बढ़ाई गई मुख्तार के बैरक की सुरक्षा, पल-पल की हरकतें होगी कैमरे में कैद
लखनऊ। भले ही उत्तर प्रदेश सरकार पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मुश्कें टाइट करने का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत यह है कि उसकी बादशाहत जेल में भी कायम है। अभी चित्रकूट की जेल में बंद उसके विधायक बेटे अब्बास अंसारी की सेल में उसकी पत्नी बैठी मिली। यहीं नहीं, दो मोबाइल फोन व अन्य आपत्तिजनक समान मिले। इस खुलासे के बाद मचे हडक़ंप को देखते हुए अब बांदा जेल में बंद मुख्तार की सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी गई है। मुख्तार पर नजर रखने के लिए 17 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
पिछले ही साल विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष चंद्र मोहन ने मुख्तार अंसारी को लेकर सनसनीखेज बयान दिया था। उन्होंने जिला प्रशासन और राज्य सरकार को पत्र लिखकर बताया था कि जेल में बंद मुख्तार रोज रात में जेल से बाहर किराए के घर में चला जाता है। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुख्तार के पत्नी बेटे ने जेल के पास खाई मुहल्ले में किराए का घर ले रखा था। मुख्तार के लिए दिन में भी यहीं से खाना बनाकर पहुंचाया जाता था। यही नहीं, लगभग 300 लोग बांदा के हर चौक चौराहे पर नाम बदलकर सुरक्षा हेतु तैनात रहते थे। यह सभी लोग बांदा के निवासी नहीं थे। इस खुलासे के बाद लखनऊ तक हडक़ंप मचा था। वहीं अब चित्रकूट जेल में मुख्तार के बेटे अब्बास का मामला सामने आ गया है।
जानकारी के मुताबिक मुख्तार अंसारी जब से बांदा जेल में है, रोज जेल के आसपास बाहरी नंबर प्लेट वाली लग्जरी गाडिय़ां घूमने लगी हैं। हाल ही में बांदा विधायक प्रकाश द्विवेदी ने इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री को पत्र भी लिखा था। इसमें उन्होंने बताया था कि बांदा से मध्य प्रदेश के बीना तक बिना परमिट बसों का संचालन हो रहा है। यह सारी बसें मुख्तार अंसारी के रिश्तेदारों की हैं और जेल के अंदर बैठकर मुख्तार इनकी निगरानी करता था।
माफिया मुख्तार अंसारी जेल में रहते हुए भी अपने नेटवर्क को बाखूबी ऑपरेट कर रहा है। शासन और प्रशासन की लाख सख्ती के बावजूद जेल के अंदर प्रशासन इस नेटवर्क को तोड़ नहीं पा रहा है। चित्रकूट की जेल में बंद विधायक बेटे अब्बास के सेल में उसकी पत्नी के अलावा दो दो मोबाइल फोन का मिलना इसी नेटवर्क का प्रमाण है।
चित्रकूट घटना के बाद पुलिस और जेल प्रशासन ने बांदा जेल में बंद मुख्तार की सतर्कता बढ़ा दी है। उसके सेल में एक बेड है और उसपर मच्छरदानी लगी है। जेल के अधिकारी अब नियमित उसके सेल का निरीक्षण कर रहे हैं। इसके अलावा यहां 17 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों से 24 घंटे लगातार निगरानी रखी जा रही है। यही नहीं, समय समय से डीएम एसपी भी जेल का निरीक्षण कर रहे हैं।बांदा एसपी अभिनन्दन सिंह के मुताबिक अब यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता। स्थिति को देखते हुए देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। जेल के बाहर भी त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है।