केंद्रीय मंत्री पर हमले का मामला पहुंचा हाईकोर्ट

पश्चिम बंगाल। कूचबिहार के दिनहाट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक के काफिले पर हमला हुआ था। बम, गोलियों और पथराव से हमले का आरोप लगाया गया था। इसके बाद प्रदेश भाजपा ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाने शुरू कर दिए है। भाजपा ने उस घटना की ओर कलकत्ता हाईकोर्ट केमुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की खंडपीठ का ध्यान खींचा। भाजपा की ओर से अधिवक्ता सूर्यनिल दास ने प्रधान न्यायाधीश का ध्यान खींचा। न्यायमूर्ति श्रीवास्तव की पीठ ने मुकदमा दायर करने की अनुमति दी।
मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज की खंडपीठ इस सप्ताह मामले की सुनवाई कर सकती है यदि भाजपा द्वारा मामला दायर किया जाता है। इस बीच इस घटना को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है। दिनहाटा में निशीथ अधिकारी के काफिले पर हुआ था हमला
शनिवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ अधिकारी दिनहट्टा गए थे। वहां उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और भाजपा कार्यकर्ताओं से बात की थी। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, जब उनका काफिला बुरिरहाट इलाके में पहुंचा तो तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उन्हें काला झंडा दिखाया, जिससे माहौल गरमा गया। तृणमूल और भाजपा कार्यकर्ता-समर्थक आपस में भिड़ गये। आरोप यह भी लगा कि पथराव कर केंद्रीय मंत्री की कार के शीशे तोड़ दिए गये। तृणमूल और भाजपा ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं।
बीजेपी ने आरोप लगाया कि निशीथ के काफिले पर हमला दरअसल उत्तर बंगाल के विकास मंत्री उदयन गुहा की साजिश थी। दूसरी ओर, उदयन ने पूरी घटना का ठीकरा निशीथ पर फोड़ा है। दिनहाटा के तृणमूल विधायक ने दावा किया कि निशीथ असामाजिक तत्वों के साथ इलाके पर कब्जा करना चाहते थे और उसी के कारण यह अशांति पैदा हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना की शुरुआत बीजेपी नेताओं द्वारा की गई थी। इस घटना में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शनिवार शाम के हमले को ‘निंदनीय’ बतया है। राज्यपाल ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया है। राज्यपाल ने कहा कि वह इस मामले में मूक गवाह नहीं बने रह सकते हैं। इस बारे में उन्होंने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है।इस बार घटना कलकत्ता उच्च न्यायालय पहुंच गई है।

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