भाजपा के खिलाफ मजबूत होती घेराबंदी, बढ़ रहा विपक्ष का कुनबा

बेंगलुरु। कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कमर कसते हुए सोमवार से बेंगलुरु में होने वाली दूसरी विपक्षी एकता बैठक के लिए 25 दलों का समर्थन जुटाया है। बैठक से पहले कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस ने दावा किया कि 2024 में केंद्र में विपक्ष की सरकार बनेगी।
कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी, जयराम रमेश और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सुबह 11 बजे एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान जयराम रमेश ने कहा कि कुछ नेता आज नहीं आ रहे हैं, कल आएंगे। यह बैठक कल सुबह होने वाली है। 11 बजे बैठक शुरु होगी और शाम चार बजे सभी पार्टियों के नेता देश को संबोधित करेंगे, लेकिन हमारी पटना के बैठक के बाद अचानक प्रधानमंत्री को हृष्ठ्र का ख्याल आया। हृष्ठ्र में एक नई जान फूंकने की कोशिश की जा रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को धन्यवाद कहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा,दिल्ली के लोगों के साथ खड़े होने के लिए खडग़े जी को धन्यवाद। यह अध्यादेश भारत विरोधी और राष्ट्र विरोधी है और इसका डटकर मुकाबला किया जाना चाहिए।कोई भी व्यक्ति देश से बड़ा नहीं है: मल्लिकार्जुन खरगे
दिल्ली अध्यादेश के विरोध में कांग्रेस के रुख पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति के बारे में नहीं है। अगर देश के लोकतंत्र और संविधान को झटका लगता है, तो यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम एकजुट होकर लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए मिलकर काम करें। कोई भी व्यक्ति देश से बड़ा नहीं है।
एनडीए बैठक पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगर पीएम मोदी पूरे विपक्ष से ज्यादा मजबूत हैं और वह अकेले ही उनके लिए काफी हैं, तो वह 30 पार्टियों को एक साथ क्यों बुला रहे हैं? इन पार्टियों के नामों का खुलासा करें। क्या वे चुनाव आयोग के साथ पंजीकृत भी हैं? हम जो कर रहे हैं, उससे वे चकित हैं। इसलिए वे अपनी ताकत दिखाने के लिए पार्टियों के गुटों को इक_ा कर रहे हैं।
बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक के विषयों और क्या यूपीए को कोई नया नाम मिलेगा, इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम सभी निर्णय लेंगे। मैं अभी आपको नहीं बता सकता कि किन मुद्दों पर चर्चा होने वाली है। कांग्रेस अकेले यह फैसला नहीं कर रही है। सभी विपक्षी दल एक साथ बैठेंगे और एकजुट होकर फैसला करेंगे।
बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक पर बिहार के मंत्री और राजद नेता तेज प्रताप यादव ने कहा कि 2024 (आम चुनाव) और 2025 (बिहार चुनाव) के लिए सभी तैयारियां हो चुकी हैं। महागठबंधन पूरी तरह से बरकरार है। शुरुआत बिहार की धरती से हुई है। बैठक सफल होगी। एनडीए की बैठक पर उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लोगों ने एनडीए को देख लिया है कि उन्होंने देश को कैसे धोखा दिया है।
पटना में बैठक से पहले ्र्रक्क ने अध्यादेश पर कांग्रेस से साफ रूख बताने के लिए कहा था, लेकिन बेंगलुरु में बैठक से पहले ‘आप’ के सुर बदले नजर आ रहे हैं। राघव चडढ़ा ने कहा है कि विपक्षी एकता को देखकर भाजपा को आज नींद नहीं आएगी। वह डरी हुई है। जनता ने इस बार भारतीय जनता पार्टी को परास्त करने का मन बना लिया है।
कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने भी दिल्ली अध्यादेश का विरोध किया है। बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में ्र्रक्क की भागीदारी पर उन्होंने कहा, दिल्ली में क्या हो रहा है, इस पर हम बिल्कुल स्पष्ट हैं। उन्होंने (केंद्र ने) राज्य सरकार की शक्तियां छीनने के लिए जो अध्यादेश का रास्ता अपनाया है, वह ठीक नहीं है। आज ये दिल्ली में हो रहा है, कल ये कर्नाटक में भी हो सकता है। इसलिए, हम केंद्र सरकार के इस तानाशाही रवैये के खिलाफ हैं।
बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक शुरू होने से पहले प्रियांक खरगे ने कहा कि हम सभी एक निश्चित विचारधारा के साथ एक साथ आए हैं। हम भारत और संविधान के विचार को संरक्षित करने के लिए एक साथ आए हैं। अगर बीजेपी को हमारी एकता से दिक्कत है तो इसका मतलब है कि उन्हें डर है कि वे सत्ता से बाहर हो जायेंगे। आप यह भी देख सकते हैं कि बीजेपी और पीएम मोदी का जादू कैसे कम हो रहा है…इससे पता चलता है कि मोदी की लोकप्रियता कम हो गई है। उनकी नीतियां भारत को नुकसान पहुंचा रही हैं।
बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक पर छ्वष्ठस् नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि विपक्ष ने कभी भी जनता दल (सेक्युलर) को अपना हिस्सा नहीं माना। इसलिए, जद (एस) के किसी भी महागठबंधन की पार्टी होने का कोई सवाल ही नहीं है। एनडीए की ओर से किसी निमंत्रण पर उन्होंने कहा कि एनडीए ने हमारी पार्टी को किसी बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया है। हम उस मोर्चे पर देखेंगे।
कर्नाटक कांग्रेस नेता दिनेश गुंडू राव ने कुमारस्वामी पर पलटवार करते हुए कहा कि हम जानते हैं कि जनता दल (सेक्युलर) के लिए धर्मनिरपेक्ष राजनीति एक ऐसी चीज है, जिस पर वे वास्तव में विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने पहले भी हमेशा भाजपा के साथ गठबंधन किया है। इसलिए, यह कोई नई बात नहीं है। उन्हें स्वीकार करना चाहिए कि वे सत्ता के लिए कुछ भी करेंगे। उनके पास कोई सिद्धांत नहीं है, कोई विचारधारा नहीं है। उनके और कुमारस्वामी के लिए केवल सत्ता मायने रखती है। मुझे लगता है कि इसका छ्वष्ठस् पर गहरा प्रभाव पड़ेगा और कर्नाटक में उसका अंत होगा।
तेलंगाना कांग्रेस नेता मधु गौड़ यास्खी ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ केटी रामा राव की अहंकारी और असंसदीय भाषा बिल्कुल आपत्तिजनक है और बीआरएस नेता के अहंकार को दर्शाती है… न तो रामा राव और न ही उनके परिवार की तेलंगाना राज्य के निर्माण में कोई महत्वपूर्ण भूमिका है… आज बीआरएस नेताओं ने लूट की है तेलंगाना… एक मंत्री होने और एक जिम्मेदार पद पर रहते हुए ऐसी गंदी भाषा का इस्तेमाल करना – यह अस्वीकार्य और निंदनीय है।’
संयुक्त विपक्ष की बैठक के लिए वीसीके संस्थापक थोल थिरुमावलवन बेंगलुरु पहुंचे। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर सभी विपक्षी नेता आज और कल बैठक करने जा रहे हैं। हमारा एकमात्र उद्देश्य आगामी संसद चुनावों में बीजेपी को हराना है। हमारा एक ही एजेंडा है – हमें अपने देश और संविधान को बचाना है। इसलिए, हमने आगामी चुनाव एकजुट होकर लडऩे की योजना बनाई है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी दिल्ली से बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए हैं। इस बैठक में विपक्ष के सभी बड़े नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
विपक्षों दलों की बैठक की सभी तैयारियों की निगरानी के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को प्रभारी नियुक्त किया गया है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सभी विपक्षी नेताओं के लिए शहर के एक पांच सितारा होटल में ठहरने की व्यवस्था की गई है। विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं का स्वागत करते हुए रेस कोर्स रोड पर बड़े पोस्टर और बैनर लगाए गए। बैठक आज और कल बेंगलुरु के ताज वेस्ट एंड होटल में होगी।

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