RSS मुख्यालय लखनऊ को उड़ाने का था प्लान, बढ़ाई गई सुरक्षा, अलर्ट जारी
दिल्ली ब्लास्ट के बाद अब गुजरात में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है... जांच एजेंसियों को पता चला है कि आतंकियों के निशाने पर RSS...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश में एक बार फिर आतंकवाद की बड़ी साजिश को नाकाम किया गया है.. गुजरात की एंटी टेररिज्म स्क्वॉड ने नवंबर 2025 में तीन खतरनाक.. आतंकवादियों को गिरफ्तार करके इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस से जुड़े एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है.. ये आतंकी राइसिन नाम के घातक जहर से बड़े पैमाने पर लोगों की हत्या करने की योजना बना रहे थे.. राइसिन साइनाइड से भी सैकड़ों गुना ज्यादा जहरीला होता है.. और यह बिना स्वाद-बू के होता है.. जिसे खाने-पीने की चीजों या पानी में मिलाकर आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है..
गुजरात एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक.. गिरफ्तार आतंकियों के निशाने पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का लखनऊ स्थित हेडक्वार्टर था.. इसके अलावा दिल्ली की आजादपुर मंडी, अहमदाबाद का नरोडा इलाका और कुछ अन्य भीड़-भाड़ वाली जगहें थीं.. आतंकियों ने इन जगहों की रेकी की थी.. तस्वीरें और वीडियो बनाए थे.. ताकि जहर मिलाकर हजारों लोगों को एक साथ मार सकें.. यह साजिश अगर कामयाब हो जाती तो देश में भारी तबाही मच जाती..
गुजरात एटीएस को 7 नवंबर की सुबह एक महत्वपूर्ण इनपुट मिला था.. सूचना थी कि हैदराबाद का एक शख्स अहमदाबाद हथियार लेने आ रहा है.. एटीएस की टीम ने तुरंत ऐक्शन लिया.. डीएसपी शंकर चौधरी और केके पटेल की टीम ने अडालज टोल प्लाजा पर घेराबंदी की.. और हैदराबाद के डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सैयद को गिरफ्तार कर लिया..
उसकी कार की तलाशी ली गई तो उसमें से तीन विदेशी पिस्टल (दो ग्लॉक और एक बेरेटा), 30 जिंदा कारतूस.. और चार लीटर कैस्टर ऑयल (अरंडी का तेल) बरामद हुआ.. कैस्टर ऑयल से ही राइसिन जहर बनाया जाता है.. इसके बाद पूछताछ में अहमद ने खुलासा किया कि हथियार देने वाले दो लोग उत्तर प्रदेश से आ रहे हैं.. एटीएस ने तुरंत पालनपुर और गांधीनगर में छापे मारे.. और उत्तर प्रदेश के सुहैल मोहम्मद सलीम.. और आजाद सुलेमान शेख को भी पकड़ लिया.. तीनों को 9 नवंबर को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार दिखाया गया..
आपको बता दें कि डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सैयद (हैदराबाद) का रहने वाला है.. और चीन से एमबीबीएस की डिग्री ली हुई है.. वह बहुत पढ़ा लिखा है.. वह इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड था.. राइसिन बनाने की रिसर्च कर रहा था.. सामान इकट्ठा कर चुका था.. और शुरुआती प्रोसेस भी शुरू कर दी थी.. वह सोशल मीडिया और टेलीग्राम के जरिए रेडिकलाइज हुआ था..
मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सलीम हथियार लेकर आया था.. उसने राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार उठाया… और गुजरात के कलोल तक लाया.. आजाद सुलेमान शेख सुहैल का साथी है.. दोनों ने मिलकर हथियार अहमद को सौंपने थे.. तीनों सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में आए थे.. इनका हैंडलर अफगानिस्तान में बैठा अबू खजेदा नाम का शख्स है.. जो ISKP का सरगना है.. वह टुकड़ों-टुकड़ों में निर्देश भेजता था.. ताकि पूरा प्लान एक साथ न पकड़ा जाए.. अबू खजेदा पाकिस्तानी हैंडलर्स के भी संपर्क में था..
