संविधान की कॉपी लेकर उतरा विपक्ष मोदी सरकार की बखिया उधेड़ दी!

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस मुख्यालय पर तिरंगा फहराया.... इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं आजादी आसानी से मिल गई.... लेकिन सच तो है कि इसके लिए लाखों लोगों ने कुर्बानी दी है....

4पीएम न्यूज नेटवर्कः कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को पार्टी ऑफिस में तिरंगा फहराया… इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि आज के शासक विभाजनकारी सोच को बढ़ावा दे रहे हैं…. वे नफरत फैलाने के लिए विभाजन विभीषिका दिवस मना रहे हैं…. साथ ही खड़गे ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि बीजेपी संविधान को खत्म करना चाहती है… वहीं देश के नेताओं ने आजादी के लिए जेलों में अपनी जिंदगी के कई सालों को बिताया उनका संबोधन में जिक्र भी नहीं किया गया… ये सरकार की लोगो को तोड़ने की राजनीति है… आपको बता दें कि खड़गे ने RSS पर निशाना साधते हुए कहा कि संघ परिवार ने अपने फायदे के लिए अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति को बढ़ावा दिया…. जिन्होंने आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी, वे कांग्रेस पार्टी को सलाह देते हैं…. वे बिना किसी योगदान के शहीदों में गिने जाना चाहते हैं…. वहीं देश को गुलाम बनाने में RSS का बड़ा हाथ था… RSS ने अंग्रेजों से मिलकर देश को गर्त में पहुंचाने का काम किया… जिसको देखते हुए देश के वीर योद्धाओं ने अपनी जिंदगी की कुर्बानी देकर देश को आजाद कराया लेकिन सरकार आज उन वीर शहीदों को याद नहीं करती है… और जिन्होंने देश को तोड़ने की कोशिश की उनको शहीद का दर्जा देकर उनका गुणगान कर रही है… लेकिन विपक्ष पूरी तरह से मजबूती के साथ खड़ा है… और विपक्ष सरकार को किसी भी प्रकार की कोई मनमानी नहीं करने देगा.,.. और संविधान की रक्षा के लिए अपना वलिदान देने के लिए हमेशा तैयार रहेगा…

आपको बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कुछ ताकतें हैं जो हमारे भाईचारे को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं…. हमें संविधान की रक्षा के लिए बलिदान देने के लिए तैयार रहना होगा…. और उन्होंने देश के लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं भी दीं…. और उन्होंने कहा कि कुछ लोग आज ये प्रचार करते हैं कि आजादी आसानी से मिल गई थी…. लेकिन सच ये है कि लाखों लोगों ने कुर्बानी दी…. अपना घर छोड़कर भटकते रहे…. आज के हुक्मरान विभाजनकारी सोच को बढ़ावा दे रहे हैं…. वे नफरत फैलाने की मंशा से विभाजन विभीषिका दिवस मनाते हैं…. और देश में नफरत फैला रहें हैं… लोगों में बीजेपी की बातों को सुनकर नफरत तेजी से फैल रही है…. जिसका आने वाले समय पर देश की जनता के ऊपर बहुत बड़ा असर होगा और देश में लोगों के बीच में नफरत बढ़ जाएगी… लेकिन विपक्ष मोदी को किसी भी प्रकार से नफरत वाली राजनीति नहीं करने देगी…  और अन्याय के खिलाफ हमेशा लड़ती रहेगी…. बता दें कि कांग्रेस कार्यालय पर खड़गे ने कहा कि 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यह चिंता का विषय है कि संवैधानिक और स्वायत्त संस्थानों को सरकार ने कठपुतली के रूप में बदल दिया है…. और उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान एक सौ चालीस करोड़ भारतीयों के लिए सबसे बड़ी ढाल हैं…. और हम अपनी आखिरी सांस तक उनकी रक्षा करेंगे….

बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि विपक्ष लोकतंत्र के लिए ऑक्सीजन की तरह है….. सरकार के असंवैधानिक रवैये को रोकने के साथ-साथ यह जनता के मुद्दों को भी उठाता है…. हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का सपना विविधता में एकता बनाए रखना था… लेकिन कुछ ताकतें जबरन अपने विचार देश पर थोपकर हमारे भाईचारे को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं….. इसलिए, यह जरूरी है कि हम सभी संविधान में अभिव्यक्ति, जीवन, खान-पान, पहनावे, पूजा-पाठ के तरीकों और कहीं भी आने-जाने की आजादी के बारे में अलर्ट रहें…. और मोदी की विभाजनकारी नीतियों के जाल में न फेंसे… हमें संविधान में जीवन जीने और अपने तौर तरीके से काम करने की स्वतंत्रता मिली हुई है… जिसको कोई भी ताकत किसी भी कीमत पर समाप्त (खत्म) नहीं कर सकती है…. विपक्ष लगातार जनता की न्याय के लिए केंद्र की मोदी सरकार से लड़ता रहेगा… और मोदी सरकार को किसी भी प्रकार की मनमानी करने से रोकेंगा… और जनता की आवाज को जोर-शोर से उठाएगा…. वहीं देश की जनता हर घर नौकरी और हर घर न्याय चाहती है…. यह देश आर्थिक असमानता और बेरोजगारी से मुक्ति चाहता है…. इन मुद्दों को टाला नहीं जा सकता…. इनमें जितनी देर होगी, समस्याएं उतनी ही बढ़ेंगी…. मोदी सरकार अपने ग्यारहवें साल में है… लेकिन लोग बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार से जूझ रहे हैं… लेकिन मोदी का ध्यान इन सभी ओर नहीं जा रहा है… बता दें कि हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते है… और सरकार को देश के लोगों को रोजगार देने का कर्तव्य है… सरकार को युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना होगा…. वह देश के युवाओं को अंधेरे में नहीं धकेल सकती है… वहीं अगर देश का युवा सरकार से रोजगार की मांग कर रहा है…. तो वह उसका संबैधानिक अधिकार है… और सरकार को रोजगार देना पड़ेगा… वहीं देश में रह रहे सभी नागरिकों को सुरक्षा उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है… सरकार को सुरक्षा को लेकर बेहतर इंतजाम करने होंगे… आज समाज में अपराध इतना बढ़ चुका है… कि सरकार अपराधों पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है…

आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर मैं सभी लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी, भ्रष्टाचार और असमानता के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे…. संविधान की रक्षा के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार रहें…. यही हमारे पूर्वजों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी…. आपको बता दें कि खड़गे ने जोर देते हुए कहा कि हम महंगाई समेत समाज में व्याप्त तमाम मुद्दों पर लड़ाई लड़ते रहेंगे और जनता को न्याय दिलाने का काम करेंगे…. वहीं देश में लगातार महंगाई बढ़ रही है… सरकार का ध्यान महंगाई की तरफ नहीं है… देश की जनता महंगाई से परेशान है… बढ़ती कीमतो ने लोगों को परेशान कर दिया है… देश में भ्रष्टाचार चरम पर है… किसी भी कार्यालय में बिना रिश्वत दिए कोई भी काम नहीं होता है… गरीब जनता न्याय पाने के लिए दर-दर भटकती है… और उसे सालों बीत जाने के बाद भी न्याय नहीं मिलता है… मोदी सरकार अपने भाषणों में बड़ी-बड़ी बातें करती है… कि भ्रष्टाचार देश से खत्म कर दिया है… लेकिन बीजेपी की सरकार आने के बाद से भ्रष्टाचार और बढ़ा है… हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है… और आम जनता बहुत परेशान है… उसकी सुनने वाला कोई नहीं है… वहीं महंगाई का आलम यह है कि गरीब जनता सही से खाना नहीं खा पा रही है… और सरकार अपना जेब भरने के लिए लगातार टैक्स बढ़ा रही है… बावजूद इसके महंगाई पर कोई लगाम नहीं लगा रही है… और मोदी कभी भी किसी भी मंच से महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलने से बचते हैं… और इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर बोलने से डरते हैं… मोदी की मानसिकता अंग्रेजो वाली है… कि फूट डालों और राज करों… लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी का यह रूप भी देखने को मिला था… मोदी पहले चऱण के मतदान के बाद से ही अपनी हार की डर से बौखला गए थे… और समाज में नफरत फैलाने की कोई कसर नहीं छोड़ी थी… लेकिन जनता लगातार दस साल से मोदी की मानसिकता को समझ चुकी थी… और तीसरी बार बैसाखी पर लाकर खड़ा कर दिया… बैसाखी के सहारे आने के बाद भी मोदी ने जनता के लिए कोई काम नहीं किया है… देश में आए दिन आतंकी हमले हो रहें है… हमारे जवान शहीद हो रहें है… देश का खुफिया तंत्र पूरी तरह से फेल हो चुका है… मोदी को सिर्फ जुमने बाजी करने के अलावा देश की सुरक्षा, देश के नागरिक, युवा, मजदूर और किसानों से कोई मतलब नहीं है…

