फि र सामने आया योगी की पुलिस का विकृत चेहरा
प्रतापगढ़ केमानिकपुर थाने के अंदर युवक ने धारदार हथियार से रेता अपना गला

विपक्ष के निशाने पर भाजपा सरकार, थानाध्यक्ष निलंबित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रतापगढ़। एकबार फिर यूपी की योगी सरकार की पुलिस का भयावह चेहरा सामने आया। बता दें प्रतापगढ़ के मानिकपुर थाने में चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए लाए गए युवक ने धारदार हथियार से अपना गला रेत लिया। घटना के बाद थानाध्यक्ष दीप नारायण को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना से जहां विपक्ष के निशाने पर भाजपा सरकार आ गई है।
वहीं राज्य की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठ गया है। उधर घायल युवक को एम्स रायबरेली भेजा गया है। एसपी ने मामले की जांच सीओ कुंडा को सौंपी है और निलंबित थानाध्यक्ष के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं। युवक के लापता होने और थाने में बैठाए जाने के आरोप लगे हैं।
निलंबित थानाध्यक्ष के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश
चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए मानिकपुर थाने लाए गए युवक ने गुरुवार भोर थाने के अंदर ही धारदार हथियार से अपना गला रेत लिया। इससे पुलिस महकमे में खलबली मच गई। थानाध्यक्ष दीप नारायण को निलंबित कर दिया गया है। घायल युवक को बेहतर इलाज के लिए एम्स रायबरेली भेजा गया है। वहां उसका उपचार चल रहा है।

घर से था लापता, 5 दिन से थाने में बैठाने का आरोप
कुंडा कोतवाली के जमेठी गांव निवासी नागेंद्र सिंह का 22 वर्षीय बेटा शिवम सिंह 17 अक्टूबर से लापता था। स्वजन उसकी तलाश में जुटे थे। इसी बीच शिवम के मानिकपुर थाने में पांच दिनों से पूछताछ के लिए बैठाए जाने की जानकारी सामने आई। गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे परिवार को यह जानकारी मिली कि शिवम ने थाने के अंदर ही किसी धारदार हथियार से अपना गला रेत लिया है। घबराए हुए स्वजन जब थाने पहुंचे तो उन्हें इस बात की जानकारी दी गई कि युवक रायबरेली भेजा गया है।
घटना से अनजान हैं शिवम की मां
मानिकपुर थाने में अपना गला रेतने वाले युवक शिवम सिंह की मां सावित्री देवी पिछले 5 दिनों से अपने बेटे की तलाश कर रही है। कहीं से जब उसे मानिकपुर थाने में उसके बेटे के होने की सूचना मिली तो वह गुरुवर की सुबह मानिकपुर थाने पहुंची। पुलिस कर्मियों से अपने बेटे की जानकारी लेनी चाही परंतु किसी ने कुछ बताने से इनकार कर दिया। बाहर खड़े लोगों से भी वह पूछती रही की क्या मेरे बेटे शिवम का पुलिस ने चालान कर दिया है। परंतु किसी ने कुछ नहीं बताया इतना ही नहीं अभी तक उसे किसी भी प्रकार की घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। और वह निराश होकर अपने घर की ओर वापस लौट गई।
श्रीनगर जा रहे विमान की वाराणसी में आपात लैंडिंग
इंडिगो एयरलाइंस के 166 यात्री पूरी तरह सुरक्षित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। कोलकाता से श्रीनगर जा रही इंडिगो एयरलाइंस के विमान को शाम ईंधन रिसाव की सूचना के बाद वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी। पुलिस सूत्रों के अनुसार कोलकाता से श्रीनगर जा रही इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान संख्या 6ई-6961 को बुधवार शाम ईंधन रिसाव (फ्यूल लीक) के कारण वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंडिंग करानी पड़ी।
उन्होंने बताया कि विमान में ईंधन रिसाव के कारण पायलट ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल वाराणसी के हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) से संपर्क कर लैंडिंग की अनुमति मांगी। अनुमति मिलने पर विमान को शाम चार बजकर 10 मिनट पर सुरक्षित रूप से रनवे पर उतारा गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार विमान में सवार सभी 166 यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं। यात्रियों को आगमन कक्ष (एराइवल हॉल) में ले जाया गया है। तकनीकी टीम वर्तमान में विमान की जांच और मरम्मत में जुटी है। स्थिति पूर्णत: सामान्य और नियंत्रण में है।
उड़ान भरने के 5 मिनट बाद ही दिल्ली-पटना स्पाइसजेट फ्लाइट में मचा हडक़ंप
