बिहार: राजद के तीसरे मंत्री आरोपों से घिरे
लालू के 8 नजदीकी नेता भी निशाने पर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार सरकार में राजद कोटे से मंत्रियों पर लगातार आरोप लग रहे हैं या फिर वे किसी अन्य कारणों से हटाए जा रहे हैं। अब तक दो मंत्रियों (कार्तिक कुमार और सुधाकर सिंह) ने पद से इस्तीफा दे दिया है।
वहीं अब राजद कोटे से उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ के यहां आईटी की छापेमारी हुई है। उनके मंत्री पद से इस्तीफे की चर्चा राजनीतिक गलियारों में जोरों पर है। 17 नवंबर को समीर महासेठ के पटना में इनकम टैक्स गोलंबर स्थित आवास पर छापेमारी हुई। यह छापेमारी आईटी की ओर से की गई। उनके करीबी माने जानेवाले कई बिल्डरों के यहां भी छापेमारी की गई। हालांकि उनका कहना है कि उन सबसे इनका कोई संबंध नहीं है। जानकारी है कि आईटी के अफसरों को इस बात के साक्ष्य मिल रहे हैं कि कंस्ट्रक्शन से जुड़ी कई बड़ी कंपनियों में सफेदपोशों का पैसा लगा हुआ है। समीर महासेठ की पहचान एक बिजनेसमैन के रूप में भी रही है। उनके पिता राजकुमार महासेठ तीन बार विधायक रहे और मंत्री भी रहे। हालांकि इस कार्रवाई पर राजद शांत है। पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी के अनुसार उनके नेता तेजस्वी यादव ने पहले ही कह दिया है कि साल 2024 तक यही सब चलेगा। तिवारी कहते हैं कि जो राजनीतिक लड़ाई नहीं लड़ सकते, युवाओं को रोजगार नहीं दे सकते, वो यही सब कर सकते हैं। इस तरह की किसी कार्रवाई का असर राजद पर नहीं पड़ेगा। उल्टे जनता का गुस्सा भाजपा के प्रति बढ़ेगा ही।