राइसिन अरंडी के बीजों से निकलने वाला प्रोटीन है.. यह दुनिया के सबसे खतरनाक जहरों में से एक है.. जो साइनाइड से 600 गुना ज्यादा घातक है.. सिर्फ एक चुटकी राइसिन सैकड़ों लोगों को मार सकता है.. इसमें न स्वाद होता है, न गंध होती है.. इसे पाउडर के रूप में खाने में या तरल रूप में पानी में मिलाया जा सकता है..
आपको बता दें कि अहमद ने इसके लिए रिसर्च की थी.. सामान खरीदा था और घर पर ही छोटा लैब बना रखा था.. उसका प्लान था कि भीड़-भाड़ वाली जगहों.. जैसे सब्जी मंडी, पानी की टंकियां या बड़े आयोजनों में.. यह जहर मिलाकर हजारों लोगों को एक साथ मार दिया जाए.. यह बायोलॉजिकल टेररिज्म का सबसे खतरनाक रूप होता.. वहीं दुनिया में पहले भी आतंकी राइसिन इस्तेमाल करने की कोशिश कर चुके हैं.. अमेरिका में दो राष्ट्रपतियों को राइसिन वाले लेटर भेजे गए थे..
वहीं पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ कि ये आतंकी ढाई महीने से सक्रिय थे.. लखनऊ में RSS का मुख्यालय (हेडक्वार्टर) की रेकी की गई.. वहां केमिकल अटैक या गोलीबारी की योजना थी.. दिल्ली की आजादपुर मंडी (देश की सबसे बड़ी थोक सब्जी-फल मंडी) और.. उसके आसपास के इलाकों की तस्वीरें-वीडियो लिए गए.. यहां जहर मिलाकर लाखों लोगों को निशाना बनाने का प्लान था.. क्योंकि यहां से सब्जी-फल पूरे देश में जाते हैं.. अहमदाबाद के नरोडा इलाके और कुछ फूड मार्केट्स की भी रेकी की गई.. वहीं कुछ रिपोर्ट्स में कश्मीर के भी कुछ इलाकों की रेकी का जिक्र है.. आतंकियों के फोन और लैपटॉप से सैकड़ों तस्वीरें-वीडियो बरामद हुए हैं..
सुहैल और आजाद को राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार लेकर.. गुजरात आने का आदेश मिला था.. हनुमानगढ़ पाकिस्तान बॉर्डर से लगा हुआ जिला है.. एटीएस को शक है कि हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजे गए थे.. वहां से हथियार डेड ड्रॉप (एक सुनसान जगह पर छिपाकर) रखे गए थे.. जिन्हें ये लोग उठाकर लाते थे.. डॉ. अहमद ढाई महीने पहले भी अहमदाबाद आया था.. और एक पैकेट में पैसे लेकर गया था.. उस पैसे देने वाले शख्स की तलाश अभी जारी है…
ISKP यानी इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस अफगानिस्तान, पाकिस्तान.. और मध्य एशिया में सक्रिय सबसे खतरनाक आतंकी संगठन है.. ये लोग सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को रेडिकलाइज करते हैं.. और छोटे-छोटे मॉड्यूल बनाते हैं.. भारत में भी इनके कई स्लीपर सेल सक्रिय हैं.. गुजरात में पहले भी ISKP से जुड़े आतंकी पकड़े जा चुके हैं.. 2023 में पुणे मॉड्यूल, 2024 में बेंगलुरु.. और दिल्ली मॉड्यूल भी इसी संगठन से जुड़े थे.. इस बार का मॉड्यूल सबसे खतरनाक था.. क्योंकि इसमें बायोलॉजिकल हथियार (राइसिन) का प्लान था..