आज दिल्ली से पटना जाने वाली स्पाइसजेट उड़ान हादसे का शिकार होने से बाल-बाच बच गई। इस दौरान आसमान में यात्रियों की सांसें अटक गईं। हालांकि, पायलट की सूझबूझ से हादसा टल गया। स्पाइसजेट के मुताबिक पटना जाने वाली स्पाइसजेट की उड़ान को गुरुवार (23 अक्टूबर) को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दिल्ली वापस लौटना पड़ा, क्योंकि चालक दल को तकनीकी खराबी का संदेह था। बोइंग 737-8 विमान को विस्तृत निरीक्षण के लिए रोक दिया गया है और जांच अभी जारी है। प्रभावित यात्रियों के लिए एक वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था की जा रही है। स्पाइसजेट के एक प्रवक्ता ने पुष्टि की कि विमान में सवार सभी 160 यात्री सुरक्षित हैं और विमान बिना किसी घटना के दिल्ली वापस उतर गया। एयरलाइन सूत्रों ने बताया कि फंसे हुए यात्रियों के लिए एक वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था की गई है, जो सुबह 11:30 बजे रवाना हो गई।
अतीक अहमद के बेटे उमर को कोर्ट से लगा झटका
उमेश पाल हत्याकांड मामले में जमानत अर्जी खारिज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। अतीक अहमद के बेटे उमर अहमद को सेशन कोर्ट से झटका लगा है। उमेश पाल हत्याकांड मामले में कोर्ट ने उमर की जमानत अर्जी खारिज कर दी। उमर से वकील ने कोर्ट में दलील दी कि उसका उमेश पाल हत्याकांड से कोई लेना देना नहीं है। उसके ऊपर गलत तरीके से मुकदमा दर्ज किया गया है।
कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद जमानत अर्जी खारिज कर दी। 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में हुए चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में उमर अहमद को आरोपी बनाया गया है। उमर पर जेल से उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप है। 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के जयंतीपुर इलाके में उमेश पाल और उनके दो गनर की दिनदहाड़े हत्या हुई थी। उमर पर हत्याकांड की साजिश में शामिल होने का आरोप लगा है। खुद को निर्दोष बताते हुए उमर ने जिला न्यायालय से जमानत की मांग की थी। उमर ने कहा था कि घटना के समय वह लखनऊ जेल में बंद था। हत्याकांड में उसकी कोई भूमिका नहीं है और वो निर्दोष है। हालांकि कोर्ट ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए जमानत देने से इनकार कर दिया। यह फैसला स्पेशल न्यायाधीश (एससी-एसटी) राम प्रताप सिंह राणा की कोर्ट ने मोहम्मद उमर की जमानत याचिका पर सुनाया।
राज्य का दर्जा देने को लेक र जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हंगामा
बेरोजगारी, आरक्षण नीति और सुशासन जैसे मुद्दों पर सरकार को चुनौती देंगे
नौ दिवसीय सत्र श्रीनगर में शुरू विपक्ष का सरकार से सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा का नौ दिवसीय सत्र आज गुरुवार से श्रीनगर में शुरू हो गया है और इसके हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है। विपक्ष ने साफ संकेत दिए हैं कि वह सरकार से राज्य का दर्जा, बेरोजगारी, आरक्षण नीति और सुशासन जैसे मुद्दों पर सवाल उठाएगा।
ये वही वादे हैं जो सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने 2024 के विधानसभा चुनाव के दौरान जनता से किए थे। एनसी सरकार का कहना है कि वह विपक्ष के हर आरोप का तथ्यों के साथ जवाब देने के लिए तैयार है. मुख्यमंत्री और उनके मंत्री विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे और सरकार की उपलब्धियों को दस्तावेजों के साथ सदन में पेश करेंगे। विपक्ष की मंशा इस सत्र को सरकार की जवाबदेही पर केंद्रित करने की है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और सज्जाद लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने एनसी पर चुनावी वादों से पीछे हटने का आरोप लगाया है. बीजेपी के मुताबिक सरकार ने न तो 200 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा निभाया और न ही 12 एलपीजी सिलेंडर प्रति परिवार देने का युवाओं को एक लाख नौकरियां देने का दावा भी अधूरा रह गया। कश्मीर के अन्य विपक्षी दल पीडीपी, पीसी और एआईपी भी राज्य का दर्जा बहाल करने, आरक्षण नीति में बदलाव और क्षेत्रीय असमानताओं के मुद्दों पर आक्रामक रुख अपनाने की तैयारी में हैं. हालांकि विधानसभा सचिवालय ने सज्जाद गनी लोन के राज्य का दर्जा बहाल करने संबंधी प्रस्ताव को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया है कि मामला वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है।