बता दें कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा था कि स्वतंत्रता एक सुरक्षा कवच है, जो संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों में समाया हुआ है…. हमारे लिए, स्वतंत्रता केवल एक शब्द नहीं है… यह संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों में बुना हुआ हमारा सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है… यह अभिव्यक्ति की शक्ति है…. सच बोलने की क्षमता है… और सपनों को पूरा करने की उम्मीद है… वहीं कांग्रेस ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण में स्वतंत्रता आंदोलन की हस्तियों में जवाहरलाल नेहरू का नाम न होने पर कड़ी आपत्ति जताई…. कांग्रेस ने कहा कि यह भारत के पहले प्रधानमंत्री को इतिहास से मिटाने के अभियान का हिस्सा है…. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के मुताबिक, चौदह अगस्त उन्नीस सौ सैंतालीस को आधी रात के आसपास जवाहरलाल नेहरू ने सेंट्रल हॉल में ‘भाग्य से मिलन’ भाषण दिया था…. राष्ट्र के नाम उनका संदेश पंद्रह अगस्त उन्नीस सौ सैंतालीस की सुबह अखबारों में छपा था… आपको बता दें कि जयराम रमेश ने X पर एक पोस्ट में लिखा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राष्ट्रपति के राष्ट्र के नाम संबोधन में भारत के पहले प्रधानमंत्री का नाम नहीं लिया गया…. जिन्होंने दस साल ब्रिटिश जेलों में बिताए… और उन्होंने याद दिलाया कि इसी दिन चौदह मंत्रियों ने शपथ ली थी…. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इनमें नेहरू और सरदार पटेल के अलावा राजेंद्र प्रसाद, मौलाना आजाद, डॉ. अंबेडकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जगजीवन राम, राजकुमारी अमृत कौर, सरदार बलदेव सिंह, सीएच भाभा, जॉन मथाई, आरके शनमुखम चेट्टी, एनवी गाडगिल और रफी अहमद किदवई शामिल थे… वहीं चार हफ्ते से भी कम समय के बाद, केसी नियोगी और गोपालस्वामी अयंगर ने भी शपथ ली… और उन्होंने कहा कि ‘यह कितना अद्भुत मंत्रिमंडल था, जो प्रतिभाशाली व्यक्तित्वों से भरा हुआ था…

वहीं जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राष्ट्रपति के कल रात राष्ट्र के नाम संबोधन में स्वतंत्रता आंदोलन की कई प्रमुख हस्तियों का उल्लेख किया गया…. जबकि ब्रिटिश जेलों में दस साल बिताने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री के नाम का उल्लेख नहीं किया गया था… और उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से उन्हें हमारे इतिहास से मिटाने के अभियान का हिस्सा है…. बता दें कि अपने संबोधन में, मुर्मू ने कहा था कि सतह के नीचे जीवित रहने वाली विभिन्न परंपराओं…. और मूल्यों को महान नेताओं की कई पीढ़ियों में नई अभिव्यक्ति मिली…. और उन्होंने कहा था कि परंपराओं और उनकी अभिव्यक्तियों की विविधता को एकजुट करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी थे…. जो हमारे मार्गदर्शक थे…. इसके साथ ही, सरदार पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और बाबासाहेब अंबेडकर के साथ-साथ भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और कई अन्य महान नेता भी थे… और उन्होंने कहा कि यह एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन था…. जिसमें सभी समुदायों ने भाग लिया…. आदिवासियों में, तिलका मांझी, बिरसा मुंडा, लक्ष्मण नाइक और फूल-झानो थे…. जिनके बलिदानों की अब सराहना की जा रही है….। हमने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना शुरू कर दिया है… अगले साल उनकी 150वीं जयंती का जश्न राष्ट्रीय पुन: जागृति में उनके योगदान को और सम्मानित करने का अवसर होगा…

 

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