बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन की अहम बैठक, साझा रणनीति और सीट बंटवारे पर हेगी चर्चा

कांग्रेस की CWC बैठक से पहले पटना में महागठबंधन की चुनाव समन्वय समिति की उप-समिति द्वारा बुलाई गई है,जो राजधानी पटना के पोलो रोड स्थित कार्यालय में हो रही है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गातिविधियां तेज हो गई है। कांग्रेस की CWC बैठक से पहले पटना में महागठबंधन की चुनाव समन्वय समिति की उप-समिति द्वारा बुलाई गई है,जो राजधानी पटना के पोलो रोड स्थित कार्यालय में हो रही है।

बिहार चुनाव को लेकर हलचल तेज है. इस बीच सभी दल अपने खेमे को मजबूत करने में जुटे हुए हैं. वहीं, दूसरी तरफ गठबंधन में सीट-शेयरिंग को लेकर चर्चा तेज है. इस बीच कांग्रेस पार्टी की CWC की अहम बैठक से पहले महागठबंधन ने भी चुनावी रणनीति को धार देने के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है. आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए महागठबंधन की चुनाव समन्वय समिति की उप समिति की बैठक पटना की पोलो रोड पर बुलाई गई है.

इस बैठक में महागठबंधन के प्रमुख दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. आरजेडी से राज्यसभा सांसद संजय यादव, सीपीआई से कुणाल और कांग्रेस की ओर से कृष्णा आल्लावारु, शकील अहमद खान और नूरुल होदा मौजूद रहेंगे. इनके साथ उप समिति के अन्य सदस्य भी शामिल होंगे.

क्या है बैठक का मकसद?
बैठक का मकसद विधानसभा चुनाव को लेकर साझा रणनीति तैयार करना और सीट बंटवारे से लेकर प्रचार अभियान तक की दिशा तय करना है. महागठबंधन की यह कवायद कांग्रेस की CWC बैठक से पहले खास अहमियत रखती है, जिसे राज्य की राजनीति में बड़ा संकेत माना जा रहा है.

बिहार विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने चुनावी रणनीति पर मंथन करने और बीजेपी पर कथित “वोट चोरी” को लेकर हमले तेज़ करने के लिए बुधवार को कार्यसमिति (CWC) की बैठक बुलाने का फैसला किया है. हालांकि, बड़ी बात यह है कि आजादी के बाद पहली बार बिहार की धरती पर यह बैठक होने जा रही है. यह विस्तारित कार्यसमिति बैठक (Extended Working Committee Meeting) होगी, जिसमें स्थायी और विशेष
आमंत्रित सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल (CLP) के नेता शामिल होंगे.

आपको बता दें,कि सूत्रों के मुताबिक, इस अहम बैठक में आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए कुछ प्रस्ताव भी पारित किए जा सकते हैं. बैठक सुबह 10 बजे सदाकत आश्रम में होगी.पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित सभी शीर्ष नेता बैठक में मौजूद रहेंगे. बैठक का मुख्य फोकस बिहार, पार्टी की चुनावी रणनीति, भविष्य के चुनाव और बीजेपी पर कथित “वोट चोरी” के मुद्दे पर हमले तेज करने पर होगा.

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