इस सत्र में तीन बड़े विधेयक चर्चा में रहेंगे
जम्मू-कश्मीर पंचायती राज (संशोधन) अधिनियम, 1989वस्तु एवं सेवा कर (संशोधन) अधिनियम, 2017जम्मू-कश्मीर दुकान एवं व्यवसाय प्रतिष्ठान विधेयक, 2025विधानसभा सचिवालय के अनुसार, अब तक 450 प्रश्न, 13 निजी विधेयक और 55 निजी संकल्प प्राप्त हुए हैं. 28 अक्टूबर को निजी सदस्यों के संकल्पों पर चर्चा का दिन तय किया गया है, जिसमें विपक्ष सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा।
त्रिपुरा में 24 घंटे के बंद से जनजीवन बेहाल, कानून व्यवस्था को लेकर बवाल
टिपरा मोथा पार्टी ने कहा- यह कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अगरतल्ला। त्रिपुरा सिविल सोसाइटी ने गुरुवार (23 अक्टूबर) को 24 घंटे के बंद का आह्वान किया है। इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) के विधायक रंजीत देबबर्मा ने कहा कि बंद को लागू करने के लिए राज्य भर में 25 स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए जाएँगे।
अगरतला के प्रमुख स्थानों, जैसे सर्किट हाउस, उत्तरी द्वार और राज्य विधानसभा, पर भी बैरिकेड्स लगाए जाएँगे। देबबर्मा ने कहा, यह कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं है जहाँ सभी वर्ग के लोग राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर बंद में शामिल होंगे। हम अपनी माँगों के समर्थन में इस बंद को शांतिपूर्ण ढंग से सफल बनाने के लिए तैयार हैं। टिपरासा सिविल सोसाइटी द्वारा आहूत 24 घंटे के राज्यव्यापी बंद के बाद आज त्रिपुरा में व्यापक तनाव और व्यवधान देखा गया। कथित तौर पर टिपरा मोथा कार्यकर्ताओं द्वारा समर्थित इस आंदोलन के कारण नाकाबंदी, विरोध और प्रशासनिक निष्क्रियता की कई घटनाएँ हुईं, जिससे जनता में आक्रोश फैल गया और राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठने लगे। बरमुरा हिल्स में, तेलियामुरा उप-मंडल अस्पताल की एक एम्बुलेंस को कथित तौर पर बंद समर्थकों ने रोक दिया, जिससे उसे अपने गंतव्य तक पहुँचे बिना ही अस्पताल लौटना पड़ा। स्थानीय लोगों ने इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे अमानवीय बताया, जबकि पर्यवेक्षकों ने मुख्यमंत्री द्वारा सामान्य स्थिति बनाए रखने के बार-बार निर्देशों के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता की आलोचना की। इस बीच, बंद समर्थकों ने जिरानिया के बिरगुदास इलाके में अगरतला-करीमगंज एक्सप्रेस रोक दी। टिपरासा सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर रेलवे पटरियों पर विरोध प्रदर्शन किया। इससे रेल यातायात अस्थायी रूप से ठप हो गया और आसपास के इलाकों में तनाव पैदा हो गया।
सीएम डॉ. माणिक साहा ने बंद पर तीखी प्रतिक्रिया दी
मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने बंद पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि त्रिपुरा में जनजीवन सामान्य रहेगा और सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी पर आना होगा। हालांकि, कई कर्मचारी सुबह से ही पुलिस प्रतिबंधों और सडक़ अवरोधों के बीच सडक़ों पर असहाय होकर फंसे हुए थे। नागरिकों ने आरोप लगाया कि पुलिस, सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के बजाय, वाहनों और यात्रियों को लंबे रास्तों से, खासकर अगरतला के उत्तरी गेट क्षेत्र के पास, डायवर्ट कर रही थी।
भाजपा के प्रमुख संगठनों की चुप्पी पर उठे सवाल
आलोचकों ने आरोप लगाया कि नागरिक समाज द्वारा आहूत इस बंद को टिपरा मोथा का मौन समर्थन प्राप्त था और राज्य मशीनरी के कुछ हिस्सों ने अप्रत्यक्ष रूप से इसमें मदद की, जबकि पुलिस केवल मूकदर्शक बनी रही। सोशल मीडिया पर विपक्षी आवाजों ने भाजपा के प्रमुख संगठनों की चुप्पी पर सवाल उठाए और प्रशासन पर दोहरे मापदंड अपनाने और बंद की सफलता सुनिश्चित करने के लिए गुप्त सहयोग करने का आरोप लगाया।



