अब प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई है। उधर शालीमार के अवैध निर्माण को ना तोड़े जाने पर पूर्व आईजी और अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने शालीमार के सामने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। वहीं एलडीए इस पूरे मामले को रफा दफा करने में जुटा है। इस मामले की शिकायत अब लोकायुक्तसे करने के साथ हाईकोर्ट में भी याचिका दायर करने की तैयारी की जा रही है।
इस संबंध में भाजपा के अयोध्या मीडिया प्रभारी रजनीश ने प्रधानमंत्री को शालीमार समूह की सारी कारगुजारियों के संबंध में शिकायती पत्र भेजा है। उन्होंने कहा है कि शालीमार समूह ने करोड़ों रुपये की सरकारी संपत्तियों पर कब्जा कर रखा है। शालीमार एस्मार ने अवैध रूप से करोड़ों रुपये के पेंटहाउस बना डाले और एलडीए के अफसरों को करोड़ों की घूस दे दी जिससे वो इन पेंटहाउस को ना तोड़ें। इतना ही नहीं मामले को रफादफा करने के लिए एलडीए के विहित अधिकारी के यहां एक मुकदमा दायर करवा दिया जिससे मामला लटका रहे है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि संजय सेठ द्वारा लखनऊ के कैंट इलाके में अवैध रूप से करोड़ों की एक कोठी पर भी कब्जा किया गया है।
4PM कर चुका है खुलासा
उल्लेखनीय है 4PM ने सबसे पहले इस मामले का ख़ुलासा किया था। यह भी बताया था कि एक अवर अभियंता ने शालीमार को नोटिस दिया तो संजय सेठ ने अशोक की लाट लगे अपने राज्यसभा के लैटर पैड पर लिखकर कहा था कि इस बिल्डिंग से उनका मतलब नहीं है, जबकि हकीकत ये है कि इस बिल्डिंग का निर्माण उनकी कंपनी ने ही कराया था।
अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर करेंगे प्रदर्शन
पूर्व आईजी और अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने शालीमार के अवैध कब्जे नहीं तोड़े गये तो वे प्रदर्शन करेंगे। शालीमार ने पेंट हाउस के नाम पर जगह-जगह अवैध कब्जे कर रखे हैं। उसकी इस अंधेरगर्दी के खिलाफ उनकी पार्टी जोरदार विरोध करेगी।
सेठ के पेंट हाउस को तोडऩे के आदेश दिये जाएं : रजनीश
बीजेपी के मीडिया प्रभारी रजनीश ने अपने खत में लिखा है कि संजय सेठ पहले सपा के कोषाध्यक्ष थे भाजपा सरकार आने के बाद उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली, मगर अपने काले कारनामे बंद नहीं किया। उन्होंने लिखा कि सेठ के अवैध पेंट हाउस को तोडऩे के आदेश दिये जाए, साथ ही उनके पार्टनर के यहां एक आतंकी भी पकड़ा गया था जिसकी जांच आईबी से कराई जाएं।
फोन नहीं उठा रहे एलडीए अधिकारी
मजे की बात ये है कि एलडीए पर इस अवैध निर्माण को तोडऩे की जिम्मेदारी थी मगर 4PM में खबर छपने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण के अफसर फोन ही नहीं उठा रहे हैं। जबकि किसी गरीब का छोटा सा आशियाना अवैध पाए जाने पर बुलडोजर चला देने वाले अफसर शालीमार के आगे भीगी बिल्ली बन रहते हैं।